पड़ोसियों की अनदेखी कर नहीं करेगा चीन अपना विकास, लेकिन सेना को बनाएगा बेहद आधुनिक
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की सबसे अहम बैठक पार्टी कांग्रेस की शुरुआत बुधवार को हुई। इसी में तय होगा कि भविष्य में चीन का नेतृत्व जिनपिंग के हाथों में रहेगा या किसी और को जिम्मेदारी मिलेगी।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का कहना है कि चीन दूसरे देशों की अनदेखी कर अपना विकास नहीं करेगा और अपने पड़ोसियों के साथ ईमानदारी, एक-दूसरे के फायदे और साझेदारी की नीति के तहत रिश्ते मजबूत करेगा। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने चीन की सेना को और मजबूत बनाने का पूरा प्लान भी साफ कर दिया.
जिनपिंग ने सीपीसी के 19वें पार्टी कांग्रेस में कहा कि चीन अपने पड़ोसियों के साथ सभी विवादों को शांति से हल करने का पक्षधर है। लेकिन इसमें उन्होंने एक बात जोड़ दी कि इसके लिए चीन अपने हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
शी जिनपिंग सात दिवसीय सीपीसी के 19वें पार्टी कांग्रेस में करीब साढ़े तीन घंटे लंबे भाषण में कहा कि चीन की संप्रुभता की रक्षा के लिए सेना को विश्वस्तरीय बनाना उनका पहला कर्तव्य है। जिनपिंग ने सेना के लिए जो योजना पेश की है, उसके मुताबिक चीन 2020 तक सेना को पूरी तरह हाइटेक बना लेगा और इसमें आईटी का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा, जिससे रणनीतिक क्षमता में सुधार हो। आधुनिकीकरण की यह प्रक्रिया 2035 तक पूरी कर ली जाएगी।
इसके अलावा पीपुल्स आर्म्ड फोर्सेस को 2150 कर विश्वस्तरीय बना लिया जाएगा। शक्तिशाली थलसेना, नौसेना, वायुसेना के अलावा रॉकेट सेना और रणनीतिक सहयोग सेना का गठन किया जाएगा।
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की सबसे अहम बैठक पार्टी कांग्रेस की शुरुआत बुधवार को हुई। पार्टी कांग्रेस चीन का सबसे बड़ा राजनीति आयोजन माना जाता है। इस बार यह सम्मेलन बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसी कांग्रेस में तय होना है कि भविष्य में चीन का नेतृत्व शी जिनपिंग के ही हाथों में रहेगा या किसी और को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके साथ ही अगले सत्र के लिए पार्टी की दिशा भी इसी सम्मेलन में तय होगी। जानकारी के मुताबिक हर पांच साल में एक बार होने वाले इस सम्मेलन में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक है।
पार्टी कांग्रेस के 19वें सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दो हजार से ज्यादा पार्टी प्रतिनिधियों को संबोधित किया। जिनपिंग 2012 में कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता बने थे और आगे भी उनके पार्टी प्रमुख बने रहने की संभावना है। जिनपिंग ने अपने भाषण की शुरूआत अपने कार्यकाल में चीन द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों से की और कहा कि चीनी विशेषताओं के साथ समाजवाद ने एक नए युग में प्रवेश किया है।
जिनपिंग ने कहा कि चीन का समाजवादी लोकतंत्र, लोगों के मूलभूत अधिकारों की रक्षा के लिए सबसे व्यापक, सबसे वास्तविक और सबसे प्रभावी लोकतंत्र है। उन्होंने पार्टी के सदस्यों से लोगों के साथ हमेशा अपनी नियति को साझा करने और लोगों के दिमाग में बेहतर जिंदगी की सोच स्थापित करने का आह्वान किया।
शी जिनपिंग इस समय चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सबसे ताकतवर नेता हैं। पार्टी पर उनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है। ऐसे में अगले 5 सालों तक भी चीन की बागडोर उन्हीं के हाथों में रहने की उम्मीद है। हालांकि, नियमों के मुताबिक पार्टी कांग्रेस में उन्हें अपने उत्तराधिकारी का नाम प्रस्तावित करना है। लेकिन कहा जा रहा है कि पार्टी कांग्रेस में उनका वर्चस्व है जिसकी वजह से चीन की बागडोर एक बार फिर उन्हीं के हाथों में आना तय है।
हाल ही में द इकोनॉमिस्ट पत्रिका ने भी अपने कवर पेज पर जिनपिंग की फोटो छापी है और उन्हें
दुनिया का सबसे ताकतवर नेता करार दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी कांग्रेस में इस बार भी जिनपिंग का ही जलवा रहेगा और इस अवसर को वह पार्टी में अपने शक्ति प्रदर्शन के तौर पर इस्तेमाल करेंगे।
बुधवार को अपने भाषण में उन्होंने पार्टी के अंदर बड़े स्तर पर फैले भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में मिली सफलता के बारे में भी बताया। उन्होंने पार्टी प्रतिनिधियों को बताया कि इस दौरान करीब दस लाख से ज्यादा अधिकारियों को दंडित किया गया है। हालांकि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पार्टी कांग्रेस के कारण व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। शहर में कई रेस्तरां, जिम, नाइटक्लब और बार को सुरक्षा कारणों से बंद करा दिया गया है।
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