दुनिया की 5 बड़ी खबरें: पहली ही उड़ान में फेल हुआ चीनी रॉकेट KZ-11 और नेपाल में सभी भारतीय निजी न्यूज चैनल बैन

चीन के कुआइझोउ-11 सॉलिड फ्यूल कैरियर रॉकेट का लॉन्‍च पूरी तरह से असफल करार दिया गया है। पहली ही उड़ान में चीनी रॉकेट KZ-11 फेल हुआ और नेपाल में केबल ऑपरेटर्स ने अपने देश में सभी भारतीय निजी न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पहली ही उड़ान में फेल हुआ चीनी रॉकेट KZ-11

चीन के कुआइझोउ-11 सॉलिड फ्यूल कैरियर रॉकेट का लॉन्‍च पूरी तरह से असफल करार दिया गया है। इस रॉकेट कैरियर को शुक्रवार को नॉर्थ-वेस्ट चीन से स्‍थानीय समयानुसार 12:17 मिनट पर लॉन्‍च किया गया था। न्‍यूज एजेंसी शिन्‍हुआ के मुताबिक अपनी पहली ही फ्लाइट में यह रॉकेट कैरियर गिर गया। इस रॉकेट को जियुकुआन सैटेलाइट लॉन्‍च सेंटर से लॉन्‍च किया गया था। कुआईझोउ को चीनी भाषा में मतलब होता है 'तेज जहाज' और चीनी मीडिया का कहना है कि लॉन्‍च के दौरान ही इसमें कुछ तकनीकी खराबी आ गई थी। यह रॉकेट करीब 70.8 टन का था। इसे लो-अर्थ और सूरज की कक्षा की चक्‍कर लगाने वाले सैटेलाइट की लॉन्चिंग के लिए डिजाइन किया गया था। अभी तक फिलहाल इस बात की जांच जारी है कि लॉन्‍च के असफल होने में और कौन-कौन सी वजहें जिम्‍मेदार हो सकती हैं। इसकी जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। चीन के सरकारी न्‍यूज चैनल सीसीटीवी की तरफ से भी इस बात की जानकारी दी गई है।

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फोटो: सोशल मीडिया
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अमेरिका ने भी पाकिस्तान एयरलाइंस की उड़ानों पर लगाई पाबंदी

पाकिस्तान में जिस तरह से हाल ही में बड़ा विमान हादसा हुआ था, उसके बाद पाकिस्तान को लगातार दूसरा बड़ा झटका लगा है। पहले यूरोप में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमानों की आवाजाही पर पाबंदी लगाई गई थी तो अब अमेरिका ने भी पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। अमेरिका ने भी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी है। अमेरिकी परिवहन विभाग की ओर से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के पायलट पर चिंता जाहिर करते हुए पीआईए की अनुमति को रद्द कर दिया है।

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दूरदर्शन को छोड़कर नेपाल में सभी भारतीय न्यूज चैनलों पर बैन

भारत के साथ जारी तनातनी के बीच नेपाल में केबल ऑपरेटर्स ने अपने देश में सभी भारतीय निजी न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि उनके इस प्रतिबंध से दूरदर्शन को बाहर रखा गया है। यह कदम भारतीय न्यूज चैनलों द्वारा नेपाल के कवरेज को लेकर ऑनलाइन स्तर पर हुई भारी आलोचना के मद्देनजर लिया गया है, इसमें नेपाली नेतृत्व को लेकर खराब छवि पेश की गई थी। भारतीय निजी न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध का फैसला विदेशी समाचार वितरक संगठन मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर्स (MSO) द्वारा भारत के राष्ट्रीय समाचार नेटवर्क, दूरदर्शन को छोड़कर सभी निजी चैनलों पर रोक लगा दी गई। नेपाल के सूचना और प्रसारण मंत्री युबराज खातिवाड़ा ने गुरुवार शाम को इस फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि नेपाल राजनीतिक और कानूनी उपायों की तलाश कर सकता है। साथ ही भारतीय मीडिया द्वारा नेपाल की संप्रभुता और गरिमा पर हमला करने की खबरों के खिलाफ राजनयिक स्तर पर उठा सकता है।

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हम कुलभूषण जाधव की जान बचाने की कोशिश करेंगे:MEA

कुलभूषण जाधव मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जान बचाने को लेकर हम अपने कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे। हम उनकी जान बचाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। पाकिस्तान ने एक दिन पहले यह दावा किया था कि जाधव ने रिव्यू पिटीशन दायर करने से इनकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमें पता चला है कि पाकिस्तान की ओर से ऐसा दावा किया गया है कि कुलभूषण जाधव ने रिव्यू पिटीशन दायर करने से मना कर दिया है। जाधव पर पाक का दावा दूरगामी है। भारत जाधव को बचाने के लिए सभी कानूनी विकल्प तलाश रहा है।

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वांग यी ने चीन अमेरिका संबंधों के लिए तीन सुझाव दिए

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने चीन अमेरिका थिंक टैंक तथा मीडिया वीडियो कांफ्रेंसिंग मंच पर चीन अमेरिका संबंधों के कठिनाई से निकल कर सामान्य पटरी पर लौटने के लिए तीन सुझाव दिये। सुझाव के तहत वांग यीन ने कहा कि चीन और अमेरिका वार्ता के माध्यमों को फिर शुरू करें, द्विपक्षीय सहयोग, वार्तालाप और नियंत्रण व प्रबंधन की तीन सूचियां तैयार करें और कोविड-19 महामारी के मुकाबले में सहयोग पर फोकस करें। वांग यी ने कहा कि द्विपक्षीय क्षेत्रों और वैश्विक मामलों में चीन और अमेरिका को ऐसे सहयोग की सूची स्पष्ट करनी चाहिए, जो आवश्यक है और किया जा सकता है। यह सूची जितनी लंबी होगी, उतना अच्छा होगा। वार्तालाप की सूची में ऐसे मुद्दे सूचीबद्ध किये जाना चाहिए, जिन के बारे में दोनों पक्षों के बीच मतभेद मौजूद हैं, लेकिन वार्ता से उनका समाधान किया जा सकेगा। नियंत्रण और प्रबंधन की सूची में जो कठिन सवाल हैं, दोनों पक्षों को मतभेद ताक पर रखकर समानता का अनुसरण करने की भावना से संबंधित सवाल का अच्छा नियंत्रण करना चाहिए ताकि द्विपक्षीय संबंधों पर उन सवालों के कुप्रभाव कम हो सकें।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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