दुनियाः परमाणु हथियार विरोधी संगठन को मिला नोबेल शांति पुरस्कार और बेरूत पर इजरायली एयर स्ट्राइक में 22 की मौत
विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) पर अपनी हालिया टिप्पणी के लिए माफी मांगी। फिलीपींस में एक सैनिक ने एक सैन्य शिविर के अंदर अपनी पत्नी, सास और एक पुरुष ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी।
परमाणु हथियार विरोधी संगठन को मिला नोबेल शांति पुरस्कार
जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में हुए परमाणु हमलों में बचे लोगों ने परमाणु हथियारों के परीक्षण और इस्तेमाल का विरोध करने के लिए निहोन हिडांक्यो नामक संगठन बनाया है। इसे शुक्रवार को 2024 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह संगठन दुनिया को विनाशकारी हथियारों से मुक्त कराने के प्रयासों में लगा हुआ है। पुरस्कार विजेता का चयन करने वाली नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने घोषणा की है कि वह निहोन हिडांक्यो को परमाणु हथियार मुक्त विश्व बनाने के उनके प्रयासों तथा साक्ष्यों के माध्यम से यह प्रदर्शित करने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान करेगी कि परमाणु हथियारों का प्रयोग फिर कभी नहीं किया जाना चाहिए।
इसमें उल्लेख किया गया है कि अगस्त 1945 में इन जापानी शहरों पर परमाणु बम हमलों में 1,20,000 लोग तुरंत मारे गए थे। इसने एक वैश्विक आंदोलन को जन्म दिया जिसके सदस्यों ने परमाणु हथियारों के उपयोग के विनाशकारी मानवीय परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया। धीरे-धीरे यह एक शक्तिशाली अंतरराष्ट्रीय मानदंड बन गया। संगठन ने परमाणु हथियारों के उपयोग को नैतिक रूप से अस्वीकार्य घोषित किया। इसमें कहा गया है कि इस मानदंड को "परमाणु निषेध" के रूप में जाना जाता है और "हिबाकुशा - हिरोशिमा और नागासाकी के बचे लोगों की गवाही इस व्यापक संदर्भ में अद्वितीय है।" जबकि हिरोशिमा और नागासाकी में हुए परमाणु हमले में जीवित बचे लोगों के भाग्य को लंबे समय तक छिपाया गया और उपेक्षित किया गया।
समिति ने कहा कि 1956 में, प्रशांत क्षेत्र में परमाणु हथियार परीक्षणों के पीड़ितों के साथ स्थानीय हिबाकुशा संघों ने जापान ए और एच-बम पीड़ित संगठनों का परिसंघ बनाया। जापानी में, नाम को छोटा करके निहोन हिडांक्यो कर दिया गया और यह सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली हिबाकुशा संगठन बन गया। नॉर्वेजियन नोबेल समिति उन सभी जीवित बचे लोगों को सम्मानित करना चाहती है, जिन्होंने शारीरिक पीड़ा और दर्दनाक यादों के बावजूद, शांति के लिए आशा और प्रतिबद्धता को विकसित करने के लिए अपने खतरनाक अनुभव का उपयोग करने का विकल्प चुना है।
बेरूत पर इजरायली एयर स्ट्राइक में 22 की मौत
बेरूत के घनी आबादी वाले क्षेत्र अल-नूइरी को निशाना बनाकर की गई इजरायली एयर स्ट्राइक में मरने वालों की संख्या कम से कम 22 हो गई और 117 लोग घायल हुए हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने नवीनतम अपडेट में यह जानकारी दी । गुरुवार की एयर स्ट्राइक कथित तौर पर हिजबुल्लाह के संपर्क और कोऑर्डिनेशन यूनिट के प्रमुख वाफिक सफा को निशाना बनाकर की गई। हालांकि सफा हमले में बच गया। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अल जजीरा टीवी चैनल के हवाले से बताया कि यह तीसरी बार है जब इजरायल ने अल कोला और अल-बचौरा इलाकों पर हमला करने के बाद लेबनान की राजधानी बेरूत को निशाना बनाया।
रॉयटर्स की शुक्रवार की एक रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान सरकार ने अपने दैनिक अपडेट में कहा कि पिछले साल से लेबनान में जारी इजरायली हमलों में कम से कम 2,169 लोग मारे गए। इनमें से ज्यादातर की मौत 23 सितंबर के बाद हुई, जब इजरायल ने अपने सैन्य अभियान का विस्तार किया। मृतकों की संख्या में नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं किया गया।अलजजीरा की शुक्रवार की एक रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 42,065 लोग मारे गए हैं और 97,886 घायल हुए हैं।
जाकिर नाइक ने PIA वाले बयान के लिए मांगी माफी
विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) पर अपनी हालिया टिप्पणी के लिए माफी मांगी। पाकिस्तान के मौजूदा दौरे के दौरान उसके विवादास्पद बयानों की पूरे देश में कड़ी आलोचना हो रही है। इस सप्ताह की शुरुआत में नाइक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उसने पिछले महीने पाकिस्तान यात्रा के दौरान अतिरिक्त बैगेज चार्ज लगाने के लिए पीआईए का उपहास उड़ाया था।
नाइक ने कराची में अपने एक व्याख्यान के दौरान कहा था, "मैं पाकिस्तान आ रहा था। हमारा सामान 1000 किलोग्राम था। मैंने पीआईए के सीईओ से बात की। स्टेशन मैनेजर ने मुझसे कहा कि वह मेरे लिए कुछ भी करने को तैयार है। मैंने जवाब दिया, 'मेरे पास 500 से 600 किलोग्राम अतिरिक्त सामान है।' उन्होंने मुझे 50 प्रतिशत छूट की पेशकश की। मैंने उनसे साफ कह दिया कि या तो सामान मुफ्त में ले जाने दें या बात को यहीं खत्म करें।" उन्होंने कहा, "भारत में मुझे मुफ्त में छोड़ दिया जाता है, क्योंकि वे मुझे देखते ही 1000-2000 किलोग्राम का सामान माफ कर देते हैं। और यहां पाकिस्तान में, जहां मैं सरकार का अतिथि हूं और मेरे वीजा पर 'राज्य अतिथि' की मुहर लगी है, सीईओ मुझे 50 प्रतिशत की छूट दे रहे हैं। मुझे बहुत निराशा हुई। मैंने उनसे कहा कि मुझे आपकी छूट नहीं चाहिए... मुझे बुरा लग रहा है, लेकिन यह सच है, पाकिस्तान में यही स्थिति है।"
एक पाकिस्तानी कंटेंट क्रिएटर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "जिसने भी जाकिर नाइक को आमंत्रित किया है, कृपया उसे दोबारा न बुलाएं! हालांकि, पीआईए को पूरी कीमत मांगनी चाहिए थी। कोई भी वास्तविक इस्लामी उपदेशक कभी भी विशेष सुविधा की मांग नहीं करेगा - या कम से कम, जब उन्हें यह न मिले तो वह सार्वजनिक रूप से इसकी शिकायत नहीं करेगा!" पाकिस्तान में लैंगिक समानता के लिए लड़ने वाली पत्रकार अबसा कोमल ने लिखा, "यह आदमी जाकिर नाइक सोचता है कि 13-14 साल की अनाथ लड़कियां 'ख्वातीन' (महिलाएं) हैं और वह उनके साथ मंच साझा नहीं कर सकता। वह सार्वजनिक रूप से राष्ट्रीय एयरलाइनों की सामान शुल्क माफी से इनकार करने के लिए आलोचना करता है, यह भी कहता है कि जो महिलाएं किसी की दूसरी पत्नी बनने की बजाय अविवाहित रहना चुनती हैं, वे सार्वजनिक संपत्ति (बाजारू) हैं। वह एक पख्तून लड़की को पीडोफीलिया के बारे में एक वैध सवाल पूछने के लिए भी डांटता है। इन सबके बावजूद, कुछ और अनुयायी और कुछ दिमागी रूप से मृत लोग उसका बचाव कर रहे हैं। स्पष्ट रूप से हम एक राष्ट्र के रूप में अहंकारी लोगों और महिला-द्वेषियों के लिए आकर्षक हैं। राज्य को समझदार लोगों को आमंत्रित करना चाहिए, हमारे पास पहले से ही सड़कों पर घूमने वाले ऐसे बहुत से लोग हैं। ये रॉन्ग नंबर है!"
फिलीपींस में सैनिक ने पत्नी, सास समेत तीन लोगों को गोली मारी
फिलीपींस में एक सैनिक ने तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। सैन्य प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि उत्तरी फिलीपींस के इसाबेला प्रांत में एक सैन्य शिविर के अंदर सैनिक ने अपनी पत्नी, सास और एक पुरुष ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल लुई डेमा-अला ने बताया कि फायरिंग की घटना गुरुवार दोपहर करीब दो बजे की है, जिसमें गोली लगने से तीन लोगों की मौत हो गई। लेफ्टिनेंट कर्नल ने कहा सैनिक को फायरिंग के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद उसे स्थानीय पुलिस जेल में रखा गया है। उन्होंने कहा, "संदिग्ध पहले से ही पुलिस हिरासत में है। अपराध स्थल पर इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया गया है। फायरिंग के पीछे का मकसद जानने के लिए जांच अभी भी जारी है।"
उन्होंने कहा कि फिलीपींस सेना पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की जांच में सहयोग कर रही है, जिसमें हमारा एक जवान शामिल है। हम चाहते हैं कि इस मामले का जल्द से जल्द समाधान हो।" बता दें कि इसी साल जून के अंत में फिलीपींस की सेना ने मनीला के उत्तर में स्थित नुएवा एसिजा प्रांत में हुई झड़प में सात संदिग्ध विद्रोहियों को मार गिराया था। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने एक रिपोर्ट में कहा था कि पेंटाबांगन शहर में न्यू पीपुल्स आर्मी के विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच झड़प हो गई थी। झड़प के दौरान सेना के जवानों ने सात संदिग्ध विद्रोहियों को मार गिराया था। जबकि इस झड़प में किसी भी सैनिक की जान नहीं गई थी या घायल नहीं हुआ था।
पृथ्वी से टकराया 'बड़ा' सौर तूफान, ब्लैक आउट का खतरा
यू.एस. नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अनुसार, गुरुवार को एक शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकरा गया। एजेंसियां फिक्रमंद हैं कि तूफान हेलेन और मिल्टन से निपटने के लिए किए जा रहे रिकवरी प्रयासों को ये प्रभावित कर सकता है। एनओएए के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र (एसडब्ल्यूपीसी) के अनुसार, मंगलवार शाम को सूर्य से कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) विस्फोट हुआ और गुरुवार सुबह 11:15 बजे (ईएसटी) लगभग 1.5 मिलियन मील प्रति घंटे (2.4 मिलियन किमी प्रति घंटे) की गति से पृथ्वी पर पहुंचा।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने एसडब्ल्यूपीसी के हवाले से बताया कि तूफान जी4 (गंभीर) स्तर पर पहुंच गया। इसे जी4 जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म वॉच के रूप में वर्गीकृत किया गया है। गुरुवार और शुक्रवार को जी4 या उससे अधिक जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म वॉच प्रभावी रहा। एसडब्ल्यूपीसी, जियोमैग्नेटिक तूफान की स्थितियों को लेकर चेतावनियां और अलर्ट जारी करता है। एनओएए के अनुसार, यह तूफान हेलेन और मिल्टन तूफानों के लिए चल रहे रिकवरी प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिसमें रेडियो ब्लैकआउट, बिजली ग्रिड पर दबाव और जीपीएस सेवाओं में गिरावट शामिल है। सीएमई, सूर्य के कोरोना से चुंबकीय क्षेत्र और प्लाज्मा द्रव्यमान का बहुत बड़ा उत्सर्जन है। जब वे पृथ्वी की ओर आता है, तो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में बड़ी गड़बड़ी पैदा करता है, जिसे भू-चुंबकीय तूफान कहा जाता है। इससे रेडियो ब्लैकआउट, बिजली कटौती का खतरा बढ़ जाता है।
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