महेला जयवर्धने ने श्रीलंका में आपातकाल और कर्फ्यू पर सरकार को घेरा, कहा- लोगों की जरूरत नजरअंदाज नहीं कर सकती
मुंबई इंडियंस के कोच जयवर्धने ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले कुछ लोग जनता का विश्वास खो रहे हैं और उन्हें खड़ा होना होगा। देश को और विश्वास देने के लिए हमें एक अच्छी टीम की जरूरत है। यह बहाने बनाने का नहीं और सही काम करने का समय है।
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने रविवार को कहा कि वह अपने देश में आपातकालीन कानून और कर्फ्यू को देखकर दुखी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उन लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती, जिन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है।
मुंबई इंडियंस के कोच जयवर्धने ने रविवार को ट्वीट किया, "मैं श्रीलंका में आपातकालीन कानून और कर्फ्यू को देखकर दुखी हूं। सरकार उन लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती, जिन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है। ऐसा करने वालो को हिरासत में लेना स्वीकार्य नहीं है और मुझे श्रीलंका के बहादुर वकीलों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने उनके बचाव में भाग लिया।"
उन्होंने आगे लिखा, "अच्छे नेताओं से कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं। हमारे देश के लोगों को उनकी पीड़ा में एकजुट होने की बहुत जरूरत है। ये समस्याएं मानव निर्मित हैं और सही योग्य लोगों द्वारा इसे ठीक किया जा सकता है। इस देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले कुछ लोग जनता का विश्वास खो रहे हैं और उन्हें खड़ा होना होगा। देश को और विश्वास देने के लिए हमें एक अच्छी टीम की जरूरत है। यह बहाने बनाने का नहीं और सही काम करने का समय है।"
गौरतलब है कि श्रीलंका इस समय अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है और खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। देश में पेट्रोल-डीजल की भारी किल्लत है, जिसके कारण ईधन के दाम काफी बढ़ गए हैं। देश में ईंधन की कमी के चलते कई बिजली संयत्र का संचालन बंद हो गया है। इस बीच भारत ने श्रीलंका को मदद भेजी है।
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