वीडियोः जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को देखते ही ग्रेटा थनबर्ग ने बना लिया मुंह...
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र में विश्व नेताओं को झकझोर कर रख देने वाली स्वीडन की 16 वर्षीय छात्रा ग्रेटा थनबर्ग का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से सामना होने पर अपना मुंह बना लेती हैं और उनके रास्ते से हट जाती हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में दुनिया भर के नेताओं को जलवायु परिवर्तन पर अपने भाषण से शर्मिंदा कर देने वाली ग्रेटा थनबर्ग का एक ताजा वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को देखकर मुंह बनाती नजर आ रही हैं। इसके साथ ही वह ट्रंप को नजर अंदाज करती हुई भी नजर आ रही हैं। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि थनबर्ग ट्रंप को देखते ही निराश हो जाती हैं और पीछ हट जाती हैं।
दरअसल यह वीडियो संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान का ही है। वीडियो में दिख रहा है कि दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई की आईकन बन चुकी ग्रेटा थनबर्ग एक हॉल में जैसे ही दाखिल होने वाली होती हैं कि तभी दूसरी तरफ से ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आने का शोर सुनाई देता है। ग्रेटा आवाज की तरफ देखकर पना मुंह बना लेती हैं और अपने पैर पीछे खींचकर थोड़ा पीछे हट जाती हैं। इसके बाद जब ट्रंप ठीक उनके सामने से गुजरते हैं तो ग्रेटा के चेहरे भाव बदल जाते हैं और वह सक्त नाकुश नजर आती हैं।
बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग जलवायु परिवर्तन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के तमाम बड़े देशों के नेताओं की नीतियों की कटु आलोचना कर सुर्खियों में हैं। सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर अपने भाषण से ग्रेटा ने दुनियाभर के नेताओं को झकझोर कर रख दिया। ग्रेटा ने अपने भाषण में युवा पिढ़ी की बात रखते हुए कहा, “हमें समझ आ रहा है कि जलवायु परिवर्तन पर आपने हमारे साथ धोखा किया है और अगर आपने कुछ नहीं किया तो युवा पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी।”
पर्यावरण ऐक्टिविस्ट के रूप में दुनिया भर में चर्चित हो चुकी स्वीडन की 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र की क्लाइमेट ऐक्शन सम्मेलन के दौरान यूएन महासचिव गुतारेस सहित दुनिया भर के बड़े नेताओं के सामने जब बोलना शुरू किया तो किसी को अंदाजा नहीं था कि एक छोटी सी बच्ची अपने सवालों से सबको झकझोर कर रख देगी। बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने क्लाइमेट समिट की बजाए एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने को प्राथमिकता दी थी। क्लाइमेट समिट में वह महज थोड़ी देर के लिए मौजूद रहे थे।
बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग पिछले लंबे समय से अपना स्कूल छोड़ लोगों को उनकी जिम्मेदारियों का अहसास दिलाने का काम कर रही हैं। ग्रेटा का जन्म तीन जनवरी 2003 को हुआ है। उनकी मां मलेना इर्नमैन एक ओपेरा सिंगर हैं और पिता स्वांते थनबर्ग एक अभिनेता हैं। महज 8 साल की उम्र में पहली बार जलवायु परिवर्तन के बारे में सुनने वाली ग्रेटा ने 11 साल की उम्र आते-आते जलवायु परिवर्तन के संकट को समझना शुरू कर दिया। और इसके बाद वह कई मौकों पर मुखर होकर इस गंभीर मुद्दे पर अपनी बात रखने लगीं।
इसके बाद थनबर्ग ने 2018 में ‘स्ट्राइक फॉर क्लाइमेट’ या ‘फ्यूचर फॉर फ्राइडे कैंपेन’ नाम से अभियान की शुरुआत की, जो पूरी दुनिया में चर्चा में आ गया। अभियान के तहत उन्होंने हर शुक्रवार को स्कूल जाना छोड़ दिया और स्वीडन की संसद के बाहर तख्ती लेकर प्रदर्शन करने लगीं। इस दौरान वह सांसदों के अलावा वहां से गुजरने वाले लोगों से दुनिया को बचाने का निवेदन करती हैं। दुनिया भर में चर्चित हो रही ग्रेटा को बड़ी कामयाबी उस समय मिली जब नवंबर 2018 में 24 देशों के लगभग 17 हजार छात्रों ने उनके अभियान में हिस्सा लिया। इस साल अगस्त तक उनके अभियान से 135 देशों के 36 लाख बच्चे जुड़ चुके हैं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
- Donald Trump
- US President
- United Nations
- UNGA
- डोनाल्ड ट्रंप
- संयुक्त राष्ट्र
- अमेरिकी राष्ट्रपति
- Climate Change
- जलवायु परिवर्तन
- Greta Thunberg
- ग्रेटा थनबर्ग
- यूएनजीए