दुनियाः हमास ने गाजा में कई इजरायली सैनिकों को मारने का किया दावा और IDF ने हिजबुल्लाह का 'खजाना' किया तबाह

भारत और चीन हिमालय क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पेट्रोलिंग के लिए सहमत हो गए हैं।पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को एक कानून पारित किया, जिसके तहत प्रधान न्यायाधीश का कार्यकाल तीन साल तक सीमित कर दिया गया है।

हमास ने गाजा में कई इजरायली सैनिकों को मारने का किया दावा
हमास ने गाजा में कई इजरायली सैनिकों को मारने का किया दावा
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नवजीवन डेस्क

गाजा में कई इजरायली सैनिकों को किया ढेर, सैन्य वाहनों को बनाया निशाना: हमास

हमास ने उत्तरी गाजा पट्टी में कई इजरायली सैनिकों को मार गिराने और घायल कर देने का दावा किया है। हमास की सशस्त्र शाखा अल-कस्साम ब्रिगेड ने रविवार को जारी अलग-अलग बयानों में बताया कि जबालिया शिविर के पश्चिम में एक इजरायली मर्कवा टैंक को 'यासिन 105' मिसाइल से मार गिराया गया। साथ ही एक नैमर बख्तरबंद वाहन को 'टेंडेम' मिसाइल से निशाना बनाया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ब्रिगेड के लड़ाकों ने जबालिया शिविर में दो इजरायली सैनिकों पर स्नाइपर राइफल से गोली दागी, जिससे वे घायल हो गए।

रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिगेड ने गाजा शहर के उत्तर-पश्चिम में 'शावाह' विस्फोटक से एक इजरायली नैमर बख्तरबंद वाहन को भी नष्ट करने की भी सूचना दी। अल-कस्साम ब्रिगेड के अनुसार, शनिवार रात को जबालिया कैंप के पूर्व में आगे बढ़ रहे इजरायली सैनिकों के पीछे से उसके लड़ाकों ने हमला किया। उन्होंने 'शावाह' विस्फोटक और 'यासिन 105' मिसाइलों का इस्तेमाल करके दो इजरायली बख्तरबंद वाहनों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। इसकी वजह से कई सैनिकों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। हालांकि घायलों और मृतकों का आंकड़ा नहीं बताया गया।

बता दें कि रविवार को ही इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में एक विस्फोटक फटने से एक वरिष्ठ अधिकारी की हत्या और तीन अन्य अधिकारियों के घायल होने की पुष्टि की। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। इजरायली सेना ने गाजा के सबसे बड़े फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर, जबालिया में लगातार 16वें दिन भी अपना जमीनी अभियान जारी रखा। इजरायली सेना का दावा है कि इस अभियान का उद्देश्य हमास के लड़ाकों को फिर से संगठित होकर हमले करने से रोकना है। इजरायल सैन्य प्रवक्ता अवीचाई अद्राई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि डिवीजन 162 उत्तरी गाजा में अपना अभियान जारी रखे हुए है। इस अभियान में उन्होंने दर्जनों को मार गिराया है। साथ ही दुश्मन के कई बुनियादी ढांचे को नष्ट किया है और बड़ी मात्रा में हथियार जब्त किए हैं। .

हिजबुल्लाह के 'खजाने' पर इजरायल का हमला, तबाह किए अरबों डॉलर

इजरायली वायु सेना (आईएएफ) ने सोमवार को कहा कि उसने हिजबुल्लाह की दर्जनों ठिकानों पर टारगेटेड, इंटेलिजेंस बेस्ड हमले किए। ये हमले बेरूत, दक्षिणी लेबनान और लेबनानी क्षेत्र के भीतरी इलाकों में किए गए। इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) के मुताबिक जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया उनका इस्तेमाल लेबनानी ग्रुप, अपनी आर्थिक गतिविधियों के लिए करता था। आईडीएफ ने एक बयान में कहा, "पैसा, अल-कर्द अल-हसन एसोसिएशन द्वारा जमा किया गया था, जो हिजबुल्लाह की आतंकी गतिविधियों को सीधे तौर पर फंड करता है, जिसमें हथियारों की खरीद और हिजबुल्लाह की सैन्य शाखा के कार्यकर्ताओं को भुगतान शामिल है।"

इसमें कहा गया है, 'हिजबुल्लाह ने अपनी शाखाओं में अरबों डॉलर जमा कर रखे हैं, जिसमें आतंकवादी संगठन के नाम पर सीधे जमा किया गया पैसा भी शामिल है।' आईडीएफ ने बताया कि हमले शुरू करने से पहले, नागरिकों को नुकसान पहुंचने के जोखिम को कम करने के लिए कई कदम उठाए गए, जिसमें क्षेत्र में नागरिक आबादी को विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से अग्रिम चेतावनी जारी करना भी शामिल था। इजरायली सेना कहा कि ये हमले हिजबुल्लाह के आतंकी ढांचे, उसकी सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने के लिए आईडीएफ के चल रही कोशिशों का हिस्सा है।

इससे पहले लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को जानकारी दी कि इजरायली हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या 2,464 तक पहुंच गई। वहीं 11,530 लोग घायल हुए हैं। मंत्रालय ने रविवार को बताया कि अकेले शनिवार को इजरायली हमलों में 16 लोग मारे गए और 59 अन्य घायल हो गए। इजरायली सेना 23 सितंबर से लेबनान पर एयर स्ट्राइक कर रही है। उसने सीमा पार एक 'सीमित' जमीनी अभियान भी चलाया है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह को कमजोर करना है। इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि लेबनानी ग्रुप भी इजरायल पर मिसाइलें दाग कर पलटवार कर रहा है। 8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है।


भारत-चीन के बीच एलएसी पेट्रोलिंग पर बनी सहमति

भारत और चीन हिमालय में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पेट्रोलिंग के लिए सहमत हो गए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार इस समझौते की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए होने वाली रूस यात्रा से पहले भारतीय विदेश नीति की यह एक बड़ी सफलता है। विक्रम मिस्री ने कहा, "कई दौर की चर्चाओं के बाद भारत-चीन सीमा क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पेट्रोलिंग व्यवस्था पर सहमति बन गई है।" उन्होंने कहा कि इस समझौते से सैनिकों की वापसी और 2020 में इन क्षेत्रों में उठे मुद्दों का समाधान हो रहा है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि माना जा रहा है कि यह समझौता देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में गश्त पर केंद्रित होगा। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मंगलवार को रूस रवाना हो रहे हैं। उससे कुछ घंटे पहले ही यह समझौता हुआ है। बता दें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-23 अक्टूबर को आयोजित हो रहा है। पूर्वी लद्दाख में 2020 में हुई हिंसक सीमा झड़पों के बाद भारत और चीन के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए और चीनी पीएलए के 20 से अधिक सैनिक मारे गए। सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर कई दौर की बातचीत के बावजूद अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।

अमेरिका में रेडियो टावर से टकराया हेलीकॉप्टर, हादसे में चार लोगों की मौत

अमेरिका के ह्यूस्टन में रविवार को एक भीषण हादसा हुआ। टेक्सास राज्य के सबसे बड़े शहर में एक रेडियो टावर से टकरा कर हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। ह्यूस्टन के मेयर जॉन व्हिटमायर ने हादसे की पुष्टि की। जॉन व्हिटमायर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हेलीकॉप्टर रविवार रात को दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इस हादसे के दौरान बिल्डिंग में बड़ा विस्फोट हुआ और इमारत ढह गई। ह्यूस्टन के मेयर ने बयान में कहा, "इस हादसे के बाद सभी स्थानीय निवासी सुरक्षित हैं, लेकिन दुर्घटना स्थल पर भयानक हालात है।"

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ह्यूस्टन पुलिस प्रमुख नोए डियाज के हवाले से बताया कि हादसे में मारे गए लोग रॉबिन्सन आर44 हेलीकॉप्टर में सवार थे। डियाज ने कहा कहा कि आज रात एक दुखद घटना घटी है, जिसमें लोगों की जान चली गई। वहीं, मेयर ने कहा कि हादसे का शिकार हुआ हेलीकॉप्टर एलिंगटन एयरपोर्ट से रवाना हुआ था। हालांकि, उसके गंतव्य के बारे में ज्यादा नहीं जानकारी नहीं है। फिलहाल इस हादसे की जांच जारी है और अभी तक मृतकों की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।


पाकिस्तान ने प्रधान न्यायाधीश का कार्यकाल तीन वर्ष तक सीमित किया

पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को एक कानून पारित किया, जिसके तहत प्रधान न्यायाधीश का कार्यकाल तीन साल तक सीमित कर दिया गया और उच्चतम न्यायालय के तीन वरिष्ठतम न्यायाधीशों में से शीर्ष न्यायाधीश की नियुक्ति के लिए विशेष आयोग का गठन किया जाएगा।जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के विरोध के बीच पाकिस्तान सरकार ने यह कदम उठाया। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सोमवार को संविधान (26वां संशोधन) अधिनियम, 2024 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसे संसद के दोनों सदनों - सीनेट और नेशनल असेंबली ने पहले ही पारित कर दिया था।

छब्बीसवें संविधान संशोधन विधेयक के कानून बन जाने के बाद सरकार अब न्यायमूर्ति मसूर अली शाह को वर्तमान प्रधान न्यायाधीश काजी फैज ईसा का स्थान लेने से रोक सकती है, जो 65 वर्ष के होने के बाद 25 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति आयु 65 साल से बढ़ाकर 68 साल करने का मूल विचार संशोधन का हिस्सा नहीं था। रविवार को सीनेट ने दो तिहाई बहुमत से इस विधेयक को हरी झंडी दे दी। फिर, रविवार देर रात शुरू हुए और सोमवार सुबह 5 बजे तक जारी रहे सत्र के दौरान नेशनल असेंबली ने भी विधेयक पारित कर दिया। सदन के 336 सदस्यों में से 225 ने विधेयक का समर्थन किया।

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