रुक जाएगा काला सागर के रास्ते यूक्रेनी अनाज का निर्यात, रूस का अनुमति जारी नहीं रखने का विचार
शुक्रवार को अफ्रीकी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान इसका संकेत देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा था कि पश्चिम के वादे के बावजूद यूक्रेनी अनाज के सिर्फ 3.1 फीसदी शिपमेंट अफ्रीका पहुंचे, जबकि 38.9 फीसदी यूरोपीय संघ जा रहे हैं।
यूक्रेन के अनाज को काला सागर के रास्ते निर्यात करने की अनुमति देने वाला सौदा जुलाई के मध्य में खत्म होने के बाद इसे आगे बढ़ाए जाने की कोई संभावना नहीं है, क्योंकि रूस इसके पक्ष में नहीं है। क्रेमलिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने अनुमति जारी रखने की संभावना से इनकार करते ए कहा है कि इस समय चीजें जस की तस हैं।
आरटी के मुताबिक, क्रेमलिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने इजवेस्टिया अखबार के साथ एक साक्षात्कार में कहा, "रूस ने कई बार सद्भावना दिखाई, रियायतें दीं और समझौते को बढ़ाया, लेकिन सौदे के हिस्से के रूप में मॉस्को से जो वादा किया गया था, वह अभी भी पूरा नहीं हुआ है।" उन्होंने आगे कहा, "यहां किसी तरह के अंतिम निर्णय की भविष्यवाणी करना शायद ही संभव है, लेकिन हम केवल यह कह सकते हैं कि वास्तव में हमारे पास जो है, उसे देखते हुए इस सौदे का कोई मौका नहीं है।"
दिमित्री पेसकोव ने तर्क दिया, "सौदे का तात्पर्य कर्मों से है, अनुबंध करने वाले राज्यों या संगठनों की ओर से किए गए कार्य से है। इस सौदे का एक हिस्सा पूरा किया गया था और दूसरा भाग, जो रूस से संबंधित (किए गए वादे) था, कभी पूरा नहीं किया गया।" काला सागर से यूक्रेन के अनाज के निर्यात के लिए 2022 में हुआ प्रारंभिक समझौता पहले 120 दिनों तक चला, लेकिन उसके बाद से इसे कई बार बढ़ाया गया। अब यह 17 जुलाई को समाप्त होने वाला है।
इससे पहले शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग में अफ्रीकी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा था कि विश्व बाजारों में यूक्रेनी अनाज की आपूर्ति भोजन की जरूरत वाले अफ्रीकी देशों की समस्याओं को हल नहीं करती है। उन्होंने कहा कि पश्चिम के वादे के बावजूद कि सौदा सबसे गरीब देशों की मदद करेगा, यूक्रेनी अनाज के सिर्फ 3.1 फीसदी शिपमेंट अफ्रीका में खत्म हो गए हैं, उनमें से 38.9 फीसदी यूरोपीय संघ में जा रहे हैं।
बता दें कि जुलाई 2022 में संयुक्त राष्ट्र और तुर्की की मध्यस्थता में हस्ताक्षरित सौदे के जरिये यूक्रेनी अनाज के सुरक्षित शिपमेंट के लिए रास्ता प्रदान किया गया था और साथ ही यूएस और यूरोपीय संघ के बदले काला सागर गलियारों से रूसी खाद्य उत्पादों और उर्वरकों के निर्यात में बाधाओं को दूर करने की बात कही गई थी। पश्चिम ने दावा किया कि उसने उन वस्तुओं को कभी भी प्रतिबंधित नहीं किया है, लेकिन मॉस्को ने तर्क दिया है कि वह शिपिंग, बीमा और दलाली प्रतिबंधों के कारण अभी भी उन्हें विदेशी खरीदारों को आपूर्ति नहीं कर सका, जो मॉस्को पर कीव के साथ संघर्ष के कारण लगाए गए थे।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia