दुनियाः विदेश मंत्री जयशंकर जाएंगे पाकिस्तान, SCO बैठक में लेंगे भाग और युगांडा में एमपॉक्स के केस बढ़कर 41 हुए

हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसके लड़ाकों ने दिन भर बॉर्डर के पास चले संघर्ष में 17 इजरायली सैनिकों को मार गिराया और दुश्मन सेना के पीछे खदेड़ दिया। इजरायली हमले से तबाह लेबनान के लोगों की मदद के लिए तुर्की के नौ गैर सरकारी संगठन सामने आए हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर जाएंगे पाकिस्तान, SCO बैठक में लेंगे भाग
विदेश मंत्री जयशंकर जाएंगे पाकिस्तान, SCO बैठक में लेंगे भाग
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नवजीवन डेस्क

विदेश मंत्री जयशंकर जाएंगे पाकिस्तान, SCO बैठक में लेंगे भाग

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस महीने पाकिस्तान जाएंगे। वह आगामी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (सीएचजी) बैठक में शामिल होंगे। यह मीटिंग 15-16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में आयोजित की जाएगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, "विदेश मंत्री इस्लामाबाद में आयोजित होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए हमारे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।" प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि विदेश मंत्री की पाकिस्तान यात्रा के दौरान किसी भी द्विपक्षीय बातचीत के बारे में कोई विवरण इस समय उपलब्ध नहीं है।

औपचारिक प्रक्रिया के तहत पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक के लिए आमंत्रित किया था। जयशंकर का बैठक में शामिल होना कोई हैरानी की बात नहीं है। एससीओ बैठक में राष्ट्राध्यक्षों के भाग लेने की जरुरत नहीं होती है। पहले भी भारत के मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इसमें भाग लेते रहे हैं। पिछले वर्ष पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए भारत आए थे।

पिछले कुछ वर्षों से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते खासे तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पिछले दिनों पाकिस्तान के साथ बातचीत की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन समारोह में उन्होंने कहा था, "पाकिस्तान के साथ वार्ता का युग समाप्त हो चुका है। जहां तक ​​जम्मू-कश्मीर का सवाल है, अनुच्छेद 370 खत्‍म हो चुका है।"

युगांडा में एमपॉक्स के मामले बढ़कर 41 हुए: स्वास्थ्य अधिकारी

युगांडा में दो सप्‍ताह के भीतर एमपॉक्स के मामलों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ के अनुसार एम्पॉक्स के लिए युगांडा के डिप्टी इंसीडेंट कमांडर अतेक कागिरिटा ने अफ्रीका के विशेषज्ञों को बताया कि मध्‍य युगांडा में एम्पॉक्स रोग तेजी से फैल रहा है। वह एमपॉक्स पर आयोज‍ित एक महामारी अनुसंधान संगोष्ठी में बोल रहे थे। बता दें कि इस संगोष्ठी का मकसद एम्पॉक्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे रोकने के बारे में प्रभावित देशों को साथ लाना था। कागिरिटा ने कहा, '' वर्तमान में एमपॉक्स के 41 मामलों की पुष्टि की गई है। इनमे से कुछ मरीज अभी आइसोलेशन में हैं। अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है। हमने सभी मामलों पर नजर बनाए हुए हैं।''

कार्यक्रम में 100 से अधिक विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए कागिरिता ने कहा, '' युगांडा के मछली पकड़ने वाले समुदाय अक्‍सर झीलों के आसपास ही रहते है। नाकासोंगोला (मध्‍य युगांडा) में मछली पकड़ने वालों की संख्‍या अधिक है। मछली पकड़ने वाले रात को भी सक्रिय रहते है।'' एमपॉक्स को मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है। यह मंकीपॉक्स वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है। यह व्‍यक्ति के निकट संपर्क के माध्यम से फैलता है। इसमें बुखार, सूजन, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते और पीठ दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अगस्त में एमपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बताकर इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। साथ ही इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने की आशंका जताई थी।


हिजबुल्लाह ने सीमावर्ती गांवों में 17 इजरायली सैनिकों को किया ढेर

हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसके लड़ाकों ने दिन भर बॉर्डर के पास चले संघर्ष में 17 इजरायली सैनिकों को मार गिराया। इसके साथ ही ग्रुप ने कहा कि लगभग 10 घंटे तक चली झड़पों के बाद, हिजबुल्लाह के लड़ाके, अदाइसेह और काफ्र किला के दक्षिण-पूर्वी गांवों की तरफ बढ़ते इजरायली सैनिकों को रोकने में कामयाब रहे। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार लेबनानी और हिजबुल्लाह सूत्रों ने बताया कि इजरायली सेना के सीमा रेखा से पीछे हटने के बाद दोनों पक्षों के बीच झड़पों की तीव्रता कम हो गई और यह केवल रॉकेट और तोपखाने की गोलीबारी तक सीमित हो गई।

लेबनानी सैन्य सूत्रों ने बताया कि इजरायली सेना अदाइसेह और काफ्र किला गांवों में घुस आई थी। जिसके बाद गुरुवार दोपहर हिजबुल्लाह और इजरायली सेना के बीच हिंसक झड़पें हुईं। करीब 50 इजरायली सैनिकों ने लेबनान और इजरायल को अलग करने वाली ब्लू लाइन को पार किया। इसके साथ ही तोपखाने से गोलाबारी की गई और हवाई हमले किए गए, जिसमें इलाके के कई शहरों और गांवों को निशाना बनाया गया। हिजबुल्लाह ने अलग-अलग बयानों में कहा कि उसके लड़ाकों ने गुरुवार को अदाइसेह और काफर किला गांवों के पास इजरायली सैनिकों को रॉकेट और तोपखाने से निशाना बनाया। लेबनानी ग्रुप ने कहा कि उसने गुरुवार को 30 सैन्य अभियान चलाए, जिसमें उत्तरी इजरायल में दर्जनों स्थलों, कमांड सेंटरों और आर्टिलरी पोजीशन को निशाना बनाया गया।

इज़रायली सेना ने अभी तक झड़पों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। कुछ दिन पहले, इजरायली सेना ने लेबनान में एक 'सीमित' जमीनी अभियान शुरू किया था, जिसके कारण लेबनान की दक्षिणी सीमा पर हिजुबल्लाह सदस्यों के साथ उसकी भारी झड़पें हुई हैं। बता दें 23 सितंबर से, इजरायल ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए। उसका कहना है कि यह कार्रवाई लेबानानी संगठन हिजबुल्ला के खात्मे के लिए की जा रही है। 27 सितंबर को बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक महत्वपूर्ण हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसके कई सहयोगी मारे गए। 8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है।

लेबनानी लोगों की मदद के लिए आगे आए तुर्की के गैर सरकारी संगठन

लेबनान पर इजरायली हमले जारी है। इस बीच लेबनानी लोगों की मदद के लिए तुर्की के नौ गैर सरकारी संगठन सामने आए हैं। ये संगठन 1,300 टन मानवीय सहायता लेबनान भेजेंगे समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने हुर्रियत डेली के हवाले से बताया कि पहले चरण के दौरान एक सहायता पोत द्वारा 80 कंटेनरों में सामान लेबनान पहुंचाया जाएगा। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने बताया कि उन्हें पहले से ही शक था कि इजरायल गाजा संघर्ष को लेबनान तक बढ़ा सकता है इसलिए उन्होंने महीनों पहले ही आपातकालीन सहायता सामग्री की खरीद शुरू कर दी थी।

सदाकातासी चैरिटी एसोसिएशन के प्रमुख केमल ओजदाल ने गुरुवार को कहा, "इस मानवीय सहायता जहाज के माध्यम से हमारा लक्ष्य लेबनान में लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाना है, जिसमें खाद्य पैकेज, डिब्बाबंद सामान, गद्दे, कंबल, स्वच्छता उत्पाद, शिशु डायपर, अंडरवियर, चटाई और टेंट शामिल हैं।" लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने जानकारी दी कि पिछले साल अक्टूबर में हिजबुल्लाह-इजरायल संघर्ष शुरू होने के बाद से लेबनान में कुल 1,974 लोग मारे गए हैं। इनमें 127 बच्चे और 261 महिलाएं शामिल हैं जबकि 9,384 लोग घायल हुए हैं। अबियाद ने गुरुवार को कहा कि इजरायली हमलों में दर्जनों मेडिकल सेंटर्स को नुकसान पहुंचा और 97 मेडिकल और इमरजेंसी कर्मियों की मौत हो गई।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने कहा कि कई अस्पतालों को सीधे तौर पर निशाना बनाया गया, जिससे पहले से ही चुनौतियां झेल रही लेबनान की स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव और बढ़ गया। वहीं इजरायली हमलों के कारण लेबनान में विस्थापित लोगों की कुल संख्या लगभग 12 लाख हो गई है। लेबनानी मंत्रिपरिषद की डिजास्टर रिस्क मैनेजमेंट यूनिट ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। 23 सितंबर से, इजरायल ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए। उसका कहना है कि यह कार्रवाई लेबानानी संगठन हिजबुल्ला के खात्मे के लिए की जा रही है। 27 सितंबर को बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक महत्वपूर्ण हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसके कई सहयोगी मारे गए। वहीं इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में जमीनी सैन्य अभियान भी शुरू कर दिया। 8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है।


मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू आएंगे भारत, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू 6 से 10 अक्टूबर तक भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आधिकारिक निमंत्रण पर भारत आ रहे हैं। अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के दौरान, मुइज्जू राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे। मुइज्जू के कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, "राष्ट्रपति डॉ. मुइज्जू मालदीव के विकास और वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि देश के लिए एक गतिशील और सक्रिय विदेश नीति सुनिश्चित हो सके...चर्चाएं द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक संबंधों को और आगे बढ़ाने पर केंद्रित होंगी।"

इस साल की शुरुआत में, मालदीव के राष्ट्रपति ने 9 जून, 2024 को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था। उन्होंने 1 दिसंबर, 2023 को दुबई में सीओपी- 28 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, मालदीव के राष्ट्रपति अपने देश के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां वे व्यापारिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, "यह यात्रा दर्शाती है कि भारत मालदीव के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है। इससे दोनों देशों के बीच सहयोग और लोगों के बीच मजबूत संबंधों को और गति मिलने की उम्मीद है।" अगस्त में, विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मालदीव का दौरा किया था।

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