सूडान में जारी हिंसा के बीच भारतीय दूतावास की एडवाइजरी, नागरिकों को घर के अंदर रहने की दी सलाह

सूडान की सेना के प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के कमांडर मोहम्मद हमदान डागलो के बीच सत्ता संघर्ष के कारण 15 अप्रैल से पूरे देश में छिड़ी जंग में अब तक कई नागरिक मारे गए हैं।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच पिछले चार दिन से जारी भीषण लड़ाई के बीच खार्तूम में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को अपने सभी नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर कहा है कि  लूटपाट की कई घटनाएं हमारे सामने आ रही हैं, इसलिए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि घरों के अंदर ही रहें। कृपया बाहर न निकलें। सूडान में हिंसा भड़कने के बाद 16 अप्रैल को वहां काम करने वाले एक भारतीय नागरिक की गोली लगने से मौत हो गई थी। वहीं कर्नाटक के 31 भारतीय नागरिक वर्तमान में सूडान में फंसे हुए हैं।

भारतीयों के लिए जारी सलाह में दूतावास ने कहा, "सूडान में बिगड़ते हालात के बीच लूटपाट की कई घटनाएं हमारे सामने आ चुकी हैं। सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि कृपया बाहर न निकलें। कृपया अपनी आपूर्ति को नियंत्रित करें। अभी कुछ दिन और यह स्थिति बनी रह सकती है। कृपया अपने पड़ोसियों से मदद लेने की कोशिश करें। कृपया घर पर रहें और सुरक्षित रहें।"


अफ्रीकी देश में हिंसा बढ़ने के बाद 15 अप्रैल के बाद से भारतीय दूतावास द्वारा जारी यह तीसरा परामर्श है। 15 अप्रैल को भारतीय दूतावास ने सभी नागरिकों से घर के अंदर रहने, अत्यधिक सावधानी बरतने और तत्काल प्रभाव से बाहर निकलने से बचने का आग्रह किया था। साथ ही दूतावास ने कहा था कि सूडान जाने की योजना बना रहे भारतीयों को अपनी यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए।

इसके बाद 16 अप्रैल को खार्तूम में भारतीय दूतावास ने वहां रहने वाले भारतीयों के लिए दूसरी सलाह जारी की थी, जिसमें कहा गया था, "नई सूचनाओं के आधार पर, लड़ाई दूसरे दिन कम नहीं हुई है। हम ईमानदारी से सभी साथी भारतीयों से अनुरोध करते हैं कि वे जहां हैं वहीं रहें और बाहर नहीं निकलें। कृपया शांत और शांतिपूर्ण रहें। बालकनियों या छत जैसी खुली जगहों से दूर रहें। संभव होने पर वहां से निकलने के लिए आवश्यक चीजें- दवा, पानी, पैसा, पासपोर्ट, ओसीआई कार्ड, भोजन अपने साथ तैयार रखें।"


बता दें कि 2021 में एक सैन्य तख्तापलट के बाद देश में सत्ता पर कब्जा करने वाले दो जनरलों के बीच एक सप्ताह के सत्ता संघर्ष के चलते 15 अप्रैल को सूडान विस्फोटों और गोलियों की आवाज के साथ जागा। ये दो जनरल हैं- अब्देल फतह अल-बुरहान जो सूडान की सेना के प्रमुख हैं और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के कमांडर मोहम्मद हमदान डागलो, जो अब्देल के पूर्व सहयोगी हैं।

दोनों ने 2019 में सूडान के पूर्व राष्ट्रपति उमर अल-बशीर को गिराने के लिए एक साथ काम किया और 2021 के सैन्य तख्तापलट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, देश में नागरिक शासन को बहाल करने की योजना के हिस्से के रूप में आरएसएफ को सूडान की सेना में एकीकृत करने के लिए बातचीत उस समय शत्रुतापूर्ण हो गई जब सवाल उठा कि नए शासन में कौन किसको आदेश देगा।

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