पाकिस्तान में मानवाधिकार कार्यकर्ता पति के साथ गिरफ्तार, पूर्व मंत्री ने कहा- सत्ता का फासीवाद जोरों पर
समर्थकों का कहना है कि ईमान को देश में मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने की सजा दी गई। वहीं स्थानीय पुलिस का कहना है कि ईमान और उनके पति ने 25 अक्टूबर को पाकिस्तान की राजधानी में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की थी।
पाकिस्तानी मानवाधिकार वकील ईमान जैनब मजारी-हाजीर को उनके पति के साथ सोमवार को इस्लामाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने उन पर पिछले हफ्ते इंग्लैंड क्रिकेट टीम के दौरे के दौरान 'सुरक्षा जोखिम पैदा करने' का आरोप लगाया। ईमान की मां और पूर्व मंत्री शिरीन मजारी ने एक्स पर लिखा, "ईमान मजारी को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य का फासीवाद पूरे जोरों पर है।"
शिरीन मजारी ने इस्लामाबाद पुलिस की कार्रवाई को 'शर्मनाक कायरतापूर्ण' बताया। समर्थकों का कहना है कि ईमान को देश में मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने की सजा दी गई। स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया कि ईमान और उनके पति ने 25 अक्टूबर को पाकिस्तान की राजधानी में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की थी।
रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच के लिए इंग्लैंड क्रिकेट टीम के आवागमन के दौरान प्रोटोकॉल लागू किए गए थे। क्रिकेट टीमों की मूवमेंट की वजह से श्रीनगर राजमार्ग, मुर्री रोड और नैथ एवेन्यू सहित कई जगहों पर यातायात रोक दिया गया था या रूट में बदलाव कर दिए गए। इस्लामाबाद जीरो प्वाइंट इंटरचेंज पर हुई घटना के बाद, पुलिस ने दंपत्ति पर सरकारी मामलों में हस्तक्षेप करने और स्टेट गेस्ट के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) को तोड़कर उनकी सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया।
हालांकि, शिरीन मजारी ने सोमवार को आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय पुलिसकर्मियों ने जानबूझकर ईमान के रास्ते में स्टील रोड बैरियर लगाया था। पूर्व मानवाधिकार मंत्री ने सवाल किया, "जैसा कि वीडियो में दिखाया गया, उन्होंने हमला किया और उसे घायल कर दिया। आतंकवाद के लिए पुलिस को कौन जवाबदेह ठहराएगा?"
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