दुनियाः इमरान के राजनीतिक सलाहकार का लाहौर में अपहरण और कनाडा ने ईरान के सशस्त्र बल को आतंकी संगठन घोषित किया

सऊदी अरब में भीषण गर्मी के कारण हज के लिए दुनिया भर से आए 900 से अधिक हज यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें 35 पाकिस्तानी शामिल हैं। गाजा पट्टी के दक्षिण में राफा शहर में इजरायली सेना ने मर्चेंट ट्रकों के करीब 10 फिलिस्तीनी सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी है।

इमरान के राजनीतिक सलाहकार का लाहौर में अपहरण
इमरान के राजनीतिक सलाहकार का लाहौर में अपहरण
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नवजीवन डेस्क

इमरान के राजनीतिक सलाहकार का लाहौर में अपहरणः रिपोर्ट

पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के राजनीतिक सलाहकार का पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर से अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर अपहरण कर लिया है। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने खबर दी है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता शाहबाज गिल के बड़े भाई गुलाम शब्बीर का दो दिन पहले अज्ञात व्यक्तियों ने उस समय अपरहण कर लिया जब वह इस्लामाबाद जा रहे थे। इस बाबत कान्हा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

प्राथमिकी उनके बेटे बिलाल ने दर्ज कराई है जिसमें कहा गया है कि शब्बीर देर रात लाहौर के खयाबन-ए-अमीन स्थित अपने घर से निकले और इस्लामाबाद की ओर चल दिए। इस बारे में और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। पीटीआई पार्टी के 71 वर्षीय संस्थापक खान पिछले साल अगस्त से जेल में हैं जब उन्हें कुछ मामलों में दोषी करार दिया गया था। उनके खिलाफ करीब 200 मामले दर्ज हैं।

कनाडा ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड को आतंकी संगठन घोषित किया

कनाडा ने ईरानी सशस्त्र बलों की एक शाखा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर को "आतंकवादी इकाई" घोषित कर दिया है। कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने बुधवार दोपहर घोषणा की कि कनाडा आईआरजीसी की "आतंकवादी गतिविधि का मुकाबला करने के लिए" अपने पास उपलब्ध सभी साधनों का उपयोग करेगा। लेब्लांक ने कहा कि शीर्ष आईआरजीसी सदस्यों सहित हजारों वरिष्ठ ईरानी सरकारी अधिकारियों के अब कनाडा में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जो पहले से ही देश के अंदर हैं, उनकी जांच की जा सकती है और उन्हें निष्कासित किया जा सकता है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने पब्लिक सेफ्टी कनाडा के एक प्रेस वक्तव्य को उद्धृत करते हुए बताया कि इस घोषणा के परिणाम स्वरूप तत्काल प्रभाव से कनाडाई वित्तीय संस्थानों, जैसे कि बैंकों और ब्रोकरेज को "आतंकवादी संगठन" की संपत्ति को तुरंत फ्रीज करना होगा। कनाडा में किसी भी व्यक्ति या विदेश में कनाडाई लोगों के लिए जानबूझकर आतंकवादी समूह के स्वामित्व वाली या नियंत्रित संपत्ति से ताल्लुक रखना एक आपराधिक कृत्य है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, यदि धर्मार्थ संगठन आतंकवादी समूहों से अपने संबंध बनाए रखते हैं, तो वे अपना दर्जा खो सकते हैं। उन समूहों से जुड़े पाए जाने वाले लोगों को कनाडा में प्रवेश से वंचित किया जा सकता है। अमेरिका ने 2019 में आईआरजीसी को "आतंकवादी समूह" घोषित किया था।


सऊदी अरब में मरने वाले 900 से अधिक हाजियों में 35 पाकिस्तानी

सऊदी अरब में इस वर्ष भीषण गर्मी के कारण हज यात्रा के दौरान दुनिया भर से आए 900 से अधिक हज यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें कम से कम 35 पाकिस्तानी तीर्थयात्री शामिल हैं। सरकार ने इसकी पुष्टि की है। पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि इस वर्ष अत्यधिक गर्मी और खराब मौसम के कारण हज यात्रा चुनौतीपूर्ण थी, तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था। सऊदी अरब के सरकारी टेलीविजन ने बताया कि सोमवार को मक्का की मस्जिद-ए-हरममें तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

पाकिस्तान हज मिशन के महानिदेशक अब्दुल वहाब सूमरो ने बुधवार को बताया कि खबर के अनुसार 18 जून तक कुल 35 पाकिस्तानी हज यात्रियों की मौत हुई हैं। डॉन अखबार में सूमरो के हवाले से कहा गया कि मक्का में 20, मदीना में छह, मीना में चार, अराफात में तीन और मुजदलिफा में दो लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि सऊदी सरकार ने हरमैन में दफनाने की व्यवस्था की है और अगर कोई पाकिस्तानी हजयात्री मांग करे तो उसके शव को उसके उत्तराधिकारियों के माध्यम से वापस देश भेजने के भी प्रबंध किए गए हैं। सऊदी अरब ने आधिकारिक तौर पर मौतों की जानकारी नहीं दी है, हालांकि उसने सिर्फ रविवार को ही ‘‘भीषण गर्मी’’ से निढाल होने वालों के 2700 से अधिक मामलों की सूचना दी है। सूमरो ने आम नागरिकों से हज यात्रियों की कठिनाइयों के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही पोस्टों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने बताया कि यह वास्तविक नहीं है।

इजरायली सेना ने राफा में 10 फिलिस्तीनी सुरक्षाकर्मियों को मार गिराया

फिलिस्तीनी सुरक्षा और चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि गाजा पट्टी के दक्षिण में राफा शहर में इजरायली सेना ने मर्चेंट ट्रकों के कम से कम 10 फिलिस्तीनी सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी है। स्थानीय सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बुधवार को शिन्हुआ को बताया कि इजरायली विमानों ने राफ़ा के पूर्व में वाणिज्यिक सामान की सुरक्षा कर रहे सुरक्षाकर्मियों के एक समूह को निशाना बनाया। शिन्हुआ ने चिकित्सा सूत्रों के हवाले से बताया कि मृतकों के शवों और कई अन्य घायलों को यूरोपीयन गाजा हॉस्पिटल ले जाया गया। इजरायली सेना ने अभी तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की है। फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, इजरायली अधिकारियों ने हाल ही में वेस्ट बैंक के रास्ते वाणिज्यिक सामान को दक्षिणी युद्धग्रस्त एन्क्लेव में प्रवेश करने की अनुमति दी थी।

यह दो दिन में दूसरी ऐसी घटना है। सोमवार रात वाणिज्यिक सामानों की सुरक्षा में तैनात कर्मियों को निशाना बनाकर किये गये इजरायली हवाई हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए थे। इससे पहले बुधवार को, गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर से चल रहे संघर्ष में मरने वाले फ़िलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 37,396 हो गई है। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा के पास यहूदी राष्ट्र पर अचानक हमला कर दिया। हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है जो अब भी जारी है।


अमेरिकी सेना ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट के बड़े सदस्य को मारा

अमेरिकी सेना ने कहा है कि उसने सीरिया में हवाई हमले में इस्लामिक स्टेट आतंकवादी मिलिशिया के एक बड़े सदस्य को मार गिराया है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने सीरिया में हवाई हमला किया, जिसमें आईएसआईएस के एक वरिष्ठ अधिकारी उस्माह जमाल मुहम्मद इब्राहिम अल-जनाबी की मौत हो गई।" इसमें आगे कहा गया, "उसकी मौत से आईएसआईएस की संसाधन जुटाने और आतंकवादी हमले करने की क्षमता में कमी आएगी।" "इस हमले में किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचने की कोई जानकारी नहीं मिली है।" सीरिया में आईएसआईएस फिर से उभरने की कोशिश कर रहा है। अमेरिकी सैनिक इस्लामिक स्टेट के फिर से उभरने से रोकने के लिए वहां तैनात हैं।

अमेरिकी सेना को कुर्द मिलिशिया वाईपीजी और उसके सहयोगियों के नियंत्रित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। 2019 में चरमपंथी मिलिशिया के खत्म होने की घोषणा कर दी गई थी, इसके बावजूद यह बीच-बीच में सक्रिय हो जाता है। हालांकि, जानकारों के अनुसार, अमेरिका इस क्षेत्र में अपनी निरंतर सैन्य मौजूदगी से अपने कट्टर दुश्मन ईरान के प्रभाव को सीमित करने की कोशिश कर रहा है। वाशिंगटन में एक रक्षा अधिकारी के अनुसार, लगभग 700 अमेरिकी सैनिक अभी भी जगह-जगह सीरिया में हैं। गाजा युद्ध के छिड़ने के साथ ही उनकी तैनाती और भी खतरनाक हो गई है। ईरान समर्थक मिलिशिया अक्सर अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला करते रहते हैं।

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