अफगानिस्तान को लेकर बाइडन पर बरसा फ्रांस, मैक्रों बोले- अमेरिका के फैसले से हालात हुए बेकाबू
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अमेरिका के अफगानिस्तान से हटने की समयसीमा 31 अगस्त से आगे नहीं बढ़ाने के फैसले ने हम सभी को ऐसी स्थिति में डाल दिया है, जो अब नियंत्रण में नहीं है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अमेरिका के अफगानिस्तान से हटने की समयसीमा 31 अगस्त से आगे नहीं बढ़ाने के फैसले ने हम सभी को ऐसी स्थिति में डाल दिया है, जो अब नियंत्रण में नहीं है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मैक्रों ने गुरुवार को आयरलैंड के प्रधान मंत्री माइकल मार्टिन के साथ डबलिन की एक दिवसीय कार्य यात्रा के दौरान एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की।
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका और उसके सहयोगियों ने वाशिंगटन के फैसले के बाद अपनी नैतिक जिम्मेदारी को धोखा दिया है, मैक्रोन ने कहा कि वह विश्वासघात शब्द का इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका के फैसले के कारण अन्य देशों के लिए निकासी जारी रखना सुरक्षित नहीं है।
मैक्रों ने कहा कि हम अधिकतम ऑपरेशन करने के लिए आखिरी मिनट तक कड़ी मेहनत और अच्छी तरह से काम करना चाहते हैं और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं।
मैक्रों ने कहा कि फ्रांस ने अब तक 2,600 लोगों को निकालने में मदद की है, जिनमें करीब 2,000 अफगान नागरिक भी शामिल हैं और लोगों को निकालने का काम अभी भी जारी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं गारंटी नहीं दे सकता कि हम सफल होंगे क्योंकि सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में नहीं है। मैक्रों गुरुवार सुबह डबलिन पहुंचे थे। सरकारी भवनों में मार्टिन के साथ बैठक से पहले आयरिश राष्ट्रपति माइकल हिगिंस ने उनका स्वागत किया, जिसके दौरान दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान के मुद्दे के अलावा आम चिंता के मुद्दों पर चर्चा की।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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