गाजा युद्ध विराम वार्ता के प्रयास को झटका, हमास ने बातचीत में भाग लेने से किया इनकार
सुहैल हिंदी ने कहा कि हमास ने 2 जुलाई को हुए समझौते का पालन करने के लिए इजरायल से स्पष्ट प्रतिबद्धता मांगी थी, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रस्ताव पर आधारित था। यदि प्रतिबद्धता व्यक्त की जाती है तो हमास समझौते के कार्यान्वयन तंत्र में शामिल होने को तैयार है।
कतर की राजधानी में गुरुवार से होने वाली गाजा युद्धविराम वार्ता को बड़ा झटका लगा है। वार्ता शुरू होने से पहले हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य सुहैल हिंदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में ऐलान किया कि उनका संगठन कतर में शुरू होने वाली युद्धविराम वार्ता में भाग नहीं लेगा। हमास के इस ऐलान से युद्धविराम वार्ता को बड़ा झटका लगा है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया, ''सुहैल हिंदी ने स्पष्ट किया है कि हमास ने 2 जुलाई को हुए समझौते का पालन करने के लिए इजरायल से स्पष्ट प्रतिबद्धता मांगी थी, जो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रस्ताव पर आधारित था।'' उन्होंने कहा कि यदि प्रतिबद्धता व्यक्त की जाती है तो हमास समझौते के कार्यान्वयन तंत्र में शामिल होने के लिए तैयार है।
हमास ने ऐसे समय में यह घोषणा की है जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में युद्ध विराम पर चर्चा के लिए कुछ दिन पहले ही पूर्ण अधिकार के साथ कतर में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की सहमति दी थी। मिस्र ने एक बयान में कहा है कि यह बैठक मिस्र, कतर और अमेरिका द्वारा 14 या 15 अगस्त को काहिरा या दोहा में फिर से शुरू करने के निमंत्रण के बाद निर्धारित की गई है।
इस चर्चा का उद्देश्य इजरायल और हमास के बीच लंबित मुद्दों को हल करना और युद्धग्रस्त गाजा में मानवीय स्थिति का समाधान खोजना है। इससे पहले हमास ने अनुरोध किया था कि मिस्र, कतर और अमेरिकी मध्यस्थता गाजा के लिए बाइडेन के युद्धविराम प्रस्ताव को लागू करने के लि ए एक योजना प्रस्तुत करें। हालांकि, अब हमास ने वार्ता में भाग लेने से इनकार कर दिया है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia