फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग की बहन के साथ विमान में यौन उत्पीड़न, शिकायत के बाद भी आरोपी को मिलती रही विशेष सुविधा
मार्क जुकरबर्ग की बहन रैंडी जुकरबर्ग ने आरोप लगाया है कि अलास्का एयरलाइंस में एक सहयात्री द्वारा लगातार यौन दुर्व्यवहार किया जाता रहा लेकिन शिकायत के बावजूद विमान के स्टाफ ने कोई कार्रवाई नहीं की।
चाहे ऑफिस हो या घर या फिर बाजार महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामान्य हैं। अब तो अक्सर सुरक्षित माने जाने वाले हवाई सफर के दौरान भी महिलओं के यौन उत्पीड़न की खबरें आती रहती हैं। ताजा मामला लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग की बहन रैंडी जुकरबर्ग के साथ हुई घटना का है। रैंडी जुकरबर्ग ने अलास्का एयरलाइन से लिखित शिकायत में अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की शिकायत की है। रैंडी ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि अलास्का एयरलाइंस के फर्स्ट क्लास में सफर के दौरान एक सहयात्री द्वारा बार बार किए जा रहे यौन दुर्व्यवहार की शिकायत करने पर भी एयरलाइंस के स्टाफ ने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि रैंडी के आरोपों पर एयरलाइन ने कहा है कि वे इस मामले की जांच कर रहे हैं। रैंडी ने खुद ट्विटर के जरिये अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी है।
रैंडी, मार्क जुकरबर्ग की बहन तो हैं ही इसके अलावा वह फेसबुक के संस्थापकों में भी शामिल रही हैं। मामला लॉस एंजिलस से मैक्सिको जा रही अलास्का एयरलाइंस की फ्लाइट का है। रैंडी ने घटना के बारे में लिखा कि उनके साथ बैठा सहयात्री उन्हें लगातार असहज महसूस करा रहा था। वह महिलाओं के बारे में बेहद भद्दी बातें कर रहा था जिससे उनकी स्थिति बेहद असहज बनती जा रही थी। एयरलाइंस स्टाफ से उसकी शिकायत करने के बावजूद उसे रोका नहीं गया बल्कि उसे लगातार शराब परोसा जाता रहा। रैंडी ने विमान कंपनी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि वह शख्स बार-बार उनसे पूछ रहा कि क्या सफर के दौरान साथ में सफर कर रहे व्यक्ति के साथ खुद के किसी तरह की स्थिति में होने की कभी उन्होंने कल्पना की है। यही नहीं रैंडी ने लिखा है कि आरोपी विमान में सवार हो रही अन्य महिलाओं की शारीरिक बनावट के बारे में भी लगातार भद्दे कमेंट्स किए जा रहा था।
रैंडी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इसकी शिकायत विमान के कर्मचारियों से की तो उन्होंने कहा कि वो व्यक्ति उनका नियमित ग्राहक है। यही नहीं आरोपी के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की बजाय विमान के स्टाफ ने रैंडी को ही प्लेन के पीछ की किसी सीट पर बैठ जाने के लिए कह दिया। रैंडी ने लिखा है कि उन्होंने ऐसा ही करने का फैसला किया, लेकिन फिर उन्हें लगा कि गलती उनकी नहीं है तो वह क्यों अपनी जगह छोड़ कर जाएं। क्योंकि उत्पीड़न उनके साथ हो रहा है, तो कार्रवाई उनके नहीं बल्कि उसके साथ होनी चाहिए जो गलत कर रहा है।
सीशल मीडिया पर रैंडी का मामला सामने आने के बाद अलास्का एयरलाइन ने कहा है कि वह पीड़ित के संपर्क में हैं और आरोपी यात्री को सफर में मिलने वाली विशेष सुविधाओं को समाप्त कर दिया गया है। कंपनी ने कहा है कि यदि जांच में रैंडी के आरोप सही पाए जाते हैं तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस घटना ने महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वह भी अमेरिका जैसे देश में जहां माना जाता है कि पुरुषों और महिलाओं में कोई भेदभाव नहीं होता और महिलाओं और उनके शरीर को लेकर समाज में किसी तरह कि कुठा नहीं पाई जाती है। ऐसे में क्या यह कहना सही नहीं होगा कि महिला सुरक्षा और नारी सम्मान की दिशा में हमें अभी बहुत कुछ करना है।
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