ग्वाटेमाला: ज्वालामुखी विस्फोट में मरने वालों की संख्या पहुंची 69, तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान

ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है। बीबीसी के मुताबिक, ग्वाटेमाला में रविवार को हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद लापता लोगों की तलाश में सेना मदद कर रही है।

फोटो: सोशल मीडिया 
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

ग्वाटेमाला के अत्यधिक सक्रिय ज्वालामुखी फ्यूगो के फटने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 69 हो गई। जबकि इससे 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। सीएनएन ने 3 जून की देर रात ग्वाटेमाला के इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के हवाले से बताया गया कि 3 जून को ज्वालामुखी विस्फोट के बाद इससे निकला काला धुआं आसमान में लगभग 6 मील तक गया। अभी तक 16 मृतकों की पहचान की जा चुकी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 12 बच्चों सहित 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें से कुछ गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं।

इस घटना के बाद राष्ट्रपति जिमी मोराल्‍स ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह और उनकी सरकार इलाकों में आपातकाल की स्थिति की घोषणा करने के बारे में कांग्रेस से बात करेगी। साथ ही उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील की। मोराल्स ने कहा कि आपात अभियानों में मदद करने के लिए पुलिस, रेड क्रॉस और सेना के हजारों कर्मियों को भेजा गया है। कबानास ने कहा कि कुछ लोग लापता भी हुए हैं लेकिन हमें यह नहीं पता कि कितने लोग लापता हैं। उन्होंने कहा कि लावा निकलने से कई समुदायों तक पहुंच बाधित हो गई है। विमानन अधिकारियों ने बताया कि ज्वालामुखी से निकली घनी राख के कारण ग्वाटेमाला सिटी के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद करना पड़ा।

बीबीसी के मुताबिक, ग्वाटेमाला में 3 जून को हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद लापता लोगों की तलाश में सैनिक भी मदद कर रहे हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल कॉऑर्डिनेशन फॉर डिजास्टर रिडक्शन ऑफ ग्वाटेमाला (कॉनरेड) ने सोमवार को मृतकों की संख्या 62 से बढ़कर 69 हो गई। कई शवों को लावा के मलबे से बाहर निकालने के बाद मृतकों की संख्या में इजाफा हुआ है।

कॉनरेड ने यह भी कहा कि अब तक 3,100 लोगों को बचाया गया है, 1,711 लोगों को अस्थाई पनागहगारों में आश्रय दिया गया है।

(आईएनएस के इनपुट के साथ)

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia