दुनिया: ईरान ने भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा की जरूरत खत्म और IMF ने पाकिस्तान के प्रस्तावों को लेकर नरम रुख अपनाया
ईरान दूतावास द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, 4 फरवरी से लागू होने वाली नई नीति के साथ भारतीय पर्यटकों को ईरान जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं है। आईएमएफ ने पाकिस्तान की अंतरिम सरकार के प्रस्तावों को लेकर नरम रुख अपनाया है।
आईएमएफ ने पाकिस्तान की अंतरिम सरकार के प्रस्तावों को लेकर नरम रुख अपनाया
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने औद्योगिक बिजली की कीमतों को कम करने, सर्कुलर ऋण के पांचवें हिस्से का निपटान करने और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन (पीआईए) के 268 अरब रुपये का कर्ज चुकाने के पाकिस्तान की अंतरिम सरकार के प्रस्तावों का समर्थन नहीं किया है, जो सार्वजनिक ऋण का हिस्सा है। यह जानकारी मीडिया की खबरों में दी गई।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया कि आईएमएफ ने यह भी पूछा कि अंतरिम सरकार जल्दबाजी क्यों दिखा रही है, जब पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने पहले ही उसे पीआईए के निजीकरण पर कोई निर्णायक कार्रवाई करने से रोक दिया है।
वैश्विक ऋणदाता ने तीन प्रमुख प्रस्तावों की आर्थिक और कानूनी व्यवहार्यता के बारे में अधिक जानकारी मांगी। आईएमएफ ने लगातार दो आभासी बैठकें कीं, लेकिन उनके नतीजे पाकिस्तानी अधिकारियों की उम्मीदों से कम रहे।
वांग यी ने नॉर्वे के विदेश मंत्री से भेंट की
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 5 फरवरी को पेइचिंग में नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ एड के साथ वार्ता की। वांग यी ने कहा कि चीन नॉर्वे सरकार द्वारा वस्तुगत, विवेकतापूर्ण और मैत्रीपूर्ण रूप से चीन का विकास देखना और एक चीन सिद्धांत तथा चीन के साथ मैत्री पर कायम रहने की प्रशंसा करता है।
दोनों पक्ष सहमत हुए कि वे राजयनिक संबंध की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाने की श्रृंखलात्मक गतिविधियों को बखूबी अंजाम देंगे, उच्चस्तरीय आवाजाही बढ़ाएंगे, विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग जारी रखेंगे, एक साथ बहुपक्षवाद और मुक्त व्यापार की वकालत करेंगे और जलवायु परिवर्तन के निपटारे और जैव विविधता की सुरक्षा में समन्वय मज़बूत करेंगे। दोनों पक्षों ने मध्यपूर्व स्थिति पर गहन विचारों का आदान प्रदान किया। दोनों का समान विचार है कि गाज़ा में फौरन ही युद्ध विराम लागू करने की ज़रूरत है और बड़े पैमाने तौर पर मानवीय राहत बढ़ाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
न्यूजीलैंड में भारतीय नागरिक की हत्या के मामले में आरोपी की कोर्ट में पेशी
भारतीय मूल के गुरजीत सिंह (28) की न्यूजीलैंड के डुनेडिन में उनके घर के बाहर हत्या कर दी गई। सिंह की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार 33 वर्षीय एक शख्स को कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी को बिना किसी दलील के हिरासत में भेज दिया गया।
न्यूजीलैंड हेराल्ड अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, उसे गुरजीत सिंह की हत्या के मामले में 27 फरवरी को हाईकोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। पुलिस को 29 जनवरी को डुनेडिन के पते पर बुलाया गया था, जहां गुरजीत का शव उनके घर के बाहर खून से लथपथ पाया गया था।
लुधियाना के पामल निवासी नवविवाहित गुरजीत टेलीकॉम कंपनी कोरस में एक टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था। वह हिलेरी स्ट्रीट में अपने घर पर अपनी पत्नी के आने का इंतजार कर रहा था। हेराल्ड अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, जासूस सीनियर सार्जेंट कल्लम क्राउडिस ने पुष्टि की कि पैथोलॉजिकल फाइंडिंग से संकेत मिलता है कि गुरजीत की मौत किसी नुकीली चीज से किए गए हमले के कारण हुई। उसके शरीर पर कई घाव थे।
संयुक्त राष्ट्र में म्यांमार के दूत ने कहा, लोकतांत्रिक ताकतें जुंटा के खिलाफ हो रहीं मजबूत
म्यांमार में तीन साल पहले तख्तापलट में अपदस्थ की गई लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वहां के स्थायी प्रतिनिधि क्याव मो तुन ने तानाशाही के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रभावी कार्रवाई अपील करते हुए कहा है कि उनके देश में लोकतांत्रिक ताकतें मजबूत हो रही हैं और सैन्य शासन हार रहा है।
उन्होंने वहां की स्थिति पर परिषद की एक बंद बैठक से पहले सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "हम म्यांमार के लोग सैन्य तानाशाही के खिलाफ एकजुट हैं। उन्होंने कहा, लोकतांत्रिक ताकतें मजबूत हो रही हैं और सैन्य शासन हर दिन हार रहा है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन हमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय, सुरक्षा परिषद और व्यक्तिगत सदस्य देशों से समन्वित ठोस कार्रवाइयों की मदद की ज़रूरत है।"
सोमवार को सैन्य तख्तापलट की तीसरी वर्षगांठ मनाई गई, जिसने राष्ट्रपति विन म्यिंट और स्टेट काउंसलर आंग सान सू की की नागरिक सरकार को उखाड़ फेंका था, जो कई नेताओं के साथ हिरासत में हैं।
ईरान ने भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा की जरूरत खत्म की
ईरान दूतावास द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, 4 फरवरी से लागू होने वाली नई नीति के साथ भारतीय पर्यटकों को ईरान जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं है। दूतावास ने एक बयान में कहा, "सामान्य पासपोर्ट रखने वाले व्यक्तियों को हर छह महीने में एक बार बिना वीजा के ईरान में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, जिसमें अधिकतम 15 दिन का प्रवास होगा।"
बयान में स्पष्ट किया गया कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 15 दिन की अवधि नहीं बढ़ाई जा सकती। वीजा-मुक्त प्रवेश केवल पर्यटन उद्देश्यों के लिए ईरान में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों पर लागू होता है। व्यवसाय या शैक्षिक उद्देश्यों के लिए ईरान जाने वाले भारतीयों को संबंधित श्रेणियों के तहत वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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