कनाडा ने भारतीय हैकरों पर साइबर हमले का आरोप लगाया, खालिस्तान पर रार के बीच उभरा नया विवाद
कनाडा की सिग्नल-इंटेलिजेंस एजेंसी ने कहा कि हमले से विभिन्न सरकारी संस्थान प्रभावित हुए। हालांकि संघीय विभागों और एजेंसियों की सेवा देने वाली प्रणालियां सामान्य रूप से काम करती रहीं। कनाडाई सशस्त्र बल की वेबसाइट बुधवार को घंटों तक हमलों से प्रभावित रही।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा जून में सरे में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में नई दिल्ली के शामिल होने का आरोप लगाने के बाद से खराब कनाडा-भारत संबंध के बीच अब कनाडाई सरकारी एजेंसियों ने भारत से साइबर हमलों का आरोप लगाया है।
सीटीवी नेटवर्क के अनुसार, इन हमलों को "उपद्रव" बताते हुए कनाडा की सिग्नल-इंटेलिजेंस एजेंसी ने कहा कि इससे विभिन्न सरकारी संस्थान प्रभावित हुए हैं, हालांकि संघीय विभागों और एजेंसियों की सेवा देने वाली प्रणालियां सामान्य रूप से काम करती रहीं। कनाडाई सशस्त्र बल की वेबसाइट बुधवार को घंटों तक साइबर हमलों से प्रभावित थी।
सैन्य प्रवक्ता एंड्री-ऐनी पौलिन ने कहा, "साइबर हमले का हमारे सिस्टम पर व्यापक प्रभाव का कोई संकेत नहीं है।" कनाडा के रक्षा मंत्री बिल ब्लेयर ने इसे डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल-ऑफ-सर्विस (डीडीओएस) हमला बताते हुए कह कि हमारे साइबर अधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों ने बहुत तेजी से कार्रवाई की।
डीडीओएस हमले के कारण गुरुवार को हाउस ऑफ कॉमन्स की वेबसाइट भी प्रभावित हुई।हाउस ऑफ कॉमन्स की प्रवक्ता एमिली क्रॉसन ने गुरुवार को कहा कि “हाउस ऑफ कॉमन्स सिस्टम ने हमारे नेटवर्क और आईटी बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए योजना के अनुसार प्रतिक्रिया दी। हालांकि, कुछ वेबसाइटें थोड़े समय के लिए प्रभावित हो सकती हैं।”
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia