लेबनान के राष्ट्रपति ने खाई बेरुत विस्फोट की पूरी जांच कराने की कसम, कहा- न चुप रहूंगा और न ही आराम करूंगा
एउन के बयान के हवाले से कहा गया, “जब तक हम इन विस्फोटों के बारे में सभी तथ्यों का खुलासा नहीं कर देते तब तक मैं न तो चुप रहूंगा और न ही आराम करूंगा। सर्वोच्च न्यायिक परिषद को यह मामला भेजना इस दिशा में पहला कदम है।
लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल एउन ने संकल्प लिया है कि वे उन विस्फोटों की जांच जारी रखेंगे, जिन्होंने 4 अगस्त को बेरूत को हिला दिया था। इन भीषण विस्फोटों में 171 लोग मारे गए और लगभग 6,000 लोग घायल हुए थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट में एउन के बयान के हवाले से कहा गया, "जब तक हम इन विस्फोटों के बारे में सभी तथ्यों का खुलासा नहीं कर देते तब तक मैं न तो चुप रहूंगा और न ही आराम करूंगा। सर्वोच्च न्यायिक परिषद को यह मामला भेजना इस दिशा में पहला कदम है।"
प्राथमिक जानकारी से पता चला है कि पोर्ट ऑफ बेरूत के गोदाम नंबर 12 में 2014 से अमोनियम नाइट्रेट संग्रहीत किया गया था, जो कि बेरूत में हुए विस्फोट का कारण हो सकता है।
बेरूत बंदरगाह पर अमोनियम नाइट्रेट की एक बड़ी मात्रा के भंडारण को लेकर यहां का सत्तारूढ़ राजनीतिक दल लेबनानी लोगों की भारी आलोचना झेल रहा है। लोगों ने सरकार पर लापरवाही और अनदेखी करने का आरोप लगाया है। नागरिकों के तगड़े विरोध के चलते सोमवार को लेबनानी कैबिनेट के कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।
लेबनानी कैबिनेट ने इस मामले को केयरटेकर मिनस्टिर ऑफ जस्टिस मैरी क्लाउड नज्म के प्रस्ताव के बाद न्यायिक परिषद को रेफर किया था।
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