दुनियाः ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम के बच्चे नहीं यूज कर पाएंगे सोशल मीडिया और बाइडन ने ट्रंप को जीत पर दी बधाई
इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में माउंट लेवोटोबी में गुरुवार को फिर विस्फोट हुआ, जिसकी वजह से राख 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैल गई। कैलिफोर्निया में खतरनाक रूप से फैल रही जंगल की आग बेकाबू हो गई है जिससे हजारों निवासियों को घर छोड़ना पड़ा है।
ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम के बच्चे नहीं यूज कर पाएंगे सोशल मीडिया
ऑस्ट्रेलियाई सरकार 16 साल से कम उम्र के बच्चों पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाने जा रही है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी और संचार मंत्री मिशेल रोलैंड ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्सेस के लिए न्यूनतम आयु सीमा को 16 साल निर्धारित करने के लिए कानून बनाने का फैसला किया है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने संसद में आयु सीमा के लिए कानून लाने की घोषणा की थी। हालांकि, उन्होंने एक निश्चित आयु की कट-ऑफ को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर नहीं की थी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने गुरुवार को कहा कि सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर न्यूनतम आयु सीमा लागू करने के लिए कानून बनाएगी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "हमारे बच्चों को सोशल मीडिया नुकसान पहुंचा रहा है और मैं इस पर रोक लगाना चाहता हूं। यह एक चिंता का विषय है और हम जानते हैं कि इससे कितना सामाजिक नुकसान हो सकता है और हम इसके परिणामों को भी जानते हैं।" सरकार की योजना के मुताबिक, अगर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बच्चों के लिए एक्सेस को प्रतिबंधित करने में विफल साबित होते हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि, 16 वर्ष से कम उम्र के यूजर्स और उनके माता-पिता या अभिभावकों पर ना तो कोई जुर्माना लगेगा और ना ही उन पर कोई कार्रवाई होगी।
ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा प्रस्तावित कानून संसद में पारित होने के 12 महीने बाद लागू होगा। इसे सरकार के सुरक्षा आयुक्त के कार्यालय द्वारा लागू किया जाएगा। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा, "यह दुनिया का अग्रणी कानून है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमने इसे सही तरीके से लागू किया है। हमें लगता है कि इसके लिए निश्चित रूप से कुछ अपवाद और छूट होंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अनपेक्षित परिणाम न हो, लेकिन हमें लगता है कि यह बिल्कुल सही बात है।"
जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर दी बधाई
राष्ट्रपति जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर बधाई दी है। साथ ही आश्वासन दिया कि सत्ता का हस्तांतरण सहज ढंग से होगा। व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक संक्षिप्त बयान में कहा, "राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक सुचारू परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और देश को एक साथ लाने के लिए काम करने के महत्व पर जोर दिया।" ट्रंप के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने इस कॉल को स्वीकार किया और कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप इस बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो शीघ्र ही होगी, और उन्होंने इस कॉल की बहुत सराहना की"।
बता दें कि 2020 में जो बाइडन के निर्वाचित होने पर ट्रंप शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे। ट्रंप ने अपने अभियान के दौरान जो बाइडन पर क्रूर हमला किया था, उन्हें “स्लीपी जो” उपनाम दिया था और उन्हें “कमजोर आदमी” कहा था। बाइडन ने भी उन्हें नहीं बख्शा था और "दोषी अपराधी" "असफल" और "मूर्ख" कहा था। लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं द्वारा राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर किए जाने के बाद ट्रंप ने बाइडन के प्रति सहानुभूति भी दिखाई।
पाकिस्तान: आतंकी हमलों में 2 बच्चों, 4 पुलिसकर्मियों की मौत
पाकिस्तान के अशांत उत्तरी वजीरिस्तान में सुरक्षा बलों के एक वाहन के पास सड़क किनारे लगे बम में विस्फोट होने से कम से कम चार कर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार को दी। एक अन्य घटना में, खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत की तिराह घाटी में आतंकियों द्वारा दागा गया मोर्टार सड़क के पास गिरने से दो स्कूली बच्चों की मौत हो गई। हालांकि अभी तक किसी भी ग्रुप ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) क्षेत्र में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को निशाना बना रहा है।
माना जाता है कि पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान में तालिबान शासन की वापसी के बाद टीटीपी को नया जीवन मिला है। ग्रुप के शीर्ष कमांडरों को अफगानिस्तान की जेलों से रिहा कर दिया गया। इससे ग्रुप को पाकिस्तान के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में फिर से संगठित होने और पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों पर हमले करने का मौका मिल गया। इस बीच पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने खुफिया जानकारी आधारित अभियान (आईबीओ) चलाए। सशस्त्र बलों ने दक्षिण वजीरिस्तान के साथ-साथ अन्य पूर्व कबायली क्षेत्रों में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें दर्जनों आतंकवादी मारे गए।
हालांकि अफगान तालिबान ने शांति वार्ता शुरू करने की बात कह चुका है लेकिन पाकिस्तान ने इसकी किसी भी संभावना से इनकार किया है। इसके बजाय इस्लामाबाद ने काबुल से अपील की है कि वह टीटीपी और उसके सहयोगी समूहों को सेफ ऑपरेटिंग एरिया प्रदान करना बंद कर दे। पाकिस्तान में आतंकवादियों ने चीन के नागरिकों को भी निशाना बनाया है। चीनी नागरिक चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से संबंधित परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। बीजिंग ने अपने नागरिकों पर लगातार हो रहे हमलों पर गंभीर चिंता जताई है और पाकिस्तान से देश में काम कर रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाने की अपील की है।
कैलिफोर्निया में 10,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली जंगल की आग
कैलिफोर्निया में तेज हवाओं के कारण खतरनाक रूप से फैल रही जंगल की आग बेकाबू हो गई है जिससे हजारों निवासियों को घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। वेंचुरा काउंटी फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि पहाड़ की आग बुधवार सुबह लॉस एंजिल्स से 60 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में वेंचुरा काउंटी के मूरपार्क में लगी और दोपहर तक 10,400 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैल गई। डिपार्टमेंट ने बताया कि आग कैमारिलो शहर के उपनगर तक पहुंच गई, जहां करीब 70,000 लोग रहते हैं। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने एक बयान में कहा कि अब तक 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के आदेश जारी किए गए हैं। जंगली आग से कैमारिलो के आसपास के उपनगरीय समुदायों, फार्महाउसों और कृषि क्षेत्रों में 3,500 स्ट्रक्चर को खतरा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूसम ने वेंचुरा काउंटी को महत्वपूर्ण संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद के लिए संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी से मंजूरी की भी घोषणा की। लोकल ब्रॉडकास्टर ने कई घरों को आग की लपटों में घिरा हुआ और कई को पूरी तरह से नष्ट होते हुए दिखाया। धुएं का एक घना गुबार सैकड़ों फीट ऊपर आसमान में उठ गया, जिसने पूरे इलाके को ढक लिया। इससे फायर फाइटर्स और इलाके से निकलने वालों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी। लॉस एंजिल्स क्षेत्र के लिए राष्ट्रीय मौसम सेवा कार्यालय ने आग के बढ़ते खतरे के लिए अपनी रेड फ्लैग वार्निंग को संशोधित करते हुए इसे 'विशेष रूप से खतरनाक स्थिति' कर दिया। मौसम सेवा ने कहा कि 80 मील प्रति घंटे तक की हवाएं चलने और नमी के निम्न स्तर के पूर्वानुमान के साथ, लॉस एंजिल्स और वेंचुरा काउंटी के कई क्षेत्रों में गुरुवार को भीषण आग लगने की स्थिति पैदा हो सकती है।
इंडोनेशिया में माउंट लेवोटोबी में फिर विस्फोट, 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैली राख
इंडोनेशिया के पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में माउंट लेवोटोबी में गुरुवार को फिर विस्फोट हुआ। विस्फोट की वजह से राख 5,000 मीटर ऊंचाई तक फैल गई। इसके बाद उच्चतम एविएशन अलर्ट जारी किया गया। यह जानकारी ज्वालामुखी विज्ञान और भूवैज्ञानिक आपदा न्यूनीकरण केंद्र ने दी। विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह 10:48 बजे हुआ। राख क्रेटर (ज्वालामुखी के शीर्ष पर एक गड्डा) के पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम और उत्तर की ओर फैल गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईस्ट फ्लोरेस रीजेंसी में स्थित माउंट लेवोटोबी उच्चतम अलर्ट स्तर पर है और क्रेटर से 7 किमी की दूरी तक का क्षेत्र खतरे वाला घोषित किया गया है। एविएशन के लिए ज्वालामुखी ऑब्जर्वेटरी नोटिस, 'रेड लेवल' पर जारी किया गया, जो उच्चतम चेतावनी है, जिसमें क्रेटर के ऊपर और उसके आसपास 6,000 मीटर से नीचे उड़ानों पर प्रतिबंध है। विमानों को राख के बादलों की भी चेतावनी दी गई, जो उड़ानों को बाधित कर सकते हैं।
बता दें माउंट लेवोटोबी रविवार देर रात फट गया था, जिसकी वजह से 10 लोगों की मौत हो गई, 63 लोग घायल हो गए। वहीं 4,000 से अधिक लोगों अपना घर छोड़ना पड़ा। गर्म बादलों और ज्वालामुखीय पदार्थों ने सैकड़ों घरों और इमारतों को नष्ट कर दिया, जिससे क्षेत्र में आग लग गई। 1,584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माउंट लेवोटोबी इंडोनेशिया के 127 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। इससे पहले ज्वालामुखी विज्ञान और भूगर्भीय आपदा न्यूनीकरण केंद्र के अनुसार, गुरुवार को इंडोनेशिया के पश्चिमी सुमात्रा प्रांत में माउंट मारापी में सुबह विस्फोट हुआ, जिससे राख 800 मीटर ऊंचाई तक हवा में फैल गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, विस्फोट सुबह 8.54 बजे जकार्ता समय पर हुआ, जिसके बाद राख क्रेटर के पूर्व और उत्तर-पूर्व में फैल गई। निवासियों को क्रेटर के 4.5 किलोमीटर के दायरे में गतिविधियों से बचने की चेतावनी दी गई। ज्वालामुखी की ढलानों पर उत्पन्न होने वाली नदियों के किनारे रहने वालों को भारी बारिश के दौरान संभावित लावा प्रवाह के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई।