'एक फीसदी गणराज्य है पाकिस्तान, अपने लोगों को समान सुविधाएं उपलब्ध कराने में भी असक्षम'

एक कार्यक्रम में इस्माइल ने कहा कि पिछली सरकार ने अस्थायी इकोनॉमिक रिफाइनेंस फैसिलिटी के तहत सबसे अमीर 1 फीसदी पाकिस्तानियों के बीच 580 अरब रुपये का वितरण किया। सरकार खुद 15 फीसदी उधार ले रही है, लेकिन अमीर लोगों को केवल 1 फीसदी ब्याज पर पैसा मिला है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने एक बड़ा बयान देते हुए अपने देश को 'एक फीसदी गणराज्य' करार दिया है, जो अपने ज्यादातर नागरिकों को समान सुविधाएं उपलब्ध कराने में असक्षम है। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बहुत कुछ गलत हो रहा है, जो इसकी तरक्की की राह में रोड़ा हैं।

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, मैनेजमेंट एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान (एमएपी) द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बहुत गलत हो रहा है। इस्माइल ने कहा कि "1 फीसदी एलिट वर्ग इस देश को नियंत्रित कर रहा है।" इस्माइल इशाक डार के हाल ही में निर्वासन से लौटने तक छह महीने के लिए वित्त मंत्री थे।


कार्यक्रम के दौरान इस्माइल ने कहा, "पिछली सरकार ने अस्थायी इकोनॉमिक रिफाइनेंस फैसिलिटी के तहत सबसे अमीर 1 फीसदी पाकिस्तानियों के बीच 580 अरब रुपये का वितरण किया। सरकार खुद 15 फीसदी उधार ले रही है, लेकिन अमीर लोगों को केवल 1 फीसदी ब्याज पर पैसा मिला है।"

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इस्माइल ने अमेरिकी अरबपति बिल गेट्स और स्टीव जॉब्स का उदाहरण देते हुए कहा कि इन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर अपना भाग्य बनाया। इस्माइल ने अफसोस जताया कि लगभग सभी अमीर पाकिस्तानी पीढ़ीगत संपत्ति के लाभार्थी हैं। इस्माइल ने प्रेस के सवालों का जवाब नहीं दिया और दर्जनों कॉर्पोरेट संस्थाओं को पुरस्कार से सम्मानित करने के बाद चले गए।

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