दुनिया की खबरें: ट्रंप के घर परमाणु हथियारों के कागजात खोजने पहुंची थी FBI, फिर TTP ने बढ़ाई पाकिस्तान की चिंता
रूस ने कहा है कि उम्मीद है कि खाद्य समझौते के सभी प्रावधान पूरी तरह से लागू किये जाएंगे और पश्चिमी देश रूसी उर्वरकों और खाद्य को भी वैश्विक बाजारों तक पहुंचाएंगे। भारत ने यूक्रेन के जापोरिज्जया परमाणु संयंत्र के पास हुई गोलाबारी पर चिंता जताई है।
ट्रंप के घर परमाणु हथियारों के कागजात खोजने पहुंची थी FBI
अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की तलाशी के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फ्लोरिडा स्थित आवास पर छापेमारी की थी। इसकी सूचना द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दी गई। अमेरिकी न्याय विभाग ने, जो एफबीआई की देखरेख करता है, इस रिपोर्ट की न तो पुष्टि और न ही खंडन किया है और न ही जांच एजेंसी ने ऐसा किया है। एफबीआई ने सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप के निजी क्लब पर भी छापेमारी की थी।
सरकारी अधिकारी इस बात को लेकर चिंता में है कि यह दस्तावेज ट्रम्प के फ्लोरिडा स्थित घर से गलत हाथों में पड़ सकते हैं। ट्रम्प ने इन दस्तावेजों को नई सरकार को नहीं सौंपा था। नेशनल आर्काइव, जहां इन दस्तावेजों को रखा जाता है। महीनों से उनके अधिकारी इन दस्तावेजों के लिए ट्रंप से बात कर रहे थे। ट्रम्प ने एफबीआई की इस छापेमारी को बदनाम करने की साजिश और राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। अमेरिकी मीडिया ने बताया कि, एफबीआई की तलाशी इस बात की जांच के सिलसिले में थी कि क्या ट्रंप व्हाइट हाउस से निकलते वक्त गोपनीय दस्तावेज भी अपने साथ लेकर गए थे।
TTP की संभावित वापसी ने बढ़ाई पाकिस्तान की चिंता
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकी समूह के संभावित पुनरुत्थान ने पाकिस्तान सरकार की चिंता बढ़ा दी है, जो इससे निपटने के लिए एक आकस्मिक योजना तैयार कर रही है। दरअसल रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतिबंधित संगठन वापसी करने की कोशिश कर रहा था। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। सूत्रों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि हालांकि सरकार किसी तरह का सौदा करने के लिए महीनों से टीटीपी के साथ बातचीत कर रही है, लेकिन इस तरह के समझौते की संभावनाएं गंभीर हैं।
बुधवार को रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने वार्ता की सफलता के बारे में अपनी आशंका व्यक्त की, जबकि अफगानिस्तान पर पाकिस्तान के विशेष दूत मुहम्मद सादिक ने स्वीकार किया कि शांति प्रक्रिया प्रारंभिक चरण में है। स्वात घाटी में तालिबान के कुछ लड़ाकों के देखे जाने की खबरों के साथ संबंधित अधिकारी टीटीपी के साथ वार्ता विफल होने की स्थिति में आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए एक आकस्मिक योजना तैयार कर रहे हैं। अधिकारियों ने टीटीपी के साथ बातचीत के दरवाजे बंद नहीं किए हैं, वे किसी भी घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
पुतिन ने रूसी अनाज निर्यात के लिए पश्चिम देशों से मांगा सहयोग
मॉस्को ने पश्चिमी देशों से इस्तांबुल अनाज सौदे के पूर्ण परिपालन में योगदान देने की मांग की है, जिसमें रूसी खाद्य और उर्वरकों का निर्यात शामिल है। रूसी विदेश मंत्रालय के सूचना और प्रेस विभाग के उप निदेशक इवान नेचाएव ने गुरुवार को कहा, "समझौतों का पैकेज न केवल तीन यूक्रेनी बंदरगाहों से अनाज निर्यात की अनुमति देता है, बल्कि वैश्विक बाजारों में रूसी खाद्य और उर्वरकों के प्रसार को भी निर्धारित करता है, जिसे लागू नहीं किया गया है।"
नेचाएव ने एक ब्रीफिंग में कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि खाद्य समझौतों के सभी प्रावधानों को पूरी तरह से लागू किया जाएगा और पश्चिमी देश रूसी उर्वरकों और खाद्य को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाएंगे।" रिपोर्ट के अनुसार, 22 जुलाई को रूस और यूक्रेन ने अलग से इस्तांबुल में तुर्की और संयुक्त राष्ट्र के साथ अनाज और उर्वरक निर्यात को लेकर एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे। काला सागर बंदरगाहों से यूक्रेनी अनाज की शिपमेंट 1 अगस्त से शुरू हुई थी।
राजनयिक ने कहा, "दुर्भाग्य से, (यूक्रेनी) अनाज वाला एक भी जहाज अभी तक अफ्रीका या दक्षिण एशिया के देशों के तटों तक नहीं पहुंचा है। वे मुख्य रूप से पश्चिमी बंदरगाहों पर गए थे।"
यूक्रेन में परमाणु संयंत्र के पास गोलीबारी पर भारत ने जताई चिंता
भारत ने यूक्रेन के जापोरिज्जया परमाणु संयंत्र के पास हुई गोलाबारी पर चिंता जताई है। यह यूरोप में सबसे बड़ा और दुनिया के सबसे बड़े परमाणु संयंत्रों में से एक है। मास्को और कीव ने इस घटना को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी के प्रमुख ने गंभीर परिणाम की चेतावनी दी है।
गुरुवार को सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि परमाणु सुविधाओं मे किसी भी दुर्घटना से सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। भारत जापोरिज्जया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास गोलाबारी की रिपोर्ट पर अपनी चिंता व्यक्त करता है। सुविधा के पास गोलाबारी पर विचार के लिए रूस के अनुरोध पर परिषद का एक सत्र बुलाया गया था। कंबोज ने कहा कि भारत स्थिति पर नजर रखे हुए है और इन सुविधाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करता है।
यमन में शबवा संघर्ष में अब तक 28 लोगों की मौत, 68 घायल
यमन के शबवा में सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़पों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है, जबकि 68 लोग घायल हो गए हैं। यह सूचना एक चिकित्सा अधिकारी ने समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दी। स्थानीय चिकित्सा सूत्र ने गुरुवार को नाम न छापने की शर्त पर कहा कि स्थानीय चिकित्सा केंद्रों के आंकड़ों ने पुष्टि की है कि शबवा संघर्ष में कुल 28 लोग मारे गए, जबकि 68 से ज्यादा अन्य घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज शबवा के सरकारी और निजी अस्पतालों में चल रहा है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को यमन के दक्षिणी प्रांत शबवा में आवासीय इलाकों में राइवल सिक्योरिटी यूनिट के बीच झड़प शुरू हुई। मुस्लिम ब्रदरहुड-संबद्ध इस्ला पार्टी के वफादार सुरक्षा यूनिट ने प्रांतीय राजधानी अताक में सरकारी सुरक्षा बलों पर हमला किया, जिससे मामला गंभीर हो गया। बुधवार को, शबवा के गवर्नर ने दक्षिणी जायंट्स ब्रिगेड के सैनिकों को विद्रोही सैनिकों पर नकेल कसने और प्रांत में स्थानीय राज्य सुविधाओं को सुरक्षित करने के लिए एक सैन्य अभियान चलाने का आदेश दिया
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