दुनियाः ईरान सरकार में पहली बार महिला प्रवक्ता की हुई नियुक्ति और ढाका में महिला टीवी पत्रकार का शव झील से बरामद

सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक 10 राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 138 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन ने दावा किया है कि 6 अगस्त को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में घुसने के बाद से यूक्रेनी सैनिकों ने 100 बस्तियों पर कब्जा कर लिया है।

ईरान सरकार में पहली बार महिला प्रवक्ता की हुई नियुक्ति
ईरान सरकार में पहली बार महिला प्रवक्ता की हुई नियुक्ति
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नवजीवन डेस्क

ईरान सरकार में पहली बार महिला प्रवक्ता की हुई नियुक्ति

ईरान की नई सरकार में पहली बार एक महिला सरकार का सार्वजनिक चेहरा होंगी। फतेमेह मोहजेरानी को मसूद पेजेशकियन शासन का सरकारी प्रवक्ता नियुक्त किया गया है। ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रपति पेजेशकियन के समाने यह नियुक्ति की गई। 54 वर्षीय मोहजेरानी, एडिनबर्ग से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डॉक्टरेट हैं और इससे पहले वह 11वीं सरकार में शरियाती (महिलाओं के लिए) के तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण विश्वविद्यालय के प्रमुख के रूप में काम कर चुकी हैं। मोहजेरानी को 2017 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री सैय्यद मोहम्मद बथाई ने सेंटर फॉर ब्रिलियंट टैलेंट का प्रमुख नामित किया था और उन्होंने शिक्षा मंत्रालय में अन्य पदों पर भी काम किया है।

पहली बार किसी वरिष्ठ पद पर महिला की नियुक्ति की गई है। राष्ट्रपति पेजेशकियन ने पिछले सप्ताह शिना अंसारी को पर्यावरण विभाग का प्रमुख नियुक्त किया था। अंसारी के लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है कि उन्‍हें पर्यावरण सेवाओं में कार्य करने का अनुभव है। पर्यावरण विभाग के प्रमुख के रूप में वह अली सलाजेघे की जगह लेंगी। उन्‍होंने विज्ञान एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय से पर्यावरण प्रबंधन में पीएचडी की है। वह वर्तमान में तेहरान नगर पालिका में वायु गुणवत्ता नियंत्रण केंद्र में सलाहकार थी और इससे पहले वह नगर पालिका में पर्यावरण और सतत विकास की प्रमुख और पर्यावरण विभाग में व्यापक पर्यावरण प्रदूषण निगरानी ब्यूरो की महानिदेशक रह चुकी हैं।

पेजेशकियन की कैबिनेट में (1979 की इस्लामी क्रांति के बाद) ईरान की दूसरी महिला मंत्री फरज़ाने सादिक मलवाजार्ड हैं उन्हें सड़क और शहरी विकास मंत्री के रूप में चुना गया है। इससे पहले, वह जनवरी 2019 से जुलाई 2023 तक शहरी नियोजन और वास्तुकला की उप मंत्री थी। जब उनका नाम संसद में पढ़ा गया तो कुछ विरोध के बावजूद, उन्हें 285 में से 230 वोट मिले। 48 वर्षीय सादिक ने मार्जीह वाहिद दस्तजेर्दी का स्थान लिया है, जो राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद की दूसरी सरकार में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री थे।

ढाका में महिला टीवी पत्रकार का शव झील से बरामद

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक झील से बुधवार को 32 वर्षीय महिला टीवी पत्रकार का शव बरामद किया गया है। मृतक की पहचान सारा रहनुमा के रूप में हुई है। वह बांग्ला भाषा के सैटेलाइट और केबल टीवी चैनल गाजी टीवी की न्यूजरूम एडिटर थीं। यह गाजी ग्रुप का चैनल है। ढाका ट्रिब्यून अखबार में प्रकाशित खबर में बताया गया कि ढाका की हातिरझील में सारा रहनुमा का शव तैरता हुआ पाया गया। ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) पुलिस चौकी के प्रभारी निरीक्षक बच्चू मिया ने महिला पत्रकार का शव मिलने की पुष्टि की। पैदल यात्रियों ने झील से उनका शव निकाला और ढाका मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मंगलवार देर रात दो बजे मृत घोषित कर दिया।

सारा ने अपनी मौत से पहले सोशल मीडिया मंच 'फेसबुक' पर मंगलवार रात की गई एक पोस्ट में फहीम फैसल नामक व्यक्ति को टैग किया था। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, ''तुम्हारे जैसा दोस्त पाकर बहुत अच्छा लगा। अल्लाह हमेशा तुम्हारा भला करे। उम्मीद है, तुम जल्द ही अपने सारे सपने पूरे कर लोगे। मुझे पता है कि हमने साथ मिलकर बहुत सारी योजनाएं बनाई थीं। माफ करना हम अपनी योजनाएं पूरी नहीं कर पाए। भगवान तुम्हारे जीवन के हर क्षेत्र में तुम्हारा भला करे।'' सारा ने इससे पहले एक पोस्ट में लिखा था, ''मृत्यु जैसा जीवन जीने से मर जाना बेहतर है।"

बांग्लादेश के न्यूज चैनल समय न्यूज ने उनके पति सईद शुवरो के हवाले से बताया कि घटना के दिन सारा काम पर गई थीं, लेकिन रात को घर नहीं लौटीं। शुवरो को तड़के करीब तीन बजे सूचना मिली कि सारा ने हातिरझील में छलांग लगा दी है। शुवरो ने बताया कि सारा उससे तलाक लेना चाहती थी। समाचार चैनल ने कहा कि सारा की मौत की परिस्थितियां रहस्यमयी लग रही हैं। निरीक्षक बच्चू मिया ने कहा कि डीएमसीएच मुर्दाघर में शव रखा गया है। पुलिस ने मामले की जांच की बात कही है।


सूडान में बारिश और बाढ़ से अब तक 138 लोगों की मौत

सूडान में बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या 138 हो गई है। सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक 10 राज्यों में भारी बारिश के कारण 138 लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "बारिश के कारण कुल 138 मौतें दर्ज की गई हैं, जबकि 31,666 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिनमें 129,650 से अधिक लोग शामिल हैं। इसके अलावा 12,420 घर पूरी तरह से ढह गए हैं।” इस बीच, बारिश और बाढ़ से प्रभावित सूडान के पांच राज्यों में हैजा के 102 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा पांच लोगों की मौत भी हुई है। यहां एक्टिव मामले 1,223 हैं और आठ लोगों की मौत हुई है। सूडान में बाढ़ एक प्रमुख समस्या है। यहां आमतौर पर जून और अक्टूबर के बीच बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ता है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण जान-माल का काफी नुकसान हुआ है और कृषि भूमि को भी नुकसान पहुंचा है। इस साल बारिश के मौसम ने सूडान में मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है, जो पहले से ही सूडानी सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच घातक संघर्ष से जूझ रहा है। 15 अप्रैल, 2023 के बाद से, संघर्ष ने सूडान के अंदर ही लाखों लोगों को विस्थापित कर दिया है और सैकड़ों हजारों को पड़ोसी देशों में भागने के लिए मजबूर कर दिया है।

संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, सूडान में लगभग 10.7 मिलियन लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हैं, जिनमें से लगभग 2.2 मिलियन लोग विदेशों में शरण ले रहे हैं। शनिवार को काफी मात्रा में बारिश होने से लाल सागर के तट पर स्थित पोर्ट सूडान के उत्तर में अरबत क्षेत्र में बाढ़ आ गई। जलस्तर बढ़ने से अरबत बांध टूट गया और कई गांव बह गए हैं। इस बांध का निर्माण 2003 में किया गया था। ताकि सूखे की समस्या से निजात मिल सके। लेकिन, बीते कई सालों से इस बांध का रखरखाव नहीं किया गया है।

यूक्रेन ने रूस में 100 बस्तियों पर कब्जा करने का किया दावा

यूक्रेनी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ ओलेक्सांद्र सिरस्की ने कहा कि 6 अगस्त को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में घुसने के बाद से यूक्रेनी सैनिकों ने 100 बस्तियों पर कब्जा कर लिया है। मंगलवार को इंटरफैक्स-यूक्रेन समाचार एजेंसी ने सिरस्की के हवाले से कहा, "हम आगे बढ़ रहे हैं, रूसी सैनिकों को महत्वपूर्ण नुकसान हो रहा है।" सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि रूस ने अन्य क्षेत्रों से लगभग 30,000 सैनिकों को कुर्स्क में फिर से तैनात किया है और यूक्रेनी बलों को चारों ओर से घेरने की कोशिश कर रहा है। इस बीच, रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसके विशेष बलों ने कुर्स्क क्षेत्र के सुदझा जिले में एक ऊंचाई वाली जगह को सुरक्षित करने के लिए एक अभियान चलाया है। यह क्षेत्र पहले यूक्रेन के कब्जे में था। यह ऊंचाई वाली जगह यूक्रेनी ठिकानों से 400-500 मीटर दूर स्थित है। रूसी सैनिक अब यूक्रेनी सैन्य गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं।

सिरस्की ने कहा कि यूक्रेन ने अपने सुमी क्षेत्र में गोलीबारी को रोकने के लिए एक बफर ज़ोन बनाने के उद्देश्य से कुर्स्क में अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा कि उनके सैनिक आगे बढ़ रहे हैं और उन्होंने 594 रूसी सैनिकों को पकड़ लिया है। सिरस्की के अनुसार, रूस अन्य मोर्चों से सैनिकों को वापस बुलाकर यूक्रेन का विरोध करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में पोक्रोवस्क मोर्चे से सेना वापस नहीं हटा रहा है, जहां उन्होंने कहा कि स्थिति "कठिन" बनी हुई है। 5-6 अगस्त की रात से ही कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सेना ने सीमा से लगभग 10 किमी (6.2 मील) दूर सुदज़ा शहर के पास इस क्षेत्र में प्रवेश किया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कीव पर "बड़े पैमाने पर उकसाने" और "अंधाधुंध गोलीबारी" करने का आरोप लगाया, तथा इस आक्रमण को "आतंकवादी हमला" बताया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने स्वीकार किया कि यह यूक्रेन के सैनिकों द्वारा किया गया एक "ऑपरेशन" था। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका लक्ष्य रूसी हमलों के विरुद्ध "बफर ज़ोन" बनाना है।


दक्षिण अफ्रीका में बस पलटने से 10 लोगों की मौत

दक्षिण अफ्रीका के लिम्पोपो क्षेत्र में एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है। बस पलटने से दस लोगों की मौत हो गई। इसकी जानकारी स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को दी। लिम्पोपो प्रांतीय परिवहन एवं सामुदायिक सुरक्षा विभाग ने बुधवार को एक बयान में कहा कि बस पड़ोसी जिम्बाब्वे से जोहान्सबर्ग जा रही थी, तभी माखाडो के निकट एन 1 राजमार्ग पर यह दुर्घटना हुई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, विभाग ने कहा, "मृतकों में पांच पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं। कथित तौर पर सभी विदेशी नागरिक हैं।" जारी बयान में कहा गया है, "रिपोर्टों के अनुसार, बस तेज गति से माखाडो से पोलोकवाने की ओर जा रही थी। एक गोल चक्कर पर पहुंचने पर उसका नियंत्रण खो जाने से बस पलट गई। इस दौरान उसमें सवार यात्री मारे गए और घायल हो गए।"

बयान के अनुसार, "बस चालक का नए होने की वजह से वह आसपास के माहौल से परिचित नहीं था।" सड़क यातायात प्रबंधन निगम (आरटीएमसी) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दुर्घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि 20 अन्य को मामूली चोटें आईं तथा 22 यात्री सुरक्षित हैं। आर.टी.एम.सी. ने कहा, "प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि बस दक्षिण की ओर जा रही थी। कथित तौर बस को ट्रैफिक सर्किल को पार करते समय बस पलट गई। सही कारण की अभी भी जांच की जा रही है। हम सभी सड़क उपयोगकर्ताओं से सावधानी बरतने का आग्रह करते हैं, खासकर जब वह ट्रैफिक सर्किल के पास जाते है तो और सतर्क रहें।" बता दें कि इस साल की शुरुआत में लिम्पोपो प्रांत में दो बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हुईं। मई में एक भारी मोटर वाहन और एक मिनी बस टैक्सी की आमने-सामने की टक्कर में 13 लोगों की मौत हो गई थी। मार्च में बोत्सवाना से दक्षिण अफ्रीका जा रहे 45 लोग एक अन्य बस दुर्घटना में मारे गए थे।

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