दुनिया की खबरें: यूक्रेन कल अपने ही परमाणु संयंत्र पर करेगा हमला! चीन में अचानक आई बाढ़ से 16 की मौत, 36 लापता
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार अधिकारी मिशेल बाचेलेट ने कहा कि बांग्लादेश से लाखों रोहिंग्याओं की म्यांमार वापसी अभी भी सुरक्षित नहीं है, क्योंकि शर्तें तय नहीं हुई हैं। डोनाल्ड ट्रंप की कटु आलोचक लिज चेनी ने कहा कि वह व्हाइट हाउस की दौड़ पर विचार करेंगी।
यूक्रेन कल अपने ही परमाणु संयंत्र पर करेगा हमला, रूस का दावा
रूस के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन ने रूस-नियंत्रित जापोरोजे परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर शुक्रवार को भीषण हमले की योजना बनाई है। रूस ने कहा कि हमला करने के बाद यूक्रेन रूस पर आपदा पैदा करने का आरोप लगाएगा। ये उसकी चाल है। मंत्रालय ने दावा किया कि संभावित हमला संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के यूक्रेन यात्रा के दौरान हो सकता है।
रूसी मंत्रालय ने कहा कि उसने यूक्रेनी सैनिकों की गतिविधियों का पता लगाया है, जो रूस को 'उकसाने' के लिए हमला कर सकता है। रूसी सैन्य प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि कीव ने सामूहिक विनाश के हथियारों का उपयोग कर अपनी प्रशिक्षित इकाइयों को वहां तैनात किया है। रूसी मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन शुक्रवार को निकोपोल शहर से संयंत्र पर हमला करेगा और दोष रूसी सशस्त्र बलों पर मढ़ देगा।
चीन में अचानक आई बाढ़ से 16 की मौत, 36 लापता
उत्तर-पश्चिमी चीन में अचानक आई बाढ़ में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 36 अन्य लापता हो गए। यह जानकारी राज्य की मीडिया ने गुरुवार को दी है। डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, किंघई प्रांत के जि़निंग शहर के पास दातोंग काउंटी के पहाड़ों में बुधवार शाम को अचानक बाढ़ आ गई। रिपोर्ट में कहा गया कि, मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ जिससे नदियों का मार्ग अवरुद्ध हो गया और दो शहरों और छह गांवों में 6,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए।
अधिकारियों ने राहत और बचाव के प्रयासों के लिए पुलिस अधिकारियों, अर्धसैनिक इकाइयों, आपातकालीन सेवाओं और सरकारी अधिकारियों सहित लगभग 2,000 बचाव कर्मियों को जुटाया। राज्य मीडिया ने बताया कि किंघई प्रांत ने अपने चार स्तरीय आपातकालीन और आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली में दूसरे उच्चतम अलर्ट स्तर की घोषणा की है।
रोहिंग्याओं की म्यांमार वापसी की शर्ते अभी तय नहीं: यूएन
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त की प्रमुख मिशेल बाचेलेट ने कहा कि बांग्लादेश से लाखों रोहिंग्या मुसलमानों की म्यांमार वापसी अभी भी सुरक्षित नहीं है। समाचार एजेंसी डीपीए ने बुधवार को बाचेलेट के हवाले से ढाका में कहा, "अब, म्यांमार की आंतरिक राजनीतिक स्थिति बहुत जटिल है, बहुत अस्थिरता है, बहुत सारे संघर्ष हैं। और इसी तरह कई लोगों की आजीविका नष्ट हो गई, कई घर जला दिए गए।"
म्यांमार में 1 फरवरी, 2021 को तख्तापलट के बाद से सेना फिर से सत्ता में है। म्यांमार में हिंसक उत्पीड़न के बाद 10 लाख से अधिक रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थी वहां से भागकर दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में शिविरों में रह रहे हैं। अगस्त 2017 में बौद्ध-बहुल पड़ोसी ने जातीय समूह पर कार्रवाई शुरू की थी। बाद में उनमें से लगभग 750,000 ने सीमा पार कर ली। बाचेलेट ने बुधवार को बांग्लादेश की अपनी चार दिवसीय यात्रा समाप्त की। इस दौरान उन्होंने शरणार्थी बस्तियों का दौरा किया और शिविरों में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
ट्रंप की कटु आलोचक लिज चेनी लड़ सकती हैं राष्ट्रपति चुनाव
अमेरिकी प्रतिनिधि लिज चेनी ने व्योमिंग रिपब्लिकन प्राइमरी में हारने के ठीक एक दिन बाद कहा कि वह व्हाइट हाउस की दौड़ पर विचार करेंगी। वह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कटु आलोचक मानी जाती हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बुधवार को एनबीसी न्यूज के साथ साक्षात्कार में चेनी की बात के हवाले से कहा कि वह आने वाले महीनों में इस पर फैसला लेंगी।
चेनी तीन बार की कांग्रेस सदस्य हैं और जनवरी 2021 के कैपिटल दंगों की जांच करने वाली हाउस कमेटी की उपाध्यक्ष हैं। वह एक वकील हैरियट हेजमैन से हार गईं, जिन्होंने व्योमिंग में संघीय नियमों को अवरुद्ध करने के लिए काम किया है और जिनका ट्रंप ने समर्थन दिया था।
बुधवार को 99 प्रतिशत मत हासिल कर हेजमैन ने चेनी को लगभग 37 प्रतिशत मतों से हरा दिया। चेनी 2017 से व्योमिंग कांग्रेस जिले का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
हक्कानी तालिबान नेटवर्क ने काबुल में जवाहिरी को दी थी पनाह: अमेरिका
अमेरिका ने कहा है कि उसे भरोसा नहीं है कि तालिबान दोहा में हुए शांति समझौते में किए गए वादों को लागू करेगा। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, "विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि काबुल में मारे गए अल कायदा के नेता अयमान अल जवाहिरी की मौजूदगी इस बात की पुष्ट करती है कि तालिबान किए गए वादों को पूरा करने के लिए तैयार या सक्षम नहीं है।"
फरवरी 2020 में अफगानिस्तान में 2001-2021 युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका और तालिबान ने कतर की राजधानी दोहा में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत 5 अगस्त, 2021 को अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी हुई। डॉन न्यूज ने प्राइस के हवाले से कहा, "बात ये है कि हक्कानी तालिबान नेटवर्क के वरिष्ठ सदस्य काबुल में अयमान अल जवाहिरी को सक्रिय रूप से आश्रय दे रहे थे। हम अभी भी इसके प्रभावों पर विचार कर रहे हैं।"
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