वायरलेस कंप्यूटर के अग्रदूत नॉर्मन अब्रामसन का 88 वर्ष की आयु निधन, त्वचा कैंसर से थे ग्रसित
संचार के क्षेत्र में वायरलेस कंप्यूटर नेटवर्क के अग्रदूत नॉर्मन अब्रामसन का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। अब्रामसन को प्रारंभिक वायरलेस नेटवर्क एलएलओएचएनेट बनाने के लिए जाना जाता है।
संचार के क्षेत्र में वायरलेस कंप्यूटर नेटवर्क के अग्रदूत नॉर्मन अब्रामसन का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। अब्रामसन को प्रारंभिक वायरलेस नेटवर्क एलएलओएचएनेट बनाने के लिए जाना जाता है। इसके निर्माण के बाद से ही अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों ने इसका प्रयोग आधुनिक सैटेलाइट, फोन और कंप्यूटर नेटवर्क में किया। द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अब्रामसन की मौत त्वचा कैंसर से हुई। इस कैंसर के कारण उनके फेफड़ों में मेटास्टेसिस हो गया था।
हवाई विश्वविद्यालय में अब्रामसन की पहली परियोजनाओं में से एक, स्कूल को दूरस्थ भौगोलिक स्थिति से अमेरिका को डेटा भेजने और प्राप्त करने में मदद करने के लिए रेडियो तकनीक विकसित करना था। प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण इनोवेशन पैकेट में डेटा को बांटना था, ताकि अगर ट्रांसमिशन के दौरान डेटा खो भी जाए तो उसे दोबारा भेजा जा सके।
एएलओएचएनेट आधुनिक वायरलेस संचार की नींव होने के साथ ही इसने ईथरनेट-आधारित संचार के विकास को प्रभावित किया। अब्रामसन का जन्म 1 अप्रैल, 1932 को बोस्टन में हुआ था। साल 1994 तक सेवानिवृत्त होने तक वह हवाई में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे।
हवाई विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डेविड लास्नर ने कॉलेज के ब्लॉग पर एक मेमोरियल पोस्ट में कहा, "ऐसे बहुत कम लोग हैं जिनका पूरे ग्रह संचार पर नोर्म की तरह प्रभाव रहा हो और जिन्होंने आज के दौर में जानकारी साझा की हो।"
उन्होंने आगे कहा, "नोर्म ने हवाई के द्वीपों को एक-दूसरे से और दुनिया से जोड़ा है और यूएच पर और अपने छात्रों पर अपने आइडिया के माध्यम से एक विरासत छोड़कर गए हैं।"
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia