दुनिया की 5 बड़ी खबरें: अमेरिका में बदलेगा बंदूक कानून, बाइडेन का आह्वान और जापान में भूकंप से रेल लाइनें ध्वस्त
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बंदूक कानून में सुधार का आह्वान किया है। कहा जा रहा है कि अब अमेरिका में बिना बैकग्राउंड चेक के बंदूक नहीं मिलेगी। उधर जापान में दो दिन पहले आए भूकंप से रेल लाइनों को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा दुनिया की और भी खबरें यहां पढ़िए।
बाइडेन ने बंदूक सुधार कानून पारित करने का किया आह्वान
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद से बंदूक कानून सुधारों को पारित करने का आह्वान किया है, जिसमें असॉल्ट राइफल पर प्रतिबंध भी शामिल है। बीबीसी ने बताया कि बाइडेन ने ये बयान रविवार को फ्लोरिडा में पार्कलैंड स्कूल में शूटिंग की तीसरी वर्षगांठ पर जारी किया। उन्होंने कहा, "देश भर में माता-पिता, पति-पत्नी, बच्चे, भाई-बहन, और दोस्तों ने हिंसा में अपने प्रियजनों को खोने के दर्द को समझा है।" 2018 में एक स्कूल में एक पूर्व छात्र ने रायफल से फायर करते हुए 17 लोगों को मार दिया था। इस घटना के बाद से स्कूल के कई बच्चे बंदूक कानून में सुधार की मांग कर रहे हैं।
अमेरिका में हथियार रखने का अधिकार संविधान के दूसरे संशोधन से मिला हुआ है और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई लोग इस कानून के बचाव में उतरे हैं। अपने बयान में राष्ट्रपति बाइडेन ने बंदूकों की बिक्री के लिए खरीदकर्ता की पृष्ठभूमि की जांच और बंदूक निमार्ताओं के लिए कानूनी प्रतिरक्षा के खात्मे का भी आह्वान किया। बाइडेन ने कहा, "अब कार्रवाई का समय आ गया है।" एक अलग बयान में, हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि संसद बैकग्राउंड चेक कानून को फिर से लाएगी, जिसे रिपब्लिकन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यालय में रोक दिया गया था।
पूर्वोत्तर जापान में भूकंप से 155 लोग घायल, रेल लाइनें ध्वस्त
जापान के फुकुशिमा में 13 फरवरी को आए 7.3 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 155 लोग घायल हुए हैं। साथ ही फुकुशिमा राज्य में रेलवे लाइनों को काफी नुकसान पहुंचा है। पूर्वी जापानी रेलवे कंपनी का कहना है कि भूकंप से तोहोकु शिंकानसेन के उपकरणों को नुकसान पहुंचा है, इसलिए इस रेलवे लाइन के संचालन को पुन: शुरू होने में करीब 10 दिनों का समय लगेगा। भूकंप के तेज झटकों से जापान के कई इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। फुकुशिमा और मियागी प्रांत में लगभग 240 लोगों को शरण-स्थल जाना पड़ा है। हाल में पूर्वोत्तर जापान में लगभग 9 लाख परिवारों की बिजली सप्लाई बंद हो गयी थी और करीब 25.7 हजार परिवारों के पास पेय जल का अभाव है।
चीन की अंतिम आदिम जनजाति विलुप्त हो गयी
14 फरवरी को चीन के युनान प्रांत के लिनछांग शहर में पुराने वंगतिंग गांव के लाउच्येई में आग लग गयी। हालांकि, आग बुझा दी गई है और किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन खेद की बात है कि लाउच्येई के 105 मकानों में अब केवल 4 ही शेष रह गये हैं। आग लगने की वजह की जांच जारी है। गौरतलब है कि वंगतिंग गांव का लाउच्येई लानछांग नदी के किनारे पर स्थित है, जो बादलों, पर्वतों और अनेक झीलों से घिरा हुआ है। इस गांव का 4000 से ज्यादा लम्बा इतिहास है, जो चीन में सबसे अच्छी तरह से संरक्षित वा जाति का गांव समूह है। इसलिए इसे चीन की अंतिम आदिम जनजाति मानी जाती है। 2019 के जनवरी में वंगतिंग गांव को चीन का मशहूर ऐतिहासिक सांस्कृतिक गांव चुना गया। 2020 के मार्च में वंगतिंग गांव चीन के 4ए राष्ट्रीय पर्यटन स्थलों की नामसूची में शामिल हुआ। यहां बहुत से पर्यटक इधर आने के लिए आकर्षित होते हैं।
शटडाउन के बाद म्यांमार में इंटरनेट बहाल
ट्रैफिक ट्रैकर नेटब्लॉक ने सोमवार को बताया कि तिब्बत में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच इंटरनेट को बंद कर दिया गया था, जिसे फिर से बहाल कर दिया गया है। स्पुतनिक समाचार ने नेटब्लॉक का हवाला देते हुए कहा, "स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे से इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल की जा रही है। नेटवर्क डेटा राष्ट्रीय संपर्क को सूचना के स्तर पर सामान्य स्तर तक बढ़ा रहा है; सोशल मीडिया अभी भी अधिकांश उपयोगकर्ताओं के लिए प्रतिबंधित है। नवंबर के चुनावों में उनकी पार्टी पर धांधली का आरोप लगाने के बाद म्यांमार के वास्तविक नेता, आंग सान सू की को अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। सरकार की बहाली की मांग को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हुए।
सेना का विरोध करने पर होगी 20 साल की सजा
म्यांमार की सेना ने देश भर में तख्तापलट का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि अगर वे सशस्त्र बलों की कार्रवाई में बाधा डालते हैं तो उन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है। सोमवार को बीबीसी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सैन्य नेताओं के खिलाफ "घृणा या अवमानना" के लिए उकसाने वालों पर भी लंबी अवधि की सजा और जुर्माना भी लगाया जाएगा। लोगों के विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर सड़कों पर बख्तरबंद गाड़ियां भी देखी गईं और कानून में बदलाव की घोषणा भी की गई। गौरतलब है कि हाल के दिनों में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध-प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारी स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची और लोकतंत्र की बहाली सहित अपने चुने हुए नेताओं की नजरबंदी से रिहाई की मांग कर रहे हैं।
नाइजीरिया में चले सैन्य अभियानों में 81 बोको हराम आतंकी ढेर
नाइजीरिया के सेना के अधिकारियों ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने हाल ही में देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में निकासी अभियानों में 81 बोको हराम के आतंकवादियों को मार गिराया है। ऑपरेशन लफिया डोले के थिएटर कमांडर फारुख याह्या के हवाले से बताया गया है कि ऑपरेशनों को पूर्वोत्तर राज्य बोर्नो के विशाल सांबीसा जंगल में 'कई गांवों' में कवर किया गया है। यह ऑपरेशन कब हुआ और कितने दिन तक चला इसकी जानकारी नहीं दी गई है। बोको हराम 2009 से पूर्वोत्तर नाइजीरिया में एक इस्लामवादी राज्य स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। आतंकी समूह ने चाड बेसिन के अन्य देशों में भी अपने हमले बढ़ा दिए हैं।
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