अंतर्राष्ट्रीय पीपुल्स ट्रिब्यूनल ने म्यांमार को रोहिंग्या नरसंहार का दोषी माना
अंतर्राष्ट्रीय पीपुल्स ट्रिब्यूनल ने रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार के लिए म्यांमार को दोषी ठहराया है। उसने कहा कि सेना द्वारा नागरिकों को निशाना बनाने को युद्ध अपराध माना जाना चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय पीपुल्स ट्रिब्यूनल ने रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार के लिए म्यांमार को दोषी ठहराया है और कहा है कि म्यांमार की सेना द्वारा सुनियोजित तरीके से नागरिकों को निशाना बनाने को युद्ध अपराध माना जाना चाहिए।
रोहिंग्या के खिलाफ राज्य में हो रहे कथित अत्याचार और अपराध पर सुनवाई कर रही परमानेंट पीपुल्स ट्रिब्यूनल (पीपीटी) की एक सात सदस्यीय पीठ ने कहा कि म्यांमार सेना 'आधिकारिक कर्तव्यों के संदर्भ' में अपराध कर रही है।
ट्रिब्यूनल के फैसले में कहा गया है, "सामने आए साक्ष्यों के आधार पर ट्रिब्यूनल सहमति से इस फैसले पर पहुंचा है कि म्यांमार का मुस्लिम समूहों के नरसंहार का इरादा है। म्यांमार रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रहे नरसंहार का दोषी है।"
पीपीटी ने कुआलालंपुर में ये सुनवाई ऐसे समय में आयोजित की है जब अपने देश में हो रहे उत्पीड़न से बचने के लिए लाखों रोहिंग्या मुस्लिम पलायन कर गए हैं। पलायन कर चुके रोहिंग्या मुसलमानों के बयानों को 18 सितंबर से 22 सितंबर तक मलाया विश्वविद्यालय के कानून संकाय में दर्ज किया गया। इसके लिए कानून संकाय में अदालत जैसी व्यवस्था की गई थी।
ट्रिब्यूनल के फैसले को खास तौर से संयुक्त राष्ट्र सहित अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं को भेजा जाएगा, जिससे म्यांमार में हिंसा खत्म करने के लिए आगे के कदम उठाए जाएं।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia