दुनियाः पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी हमलों में 40 लोगों की मौत और बांग्लादेश में बाढ़ से 23 की गई जान
थाईलैंड में आई अचानक बाढ़ और भूस्खलन में 22 लोगों की मौत हो गई और 19 घायल हो गए। रूसी सेना ने एक बार फिर यूक्रेन को निशाना बनाया है। रूस ने रविवार को उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन पर हमले किए। इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई और 37 लोग घायल हो गए।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी हमलों में 40 लोगों की मौत
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को अलग-अलग आतंकी हमलों में हथियारबंद हमलावरों ने कम से कम 40 लोगों की हत्या कर दी। पहली घटना में बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में बंदूकधारियों ने बसों से यात्रियों को उतारकर और उनके पहचान पत्र देखने के बाद पंजाब प्रांत के कम से कम 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतकों में से ज्यादातर लोग दक्षिणी पंजाब के और कुछ खैबर पख्तूनख्वा के हैं जिससे पता चलता है कि उनकी जातीय पृष्ठभूमि के कारण उनकी हत्या की गयी है।’’
अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य हमले में बलूचिस्तान के कलात जिले में बंदूकधारियों ने चार पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 11 लोगों की हत्या कर दी गयी। कलात राजधानी क्वेटा से करीब 150 किलोमीटर दक्षिण में स्थिति है और बलूच कबीलों का इलाके में दबदबा है। सुरक्षा सूत्रों ने ‘जियो न्यूज’ को बताया कि आतंकवादियों ने 24 अगस्त और 25 अगस्त की रात को बलूचिस्तान में कई स्थानों पर हमले किए।
प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। दोनों हमले बलूच कबाइली नेता नवाब अकबर खान बुगती की 18वीं बरसी के समय हुए हैं। खान पाकिस्तानी सेना के अभियान में मारे गए थे। उग्रवादी समूहों ने अपनी हिंसा को ‘ऑपरेशन हेरूफ’ नाम दिया है और एक साथ प्रांत के विभिन्न जिलों में सिलसिलेवार हमले शुरू किए हैं।
बांग्लादेश में बाढ़ से 23 लोगों की मौत, 60 लाख लोग प्रभावित
बांग्लादेश के कई हिस्सों में आई बाढ़ से 23 लोगों की मौत हो गई है। इस भयानक आपदा में लगभग 60 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और लाखों परिवार विस्थापित हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्रालय के तहत देश के राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया समन्वय केंद्र (एनडीआरसीसी) की दैनिक आपदा स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार दोपहर तक देश के कुल 64 जिलों में से 11 में बाढ़ के कारण 57,01,204 लोग प्रभावित हुए। बांग्लादेश की मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में बाढ़ से 23 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 11 जिलों में 12,38,048 परिवार फंसे हुए हैं। दो लोग लापता भी बताए गए हैं।
टीवी रिपोर्ट्स से पता चला है कि बांग्लादेश के कई हिस्सों में पिछले हफ़्ते से ही मुख्य नदियों के उफान पर होने के कारण जमीन के बड़े हिस्से पानी में डूबे हुए हैं। बाढ़ ने कथित तौर पर देश के बड़े हिस्से में बस्तियों, फसलों, सड़कों और राजमार्गों को भी व्यापक नुकसान पहुंचाया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने रविवार को अधिकारियों को बाढ़ से निपटने और लोगों को बचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने, आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद देने के लिए कड़े प्रयास कर रही है।
थाईलैंड में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से 22 की मौत
थाईलैंड में आई अचानक बाढ़ और भूस्खलन में 22 लोगों की मौत हो गई और 19 घायल हो गए। देश मेंं 16 अगस्त से अब तक 13 क्षेत्रों में 30 हजार 900 से अधिक परिवार इससे प्रभावित हुए हैं। यह जानकारी सोमवार को अधिकारियों ने दी। आपदा निवारण विभाग ने एक बयान में कहा, भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के पानी को निकालने और देश के पांच क्षेत्रों में प्रभावित 737 गांवों को राहत प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, सरकारी एजेंसियों ने देश भर के 31 क्षेत्रों के निवासियों को गुरुवार तक बाढ़ और तेज हवाओं के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
अधिकारियों को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने और आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों और मशीनरी को तैयार करने का निर्देश दिया गया है। चियांग राय, सुखोथाई और प्रे जैसे पांच उत्तरी क्षेत्रों में हालात ज्यादा खराब है। जबकि राजधानी बैंकॉक सहित चाओ फ्राया नदी के पास के क्षेत्रों में जल स्तर बढ़ने का खतरा है। इसके पहले 2011 में थाईलैंड में आई बाढ़ के कारण 500 से अधिक लोग मारे गए थे तथा देश भर में लाखों घर क्षतिग्रस्त हो गए थे। जुलाई के अंत में उष्णकटिबंधीय तूफान नोक-टेन के आने से आई बाढ़ जल्द ही यह मेकांग और चाओ फ्राया नदी घाटियों के साथ उत्तरी, उत्तर पूर्वी और मध्य थाईलैंड के प्रांतों में फैल गई।
रूसी हमले में यूक्रेन के 4 लोगों की मौत, 37 घायल
रूसी सेना ने एक बार फिर यूक्रेन को निशाना बनाया है। रूस ने रविवार को उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन पर हमले किए हैं। इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई और 37 लोग घायल हो गए। यूक्रेन की सेना और स्थानीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। यूक्रेन की वायुसेना ने रविवार को मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर बताया कि रूस ने यूक्रेन के सीमावर्ती क्षेत्रों चेर्निहिव, सुमी, खार्किव और डोनेट्स्क में रात भर हमले किए। स्थानीय अधिकारियों ने टेलीग्राम पर बताया कि सुमी के उत्तरी क्षेत्र पर मिसाइल से हमला किया गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 16 लोग घायल हो गए। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा खार्किव क्षेत्र के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने जानकारी देते हुए बताया कि रूसी हमलों में 13 लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक चार वर्षीय बच्चा भी है।
वहीं, खार्किव के मेयर इगोर तेरेखोव ने कहा कि रूसी हमलों के कारण शहर की एक गैस पाइपलाइन तबाह हो गई है। इसके अलावा 10 घरों को भी नुकसान पहुंचा है। इनमें से दो घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। यूक्रेनी वायु सेना ने एक बयान में कहा कि रूस ने नौ हमलावर ड्रोन को लॉन्च किया था। इनमें से आठ ड्रोन को यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली ने मायकोलाइव क्षेत्र में मार गिराया गया है। वायु सेना ने कहा, "ज्यादातर मिसाइलें अपने लक्ष्यों तक नहीं पहुंच पाई, लेकिन रूस ने एक इस्केंडर-एम बैलिस्टिक मिसाइल, एक इस्केंडर-के क्रूज मिसाइल और छह गाइडेड एयर मिसाइल को लॉन्च किया था।" हालांकि, यूक्रेन ने यह नहीं बताया है कि इनमें से कितनी मिसाइलों को मार गिराया है। खेरसॉन के सैन्य प्रशासन के प्रमुख रोमन मरोचको के अनुसार, खेरसॉन के दक्षिणी क्षेत्र में रूसी हमले दिनभर जारी रहे। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। फिलहाल, इस हमले पर रूस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं है। बता दें कि रूस लगातार यूक्रेन के सीमावर्ती क्षेत्रों को निशाना बना रहा है। इस बीच कीव ने कहा कि यूक्रेनी सेना द्वारा रूस के कुर्स्क क्षेत्र में इस महीने की शुरुआत में किए गए हमले का उद्देश्य मॉस्को के हमलों को रोकना था।
गुटेरेस ने हिजबुल्लाह और इजरायल से की तनाव कम करने की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल और हिजबुल्लाह से कहा है कि क्षेत्र में तत्काल तनाव कम करे नहीं तो सुरक्षा और स्थिरता का खतरा पैदा हो सकता है। उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने ये जानकारी दी है। रविवार को दोनों पक्षों में फिर से टकराव बढ़ गया, जब इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमले किए और हिजबुल्लाह ने भी रॉकेट हमलों से जवाबी कार्रवाई की। दुजारिक ने कहा, "ब्लू लाइन के पार गोलीबारी में वृद्धि से महासचिव बहुत चिंतित हैं।" "इन कार्रवाइयों ने लेबनान और इजरायल दोनों को खतरे में डाल दिया है, साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को भी खतरा है।"
ब्लू लाइन एक सीमा रेखा है जो इजरायल और लेबनान को अलग करती है। लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूनिफिल) के साथ 895 भारतीय शांति सैनिक तैनात हैं, जो यहां गश्त करते हैं। महासचिव ने तत्काल तनाव कम करने तथा सभी पक्षों से दुश्मनी समाप्त करने तथा सुरक्षा परिषद के संकल्प 1701 को पूरी तरह से लागू करने का आह्वान किया है। यूनिफिल तथा लेबनान के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक कार्यालय (यूएनएससीओएल) ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि प्रस्तावों को लागू करना "आगे बढ़ने का एकमात्र स्थायी तरीका है"। दोनों यूएन संगठनों ने कहा, "ब्लू लाइन पर चिंताजनक घटनाक्रमों के मद्देनजर, यूएनएससीओएल तथा यूनिफिल सभी से संघर्ष विराम करने तथा आगे और अधिक आक्रामक कार्रवाई से बचने का आह्वान करते हैं।" उनके बयान में कहा गया है, "हम तनाव कम करने के लिए अपने संपर्क जारी रखेंगे।"
यूनिफिल के साथ तैनात भारतीय शांति सैनिक इजरायल तथा हिजबुल्लाह के बीच टकराव में फंस गए हैं। हिजबुल्लाह एक शिया मुस्लिम पार्टी है, जिसके पास अपनी खुद की मजबूत मिलिशिया है, और यह दक्षिणी लेबनान में स्थित है। रविवार को हिजबुल्लाह ने अपने मिलिट्री कमांडर फौद शुकुर की हत्या का बदला लेने की तैयारी की तो इजरायल ने लेबनान में मिसाइल और रॉकेट ठिकानों पर लगभग 100 जेट विमानों से हवाई हमले किए। हिजबुल्लाह ने भी इजरायल और उसके कब्जे वाले गोलन हाइट्स में सैन्य ठिकानों पर 321 रॉकेट और ड्रोन से जवाबी हमला किया। इस दौरान हिजबुल्लाह के तीन सदस्य और एक इजरायली सैनिक मारे गए।
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