दुनियाः कुवैत में भीषण अग्निकांड में 41 भारतीयों की मौत और ब्लिंकन को गाजा में युद्ध विराम लागू होने की उम्मीद
फिलिस्तीन के उत्तरी वेस्ट बैंक में जेनिन के उत्तर-पश्चिम में कफ्र दान गांव में इजरायली सेना ने छह फिलिस्तीनियों की हत्या कर दी है। इजरायल की सेना का कहना है कि बुधवार सुबह लेबनान से उत्तरी इजरायल पर करीब 160 रॉकेट दागे गए।
कुवैत में भीषण अग्निकांड में 41 भारतीयों सहित 49 लोगों की मौत
कुवैत में बुधवार को विदेशी कामगारों की एक इमारत में आग लगने से कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई। राज्य के बाहर रहने वाले केरलवासियों के लिए एक सरकारी एजेंसी ने कहा कि कुवैत में भारतीय समुदाय ने बताया है कि आग में केरल के 11 लोगों सहित 41 भारतीयों की मौत हो गई है। 50 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है।
कुवैत में हुए इस भीषण अग्निकांड में इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई। इस इमारत के बारे में बताया जा रहा है कि इसमें मजदूर रहते थे, जिसमें से अधिकतर भारतीय थे। ऐसे में इस अग्निकांड में मरने वालों में 41 भारतीय भी शामिल हैं। यह आग बुधवार की सुबह लगी थी। इसके लिए वहां की सरकार ने रियल एस्टेट ऑनर को जिम्मेदार ठहराया है। यह भीषण अग्निकांड मंजफ शहर में हुई है, जो दक्षिण कुवैत में पड़ता है। कुवैत में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं और लोगों के लिए इमरजेंसी नंबर भी जारी किया गया है।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत रवाना
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत रवाना हो रहे हैं। कुवैत शहर के मंगाफ क्षेत्र में बुधवार को एक इमारत में लगी आग में कई भारतीय मजदूरों के मारे जाने की खबर के बाद उनको वहां भेजा गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आग लगने की घटना में घायल हुए लोगों की सहायता की निगरानी करने, मारे गए लोगों के पार्थिव शवों को जल्द वापस लाने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए तत्काल कुवैत की यात्रा कर रहे हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस भयावह आग की घटना में कई लोगों की मौत पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।" उन्होंने आगे कहा, "मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है। प्रभावितों की मदद के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।"
गाजा में युद्ध विराम समझौता लागू होने की ब्लिंकन को उम्मीद
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि गाजा संघर्ष में युद्ध विराम के प्रस्ताव का हमास द्वारा स्वागत करना एक अच्छा संकेत है। इजरायल के कान टीवी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकन ने यह टिप्पणी हमास के वरिष्ठ प्रवक्ता सामी अबू जुहरी द्वारा मंगलवार को यह कहे जाने के बाद की कि उसने युद्ध विराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। ब्लिंकन फिलफाल युद्ध विराम समझौते को लेकर मिडिल ईस्ट की यात्रा पर हैं। इससे पहले सोमवार को, हमास ने टेलीग्राम पर एक बयान में कहा कि वह गाजा में युद्ध विराम, इजरायली बलों की पूर्ण वापसी और बंधकों के बदले फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली का समर्थन करने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का स्वागत करता है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया, ब्लिंकन ने हालांकि गाजा में हमास नेताओं से प्रस्ताव पर साफ तौर पर पुष्टि करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "यही चीज मायने रखती है, जिसकी हमें अभी भी कमी है।" उन्होंने सोमवार रात को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की और कहा कि नेतन्याहू ने युद्धविराम प्रस्ताव पर अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। ब्लिंकन ने सोमवार को काहिरा में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी के साथ बातचीत के बाद सोमवार और मंगलवार को इजरायली अधिकारियों से मुलाकात की।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिकी प्रस्ताव को अपनाया। इसके तहत तीन चरण में युद्धविराम समझौता लागू किया जाएगा। प्रस्ताव को 14 मतों के साथ अपनाया गया और रूस ने मतदान में भाग नहीं लिया। प्रस्ताव के अनुसार, पहले चरण में बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के साथ तत्काल और पूर्ण युद्धविराम शामिल है। दूसरे चरण में गाजा में मौजूद सभी बंधकों की रिहाई और गाजा से इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी होगी। तीसरे चरण में, गाजा के लिए एक पुनर्निर्माण योजना शुरू होगी, और मारे गए बंधक के अवशेष इजरायल को लौटा दिए जाएंगे। प्रस्ताव में कहा गया है कि इजरायल ने समझौते को स्वीकार कर लिया है और अब हमास ने भी इस पर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
इजरायली सेना ने वेस्ट बैंक में छह फिलिस्तीनियों की हत्या की
उत्तरी वेस्ट बैंक में जेनिन के उत्तर-पश्चिम में कफ्र दान गांव में इजरायली सेना ने छह फिलिस्तीनियों की हत्या कर दी है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी वाफा ने मंगलवार को बताया कि गांव में सेना के अतिरिक्त जवान तैनात किए गए थे। इजरायली विशेष बल ने एक घर को घेर लिया जिससे टकराव शुरू हो गया। वाफा ने कहा कि सैनिकों ने घर के अंदर मौजूद एक युवक से लाउडस्पीकर पर आत्मसमर्पण के लिए कहा और घर की ओर कंधे पर रखकर दागी जाने वाली मिसाइलें दागीं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसने जेनिन के इलाके में चार सशस्त्र "आतंकवादियों" को मार गिराया और "आतंकवादियों" की चार बंदूकें बरामद कीं। आईडीएफ ने कहा, "आतंकवाद विरोधी गतिविधि के दौरान, सैनिकों ने इलाके में आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एक ढांचे को घेर लिया। आतंकवादियों के साथ गोलीबारी के दौरान, सैनिकों ने चार आतंकवादियों को मार गिराया और अन्य को घायल कर दिया। साथ ही, इजरायल सिक्योरिटी एजेंसी के एक हेलीकॉप्टर ने आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ढांचे के क्षेत्र पर हमला किया।"
लेबनान से उत्तरी इजरायल पर 160 रॉकेट दागे गए
इजरायल की सेना का कहना है कि बुधवार सुबह लेबनान से उत्तरी इजरायल पर करीब 160 रॉकेट दागे गए। इससे पहले इजरायल ने लेबनान पर हवाई हमला किया था जिसमें एक वरिष्ठ कमांडर समेत हिजबुल्लाह के चार अधिकारी मारे गए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने सुबह बताया कि लेबनान से लॉन्च किए गए करीब 90 प्रोजेक्टाइल की पहचान की गई है। नेशनल फायर एंड रेस्क्यू अथॉरिटी ने कहा कि रॉकेट की वजह से कई इलाकों में आग लग गई। बाद में पश्चिमी गलील और ऊपरी गलील क्षेत्र में माउंट मेरोन की ओर लगभग 70 रॉकेट और दागे गए। यहां एक प्रमुख हवाई रक्षा नियंत्रण इकाई स्थित है।
सेना ने कहा, "कई प्रोजेक्टाइल को रोक दिया गया, उनमें से ज्यादातर खुले क्षेत्रों में गिरे और कई उत्तरी इजरायल में गिरे।" अभी तक इजरायली पक्ष से किसी के घायल होने की जानकारी नहीं मिली है। लेटेस्ट बमबारी के जवाब में इजरायली विमानों ने यारून क्षेत्र में लॉन्चर पर हमला किया। यह हमला 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल-हमास संघर्ष के नए दौर की शुरुआत के बाद से लेबनान के आतंकवादियों की ओर से इजरायल पर किया गया सबसे बड़ा रॉकेट हमला है।
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