दुनियाः हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे 100 से ज्यादा रॉकेट और जाकिर नाइक के विवादित बयानों से भड़के पाकिस्तानी

हमास की मिलिट्री विंग अल-कस्साम ब्रिगेड ने दावा किया कि गाजा शहर में एक हमले में कई इजरायली सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। इजरायली हमले शुरू होने के बाद से लेबनान में 12 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे 100 से ज्यादा रॉकेट
हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे 100 से ज्यादा रॉकेट
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नवजीवन डेस्क

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे 100 से ज्यादा रॉकेट

इजरायली सेना ने कहा कि हिजबुल्लाह ने मंगलवार को हाइफा खाड़ी, अपर गैलिली और सेंट्रल गैलिली की ओर लगभग 105 रॉकेट दागे। हमले का मुकाबला करने के लिए इंटरसेप्टर तैनात किए गए। मैगन डेविड एडोम रेस्क्यू सर्विस ने बताया कि 70 वर्षीय एक महिला छर्रे लगने से घायल हो गई और उसे अस्पताल ले जाया गया। हाइफा के उत्तर में स्थित शहर किरयात याम में रॉकेट ने एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया। यह जानकारी इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी समाचार ने दी। सेना ने कहा, "अधिकांश प्रक्षेपास्त्रों को इजरायल वायु सेना की हवाई रक्षा प्रणाली द्वारा रोक दिया गया।"

हिजबुल्लाह ने मंगलवार को एक बयान में पुष्टि की कि उसने गाजा में फिलिस्तीनियों का समर्थन करने, लेबनान और उसके लोगों की रक्षा करने, शहरों, गांवों और नागरिकों पर बर्बर इजरायली आक्रमण का जवाब देने के लिए उत्तरी इजरायली शहर हाइफा और क्रेयोट क्लस्टर को दोपहर में मिसाइलों की एक बड़ी बौछार से निशाना बनाया। बता दें क्रेयोट कलस्टर में हाइफा के चार छोटे शहर और दो पड़ोसी इलाके शामिल हैं। रॉकेट हमला मंगलवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगर पर इजरायली हवाई हमलों की एक श्रृंखला के बाद हुआ।

जाकिर नाइक के विवादित बयानों से पाकिस्तानी नाराज

भारत के भगोड़े जाकिर नाइक को पाकिस्तान में अपने विवादास्पद बयानों के कारण भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। वह शहबाज शरीफ सरकार के निमंत्रण पर पाकिस्तान दौरे पर आया हुआ है। नाइक के विवादास्पद बयानों की वजह उसके कुछ कट्टर अनुयायी भी यह कहने लगे हैं कि इस्लामाबाद ने उसे देश में आमंत्रित करके 'बड़ी गलती' की है, वह भी एक 'राज्य अतिथि' के रूप में। मंगलवार को नाइक का एक वीडियो पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें वह पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन पीआईए का मजाक उड़ा रहा है क्योंकि पीआईए ने उस पर और उसके साथ आए लोगों पर अतिरिक्त सामान के लिए शुल्क लगाया।

नाइक की यह टिप्पणी पाकिस्तानियों को पसंद नहीं आई और उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जमकर आलोचना की। एक पाकिस्तानी कंटेंट क्रिएटर, साद कैसर, ने एक्स पर लिखा, 'जिसने भी जाकिर नाइक को आमंत्रित किया है, वह कृपया इसे दोबारा न बुलाएं! हालांकि, पीआईए को पूरी कीमत मांगनी चाहिए थी। कोई भी वास्तविक इस्लामी उपदेशक कभी भी विशेष व्यवहार की मांग नहीं करेगा - या कम से कम, यह नहीं मिलने पर सार्वजनिक रूप से इसके बारे में शिकायत नहीं करेगा!" एक पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा, "क्या यह वही व्यक्ति है जिसे सरकार ने राजकीय अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है? देखिए वह पाकिस्तान और उसकी नेशनल एयरलाइन की बुराई कर रहा है। सरकार को उसे मेजबानी करने की सलाह किसने दी?' कुछ लोगों ने नाइक, को 'स्पेशल ट्रीटमेंट' न देने के लिए पीआईए तारीफ भी की। इससे पहले इस्लामाबाद में अनाथ बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मंच छोड़कर जाने और युवा लड़कियों को पुरस्कार देने से मना करने के कारण नाइक विवादों में आ गए थे।


इजरायली इलाके में दागी मिसाइलें, कई सैनिकों को मार गिराया: हमास 

हमास की मिलिट्री विंग अल-कस्साम ब्रिगेड ने दावा किया कि गाजा शहर में एक हमले में कई इजरायली सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। सोमवार को अल-कस्साम ब्रिगेड की ओर से जारी एक प्रेस बयान के अनुसार, उनके लड़ाकों ने दस इजरायली सैनिकों के एक ग्रुप को एंटी पर्सनल बम से सफलतापूर्वक निशाना बनाया।  समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एक अलग घोषणा में, ब्रिगेड ने दावा किया कि उन्होंने गाजा शहर के उत्तर में तुवाम क्षेत्र में एक इजरायली बख्तरबंद वाहन को 'यासिन 105' मिसाइल से निशाना बनाया।

इजरायली सेना ने इन घटनाओं पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की। हालांकि, पब्लिक इजरायली रेडियो ने बताया कि गाजा में सैन्य बलों को गंभीर सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और घायल सैनिकों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। अल-कस्साम ब्रिगेड ने यह भी दावा किया कि उन्होंने इजरायल के सदेरोत क्षेत्र के साथ-साथ राफा शहर के पूर्व में सैन्य जमावड़ों और ऑपरेशनल सेंटर्स को निशाना बनाया। हमले में 114-मिमी कैलिबर वाली कई 'राजम' शॉर्ट-रेंज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। इन मिसाइलों के प्रक्षेपण से किसी के हताहत होने या नुकसान की सूचना नहीं मिली। इससे पहले अल-कस्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने एक वीडियो में मैसेज में कहा, "हम इजरायल के खिलाफ एक लंबे और दर्दनाक युद्ध को जारी रखने का फैसला लेते हैं।"

लेबनान में इजरायली हमलों के बाद लाखों लोग बेघर

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) फिलिपो ग्रांडी ने सीरिया और लेबनान की सीमा पर स्थित जेडीडेट याबूस क्रॉसिंग का दौरा किया। इजरायली हमले शुरू होने के बाद से लाखों लोग लेबनान से सीरिया पहुंचे हैं। ग्रांडी ने सोमवार को एक्स पर लिखा, 'मैं सीरियाई/लेबनानी सीमा पर हूं, जहां लेबनान में इजरायली हवाई हमले बढ़ने के बाद से 23 सितंबर से अब तक 25 लाख लोग आ चुके हैं।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना के हवाले से बताया कि वर्तमान में लेबनान में 12 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।

ग्रांडी ने जानकारी दी कि सीरिया में आने वाले लोगों की मदद के लिए यूएनएचसीआर के साथ स्थानीय अधिकारी, सीरियाई रेड क्रिसेंट, संयुक्त राष्ट्र और अन्य भागीदार चौबीस घंटे काम कर रहे हैं। ग्रैंडी ने बताया कि उन्होंने लेबनान से सीरिया जा रहे सभी लोगों और उनमें से कई को शरण देने वाले परिवारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 324 मिलियन डॉलर की अपील की। इससे पहले सोमवार को सीरिया के अल-वतन ऑनलाइन अखबार ने देश के इमिग्रेशन और पासपोर्ट निदेशालय के हवाले से कहा कि 23 सितंबर से लेबनान से 91,000 लेबनानी और 239,000 सीरियाई नागिरक सीरिया पहुंच चुके हैं।


इजरायली ने हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर के कमांडर को मार गिराने का किया दावा

इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मंगलवार को हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर के कमांडर सुहैल हुसैन हुसैनी की हत्या की घोषणा की। आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि इजरायली वायु सेना ने बेरूत क्षेत्र में खुफिया जानकारी के आधार पर सटीक कार्रवाई की जिसमें हुसैनी की मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हेडक्वार्टर, संगठन के भीतर रसद की देखरेख करता है और संगठन में विभिन्न इकाइयों के बजट और प्रबंधन का प्रभारी है। आईडीएफ ने एक बयान में कहा गया कि हुसैनी ने ईरान और हिजबुल्लाह के बीच हथियारों के ट्रांसफर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और वह हिजबुल्लाह यूनिट्स के बीच हथियारों के वितरण के लिए जिम्मेदार था।

 बयान के मुताबिक हुसैनी जिहाद परिषद, हिजबुल्लाह की सीनियर मिलिट्री लीडरशिप काउंसिल का सदस्य भी था। आईडीएफ के मुताबिक हुसैनी, हिजबुल्लाह के सबसे खास प्रोजेक्ट के बजट और रसद प्रबंधन के लिए जिम्मेदार था, जिसमें संगठन की युद्ध योजनाएं और अन्य विशेष अभियान शामिल हैं। हिजबुल्लाह ने हमले पर तुरंत टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, स्थानीय मीडिया के अनुसार, उसने रात में इजरायल की विदेशी खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय के पास एक सैन्य अड्डे पर रॉकेट दागे जाने की जिम्मेदारी ली।