दुनियाः वाशिंगटन में भारतीय दूतावास परिसर में अधिकारी का शव मिला और इजरायल ने लेबनान पर की मिसाइलों की बरसात
यूरोपीय संघ और राष्ट्रमंडल के चुनाव पर्यवेक्षकों का एक समूह शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंच गया है। लेबनान ने बेरूत एयर पोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स में वॉकी-टॉकी और पेजर ले जाने पर बैन लगा दिया है।
वाशिंगटन में भारतीय दूतावास परिसर में अधिकारी का शव मिला
वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास का एक अधिकारी मिशन परिसर में रहस्यमय हालात में मृत पाया गया। अधिकारी का शव मिशन परिसर में मिला है। स्थानीय पुलिस और खुफिया सेवा फिलहाल दो दिन पहले हुई इस घटना की जांच कर रही हैं, जिसमें आत्महत्या की संभावना भी शामिल है।
भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “अत्यंत खेद के साथ हम यह सूचित करना चाहते हैं कि भारतीय दूतावास के एक सदस्य का 18 सितंबर 2024 की शाम को निधन हो गया। हम पार्थिव शरीर को शीघ्र भारत भेजने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों और परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं।” इसने आगे कहा, “परिवार की गोपनीयता की चिंता के कारण मृतक के बारे में अतिरिक्त विवरण जारी नहीं किया जा रहा है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं परिवार के साथ हैं।”
इजरायल ने लेबनान पर की मिसाइलों की बरसात
इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में कथित तौर पर हिजबुल्लाह के गढ़ों पर लगभग 60 हवाई हमले किए। लेबनानी मिलिट्री सूत्रों ने बताया कि 'विमानों ने गुरुवार को हवा से जमीन पर मार करने वाली लगभग 150 मिसाइलें गिराईं।' समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, लेबनानी मिलिट्री सूत्रों ने यह भी बताया कि '8 अक्टूबर के बाद से सबसे अधिक हिंसक' हमले में हताहतों की संख्या और नुकसान का अभी पता नहीं चल पाया है। इजरायली सेना ने कहा कि वायुसेना ने हिज्बुल्लाह के लगभग 1,000 बैरल वाले 100 रॉकेट लांचरों को निशाना बनाया। दोपहर में शुरू हुए हमले कई घंटो तक जारी रहे।
इजरायली सेना ने आधी रात से ठीक पहले घोषणा की कि अभियान पूरा हो गया है। इजरायली सेना ने कहा कि वह हिज्बुल्लाह के बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को 'कमज़ोर करने के लिए अभियान जारी रखेगी।' वहीं लेबनानी सूत्रों ने दावा किया कि दक्षिणी लेबनान से उत्तरी इजरायल में लगभग 50 कत्युशा रॉकेट दागे गए। यह हमले लेबनान में पेजर और संचार उपकरणों में लगातार दो दिनों तक हुए घातक विस्फोटों के बाद हुए। इन धमाकों में कम से कम 37 मौतें हुईं और 2,931 लोग घायल हुए।
राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंचे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक
यूरोपीय संघ (ईयू) और राष्ट्रमंडल के चुनाव पर्यवेक्षकों का एक समूह शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए श्रीलंका पहुंच गया है। ‘न्यूजफर्स्ट’ समाचार पोर्टल ने शुक्रवार को खबर दी कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय चुनाव निगरानी संगठनों के 116 प्रतिनिधि श्रीलंका पहुंचे हैं। पर्यवेक्षकों में 78 ईयू से हैं।
ईयू ने इससे पहले श्रीलंका में छह बार चुनाव निगरानी की है। अंतिम बार 2019 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ईयू ने निगरानी की थी। इसके अतिरिक्त, निगरानी गतिविधियों में भाग लेने के लिए राष्ट्रमंडल के 22 प्रतिनिधि भी पहुंचे हैं। इन अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को निगरानी के लिए 25 जिलों में तैनात किया गया है। कोलंबो में प्रक्रिया पर नजर रख रहे राष्ट्रमंडल पर्यवेक्षक समूह के अध्यक्ष डैनी फॉरे भी चुनाव पूर्व व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं । उन्होंने कई मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया है, जहां वे चुनाव के दिन वापस जाएंगे।
लेबनान ने फ्लाइट्स में पेजर, वॉकी टॉकी पर लगाया बैन
लेबनान ने बेरूत एयर पोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स में वॉकी-टॉकी और पेजर ले जाने पर बैन लगा दिया है। यह कदम लेबनान में लगातार दो दिनों तक देश भर में पेजर और वॉकी-टॉकी में हुए विस्फोटों के बाद उठाया गया। इन धमाकों की वजह से कई लोगों की मौत हो गई जबकि हजारों की संख्या में लोग घायल हुए। लेबनान के इस फैसले के बाद कतर एयरवेज ने भी बेरूत-राफिक हरीरी इंटरनेशनल एयर पोर्ट से यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के लिए फ्लाइट में पेजर और वॉकी-टॉकी लाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। एयरलाइन ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि ये नियम अगले आदेश तक लागू रहेंगे। कतर एयरवेज ने एक्स पर लिखा, "तत्काल प्रभाव से: लेबनान गणराज्य के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से प्राप्त निर्देश के बाद, बेरूत-राफिक हरीरी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (बीईवाई) से उड़ान भरने वाले सभी यात्रियों के लिए विमान में पेजर और वॉकी-टॉकी ले जाने पर रोक रहेगी।"
कतर एयरवेज ने कहा कि यह बैन चेक किए गए कैरी-ऑन लगेज और कार्गो दोनों पर लागू होगा। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने गुरुवार को बताया कि मंगलवार और बुधवार को कई पेजर और हैंडहेल्ड रेडियो में हुए धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 37 हो गई, जबकि 2,931 लोग घायल हुए। हालिया विस्फोटों ने इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच 11 महीने से चल रहे संघर्ष को एक खतरनाक मोड़ पर ला दिया है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर बड़े हमले कर रहे हैं। इनमें इजरायली एयर स्ट्राइक और उत्तरी इजरायल पर हिजबुल्लाह के अटैक शामिल हैं। लेबनानी विदेश मंत्रालय ने विस्फोटों को 'खतरनाक और जानबूझकर की गई इजरायली कार्रवाई' बताया। लेबनान के आंतरिक सुरक्षा बलों ने कहा कि देश के कई हिस्सों में वायरलेस संचार उपकरणों में विस्फोट हुए लेकिन विशेष रूप से बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में धमाके हुए। बता दें यह इलाका हिजबुल्लाह का गढ़ है। तीन सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि जिन पेजरों में विस्फोट हुआ, वे हिजबुल्लाह ने हाल के महीनों में ही मंगाए थे। हिजबुल्लाह ने इन विस्फोटों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं इजरायल ने धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है।
लेबनान की तरफ से इजरायल पर दागे गए 100 से अधिक रॉकेट
लेबनान की तरफ से शुक्रवार दोपहर को उत्तरी इजरायल और इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स की ओर 100 से अधिक रॉकेट दागे गए। इससे पहले इजरायल ने गुरुवार को लेबनान में हिजबुल्लाह ठिकानों पर बड़ा हमला किया था। शुक्रवार के हमले के बाद इजरायली सेना ने क्षेत्र के नागरिकों को बम शेल्टर्स के पास रहने की सलाह दी है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, उत्तरी गोलान क्षेत्रीय परिषद में स्थित किबुत्ज ओरताल में एक डेयरी फार्म की इमारत पर सीधा हमला हुआ। किबुत्ज ओरताल इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक इजरायली बस्ती है। इजरायल का उत्तरी जिला सेफेद, गैलिली सागर के आस-पास के कई शहरों और इजरायली कब्जे वाले गोलान हाइट्स के ओरताल में रॉकेट हमले की चेतावनी देने वाले सायरन एक्टिव हो गए। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष गुरुवार को बढ़ गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर घातक हमले किए। इजरायली लड़ाकू विमानों ने दक्षिणी और पूर्वी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगभग 60 हवाई हमले किए।
लेबनानी मिलिट्री सूत्रों ने बताया कि 'विमानों ने गुरुवार को हवा से जमीन पर मार करने वाली लगभग 150 मिसाइलें गिराईं।' दोपहर में शुरू हुए हमले कई घंटे तक जारी रहे। इजरायली सेना ने आधी रात से ठीक पहले घोषणा की कि अभियान पूरा हो गया है। इजरायली सेना ने दावा किया कि वायुसेना ने हिज्बुल्लाह के लगभग 1,000 बैरल वाले 100 रॉकेट लॉन्चरों को निशाना बनाया। इजरायली सेना ने कहा कि वह हिज्बुल्लाह के बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को 'कमज़ोर करने के लिए अभियान जारी रखेगी।' वहीं, लेबनानी सूत्रों ने दावा किया कि दक्षिणी लेबनान से उत्तरी इजरायल में लगभग 50 कत्युशा रॉकेट दागे गए। यह तनाव मंगलवार और बुधवार को लेबनान में पेजर और हैंडहेल्ड रेडियो में हुए विस्फोटों की वजह से बढ़ा है। इन धमाकों की वजह से 37 लोग मारे गए और 2,931 लोग घायल हो गए। हिजबुल्लाह ने विस्फोटों के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, लेबनानी विदेश मंत्रालय ने विस्फोटों को 'खतरनाक और जानबूझकर की गई इजरायली कार्रवाई' बताया। हालांकि, इजरायल ने धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है। धमाकों के बाद लेबनान ने बेरूत एयर पोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स में वॉकी-टॉकी और पेजर ले जाने पर बैन लगा दिया।
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