यूक्रेन युद्ध से रूस की अर्थव्यवस्था को लगा बड़ा झटका, जीडीपी में सालाना 7.8 फीसदी गिरावट का अनुमान
रूस के आर्थिक विकास मंत्रालय को उम्मीद है कि बेरोजगारी दर पिछले साल के 4.8 प्रतिशत से बढ़कर 6.7 प्रतिशत हो जाएगी और रूसियों की वास्तविक डिस्पोजेबल आय में 6.8 प्रतिशत की गिरावट आएगी। 2022 में मुद्रास्फीति बढ़कर 17.5 फिसदी हो सकती है, जो 2021 में 8.4 थी।
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ना रूस की अर्थव्यवस्था के लिए भारी पड़ा है। करीब तीन महीने से ज्यादा समय से जारी यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का असर रूस की जीडीपी पर पड़ा है। रूस के सरकारी आंकड़ों को मुताबिक 2022 में देश के जीडीपी में सालाना आधार पर 7.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान है।
रूस के आर्थिक विकास मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि उसे 2022 में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सालाना आधार पर 7.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान है। मंत्रालय के एक प्रतिनिधि ने संवाददाताओं से कहा कि अचल संपत्तियों में निवेश 19.4 प्रतिशत और खुदरा व्यापार कारोबार 8.7 प्रतिशत घट सकता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय को उम्मीद है कि बेरोजगारी दर पिछले साल के 4.8 प्रतिशत से बढ़कर 6.7 प्रतिशत हो जाएगी और रूसियों की वास्तविक डिस्पोजेबल आय में 6.8 प्रतिशत की गिरावट आएगी। 2022 में मुद्रास्फीति बढ़कर 17.5 प्रतिशत हो सकती है, जो 2021 में 8.4 प्रतिशत थी।
रूस के सरकारी आंकड़ों से साफ है कि इस साल देश में बेतहाशा मंहगाई बढ़ने का अनुमान है। इतना ही नहीं मंहगाई के साथ देश में बेरोजगारी भी दोगुनी होने का अंदेशा है। साफ तौर पर इसके पीछे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का लंबा खींचने को वजह माना जा रहा है। अब पुतिन की जिद का असर देश के लोगों पर साफ दिखने जा रहा है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia