दुनियाः सिनवार की मौत पर भड़का हमास, इजरायल को दी धमकी और नाइजीरिया में हैजा से मरने वालों की संख्या 378 हुई
अमेरिका ने ईरानी तेल परिवहन मामले में एक हूती नेटवर्क से संबंध के चलते 18 कंपनियों और कई लोगों पर प्रतिबंध लगाया है, जिनमें दो भारतीय भी हैं। फिलीपींस के जाम्बोआंगा डेल नोर्टे प्रांत में बंदूकधारियों ने एक अमेरिकी व्यक्ति को गोली मारकर उसका अपहरण कर लिया।
सिनवार की मौत पर भड़का हमास, इजरायल को दी धमकी
वरिष्ठ हमास नेता खलील अल-हय्या ने गाजा में बुधवार को ग्रुप के लीडर याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की। इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि गाजा से बंधकों की वापसी तब तक मुमकिन नहीं है जब तक कि फिलिस्तीनी क्षेत्र पर हमले बंद नहीं जाते। इजरायली मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक वीडियो में, अल-हय्या ने कहा कि सिनवार की मौत से आतंकवादी समूह को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि 'कब्जा करने वालों' को जल्द ही उसे मारने का पछतावा होगा। अल-हय्या ने कहा, "हमास अपने नेताओं के खात्मे के साथ और भी मजबूत और लोकप्रिय होता जा रहा है। लोगों को खोना तकलीफ पहुंचाता है, खास तौर पर याह्या सिनवार जैसे अनोखे नेता को, लेकिन हमें यकीन है कि अंत में हम जीतेंगे।"
रिपोर्ट के मुताबिक अल-हय्या ने कहा कि गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को तब तक रिहा नहीं किया जाएगा जब तक कि हमले बंद नहीं हो जाते और इजरायली सेना फिलिस्तीनी क्षेत्र से वापस नहीं चली जाती। इजरायल का आरोप है कि सिनवार पिछले साल हुए 7 अक्टबूर के हमले का मास्टरमाइंड था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। माना जाता है कि 101 बंधक अभी भी गाजा में हैं।
सिनवार को 16 अक्टूबर को इजरायली सेना ने मार गिराया। इजरायल ने गुरुवार हमास लीडर की मौत की आधिकारिक रूप से घोषणा की। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और शिन बेट सिक्योरिटी एजेंसी ने एक बयान में कहा, '7 अक्टूबर के हमले और नरसंहार का सूत्रधार सिनवार, बुधवार को दक्षिणी गाजा के राफा में गोलीबारी में मारा गया।' इस हमले के बाद यहूदी राष्ट्र ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया और फिलिस्तनी ग्रुप के कंट्रोल वाले गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के सैनिक अभियान ने गाजा में भारी तबाही मचाई है। अलजजीरा की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 42,438 लोग मारे गए हैं और 99,246 घायल हुए हैं।
नाइजीरिया में हैजा प्रकोप से मरने वालों की संख्या 378 हुई
नाइजीरिया में हैजा के प्रकोप से मरने वालों की संख्या इस महीने की शुरुआत में 359 से बढ़कर 378 हो गई है, जबकि जनवरी में इसकी शुरुआत के बाद से संदिग्ध मामलों की संख्या सबसे अधिक आबादी वाले अफ्रीकी देश में 14,000 से अधिक हो गई है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, नाइजीरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (एनसीडीसी) के प्रमुख जीदे इदरीस ने राजधानी अबुजा में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं को बताया कि 13 अक्टूबर तक 36 में से 35 राज्यों में कम से कम 14,237 संदिग्ध मामले सामने आए थे, जिनमें मृत्यु दर 2.7 प्रतिशत थी।
इदरीस ने कहा, ''बाढ़ और खराब जल एवं सफाई बुनियादी ढांचे से प्रभावित राज्यों में हैजा एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। इसके अलावा पांच उत्तरी राज्यों बोर्नो, अदामावा, जिगावा, योबे और कानो को इस प्रकोप के केन्द्र के रूप में पहचाना गया है।'' उन्होंने कहा कि एनसीडीसी ने प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किए हैं तथा प्रकोप से निपटने के लिए आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों के शिविरों में हैजा टीकाकरण चलाया है। हैजा एक अत्यंत घातक रोग है, जिसके सबसे गंभीर लक्षण अचानक होने वाले दस्त है, जो डिहाइड्रेशन के कारण मृत्यु का कारण बन सकते है।
अमेरिका ने हूती नेटवर्क से संबंधों को लेकर दो भारतीयों पर प्रतिबंध लगाया
अमेरिका ने ईरानी तेल परिवहन मामले में एक हूती नेटवर्क से कथित संबंध के चलते 18 कंपनियों और लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंधित लोगों में दो भारतीय भी शामिल हैं।आरोप है कि इस तेल के परिवहन से अर्जित राजस्व से हूती संगठन को इजराइल पर हमले करने और लाल सागर क्षेत्र में पोत परिवहन को बाधित करने में मदद मिलती है। इस संबंध में गुरुवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर-कुद्स बल समर्थित हूती के वित्तीय अधिकारी सैद अल जमाल और उसके नेटवर्क से संबंध रखने के चलते संबंधित कंपनियों और अवैध तेल परिवहन में शामिल जहाजों के कप्तानों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
प्रतिबंधित 18 कंपनियों में मार्शल द्वीप-पंजीकृत ‘चांगताई शिपिंग एंड मोशनविगेशन्स लिमिटेड’ और संयुक्त अरब अमीरात आधारित ‘इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट’ भी शामिल हैं। वित्त विभाग के अनुसार, प्रतिबंधित किए गए दो भारतीय नागरिक ‘इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट’ से जुड़े हैं। विज्ञप्ति में कहा गया कि संयुक्त अरब अमीरात और भारत में रहने वाले भारतीय नागरिक राहुल रतनलाल वारिकू ‘इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट’ के प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने ‘सेफ सीज शिप मैनेजमेंट’ और ‘ऑरम शिप मैनेजमेंट’ कंपनियों में प्रबंधक की भूमिका में भी काम किया है, जो ईरान के रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बल के रसद विभाग तथा अल-जमाल नेटवर्क के लिए ईरानी तेल परिवहन में शामिल रही हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार, हांगकांग और भारत में रहने वाले भारतीय नागरिक दीपांकर मोहन केओट ‘इंडो गल्फ शिप मैनेजमेंट’ के तकनीकी प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में, वह कंपनी के अंतर्गत आने वाले जहाजों के बजट और व्यय सहित पोत संचालन की निगरानी का दायित्व देखते हैं। इसमें कहा गया कि प्रतिबंधों के तहत संबंधित कंपनियों और लोगों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इस क्रम में जहाज के कप्तान अली बरखोरदार और वाहिद उल्ला दुर्रानी पर भी अल-जमाल नेटवर्क को वित्तीय या तकनीकी सहायता प्रदान करने को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है।
फिलीपींस में गोली मारकर अमेरिकी नागरिक का अपहरण
दक्षिणी फिलीपींस के जाम्बोआंगा डेल नोर्टे प्रांत में बंदूकधारियों ने एक अमेरिकी व्यक्ति को गोली मारकर उसका अपहरण कर लिया। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ज़ाम्बोआंगा प्रायद्वीप क्षेत्रीय कार्यालय में फिलीपीन राष्ट्रीय पुलिस के ब्रिगेडियर जनरल बोवेन जॉय मासाउडिंग ने पीड़ित की पहचान संयुक्त राज्य अमेरिका के वर्मोंट राज्य निवासी इलियट ओनिल ईस्टमैन (26) के रूप में की। मासाउडिंग ने कहा कि अपहरणकर्ता गुरुवार को स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे के आसपास सिबुको शहर में अमेरिकी नागरिक के घर में घुस आए।
गवाहों के बयानों का हवाला देते हुए मासाउडिंग ने बताया जब पीड़ित ने अपना बचाव करने की कोशिश की, तो अपहरणकर्ताओं ने उसके पैर में गोली मार दी। मासाउडिंग ने कहा कि पीड़ित एक स्थानीय फ़िलिपिनो महिला से शादी करने के बाद पांच महीने से शहर में रह रहा था। अभी तक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस प्रवक्ता कर्नल हेलेन गैल्वेज ने कहा,''अभी तक हमें अपहरणकर्ताओं की ओर से कोई भी मैसेज नहीं मिला है, न ही किसी ने फिरौती के लिए कोई संपर्क किया है। वहीं पीड़ित की चिकित्सा स्थिति के बारे में अभी तक हमारे पास कोई जानकारी नहीं है।''
जॉर्डन से इजरायल में घुसे हमलावरों ने चलाई ताबड़तोड़ गोलियां, 2 घायल
जॉर्डन से सीमा पार कर आए दो या तीन बंदूकधारियों ने शुक्रवार को 'डेड सी' के दक्षिण में दो इजरायली नागरिकों को घायल कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, एक घायल की हालत सामान्य है, जबकि दूसरा मामूली रूप से घायल है। इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि बंदूकधारियों ने घटनास्थल पर भेजे गए इजरायली बलों पर गोलीबारी की। आईडीएफ ने कहा कि इजरायली सेना ने दो बंदूकधारियों को मार गिराया और तीसरे संभावित हमलावर की तलाश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
इजरायल के चैनल 12 टीवी समाचार के अनुसार, बंदूकधारियों ने सीमा के पास नियोट हकीकर गांव में घुसने की कोशिश करते वक्त जॉर्डन के सैनिकों की वर्दी पहन रखी थी। इससे पहले 9 अक्टूबर को उत्तरी इजरायल में चाकू से किए गए हमले में छह लोग घायल हो गए। संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक चाकूबाजी की घटनाएं तेल अवीव और हाइफा के बीच स्थित शहर हदेरा में चार अलग-अलग स्थानों पर हुईं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सरकारी टीवी के हवाले से बताया कि हमलावर की पहचान 36 वर्षीय इजरायली अरब नागरिक के रूप में हुई। हमलावर हदेरा के उत्तर में उम्म अल-फहम का रहने वाला है। वह स्कूटर पर सवार होकर मौके पर पहुंचा और हमला कर दिया। 6 अक्टूबर को इजरायल के शहर बीरशेबा में एक बंदूकधारी ने बस स्टेशन पर गोलीबारी की। द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक गोलीबारी में महिला पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और कम से कम 10 अन्य घायल हो गए। पीड़ित की पहचान सार्जेंट शिरा सुस्लिक, 19 के रूप में हुई, जो बीरशेबा की सीमा पुलिस अधिकारी थी।
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