'हमास प्रमुख इस्माइल हानिया तेहरान में मारे गए', हमास ने बयान जारी कर दी जानकारी
हमास ने अपने बयान में कहा कि तेहरान स्थित हानिया के आवास पर इजरायल ने हमला किया। इस हमले में हानिया मारे गए। हमास के अनुसार, हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के पदभार ग्रहण करने के समारोह में शामिल होने के लए तेहरान आए थे।
इजरायल और हमास में जंग के बीच बड़ी खबर सामने आई है। हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो इस्माइल हानिया के मारे जाने की खबर है। हमास ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है। हमास ने एक बयान में कहा कि शीर्ष नेता इस्माइल हानिया ईरान की राजधानी तेहरान में मारे गए हैं।
हमास ने अपने बयान में कहा कि तेहरान स्थित हानिया के आवास पर इजरायल ने हमला किया। इस हमले में हानिया मारे गए। हमास के अनुसार, हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लए तेहरान आए थे।
ईरान के सरकारी मीडिया ने भी हानिया के मारे जाने की पुष्टि की है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड कोर यानी आईआरजीसी के अनुसार, इस हमले में हानिया के साथ उनके सुरक्षाकर्मी भी मारे गए हैं। हालांकि हानिया के मारे जाने को लेकर फिलहाल इजरायल की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
इस्माइल हानिया कौन थे?
हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो के प्रमुख और फिलिस्तीनी प्राधिकरण की 10वीं सरकार के प्रधानमंत्री इस्माइल हानिया का उपनाम अबू-अल-अब्द है। हानिया का जन्म फलस्तीनी शरणार्थी शिविर में हुआ था।
1989 में 3 साल के लिए इजरायल ने इस्माइल हानिया को कैद कर लिया था। इसके बाद हानिया को हमास के कई नेताओं के साथ मार्ज-अल-जुहुर निर्वासित कर दिया गया था। मार्ज-अल-जुहुर इजरायल और लेबनान के बीच एक नो-मेंस लैंड हैं, जहां हानिया 1 साल तक रहे।
हानिया निर्वासन पूरा होने के बाद गाजा लौट आए। इसके बाद हानिया को 1997 में हमास आंदोलन के आध्यात्मिक नेता शेख अहमद यासीन के कार्यालय का प्रमुख नियुक्त किया गया। 16 फरवरी 2006 को हमास ने उन्हें फिलिस्तीनी प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नामित किया था। साल 2006 में ही 20 फरवरी को हानिया को प्रधानमंत्री नियुक्त भी कर दिया गया। 1 साल बाद फिलिस्तीनी नेशनल अथॉरिटी के प्रमुख महमूद अब्बास ने हानिया को उनके पद से बर्खास्त कर दिया।
6 मई 2017 को हानिया को हमास का पॉलिटिकल ब्यूरो का चीन चुना गया था। इसके बाद अमेरिका के विदेश विभाग ने साल 2018 में हानिया को आतंकवादी घोषित कर दिया था।
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Published: 31 Jul 2024, 10:04 AM