बर्लिन: फूड फेस्टिवल में भारतीय व्यंजनों को चखने के लिए उमड़ी भीड़
बर्लिन में स्थित भारतीय दूतावास में इंडियन फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कई दुकानें लगाई गईं। इसमें गुजरात,तमिलनाडु, केरल, नगालैंड, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल के व्यंजन शामिल थे।
बर्लिन में एमबीए की पढ़ाई करने वाले निकिलेश पिछले कुछ सालों से जर्मनी में रह रहे हैं। निकिलेश एक यूट्यूबर हैं जिनके यूट्यूब पर 30 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। घर से दूर यूं तो उन्हें जर्मनी में रहना बहुत रास आता है। लेकिन फिर भी भारतीय खाने की महक उन्हें अपने घर मुंबई की याद दिला देती हैं।
निकिलेश कहते हैं, “सब कुछ जर्मनी में मिल जाता है लेकिन जो नहीं मिलता वह भारतीय खाना है।”लेकिन जब उन्हें पता चला कि बर्लिन में स्थित भारतीय दूतावास में दूसरा इंडियन फूड फेस्टिवल किया गया तो वह खुद को वहां जाने से रोक नहीं पाए और कैमरा लेकर चले आए।
कुछ इसी तरह की बातें रॉबिन और उनके दोस्तों ने भी कही जो बर्लिन की स्टार्टअप इंडस्ट्री में काम करते हैं। भारतीय खाने को लेकर वे कहते हैं कि बाहर बहुत अच्छा नहीं मिलता, ऐसे में जो खाना फूड फेस्टिवल में परोसा गया, वह काफी अच्छा है।
इस तरह के फूड फेस्टिवल का आयोजन न सिर्फ खाने के शौकीनों को खूब भाया बल्कि यहां कई सारी महिलाओं और पुरुषों को अपनी पाक कला को लोगों को दिखाने का मौका मिला। भारतीय दूतावास की ओर से 2017 में जब पहली बार ऐसा आयोजन किया गया था, तब करीब दो हजार लोग यहां भारतीय व्यंजनों का लुत्फ उठाने पहुंचे थे।
इस आयोजन में 12 दुकानें लगाई गईं थी। जिन्हें बर्लिन के अलग-अलग एसोसिएशन ने लगाया था। इसमें गुजरात, तमिलनाडु, केरल, नगालैंड, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल के व्यंजन शामिल थे। एक दुकान उन महिलाओं की भी थी, जो यहां गृहिणियां हैं, लेकिन खुद के लिए काम करने में भरोसा करती हैं।
जर्मनी में भारत की राजदूत मुक्ता दत्त तोमर ने इस आयोजन पर कहा कि यह फूड फेस्टिवल बर्लिनवासियों को भारतीय स्वाद चखने का मौका देता है। बर्लिन समेत जर्मनी के तमाम हिस्सों में भारतीय रेस्तरां चल रहे हैं तो ऐसे आयोजनों के मकसद को लेकर कहा, “यह आयोजन एक छत के नीचे भारत की विविधताओं को दिखाता है। यहां मौजूद तमाम तरह का खाना न सिर्फ भारतीयों को बल्कि बर्लिन को भी भारत से जोड़ता है। क्योंकि यह संस्कृति का प्रदर्शन भी है।”
भारतीय दूतावास में इंडियन फूड फेस्टिवल के दौरान कलाकारों ने भरतनाट्यम से लेकर कई तरह के नाच-गानों के कार्यक्रमों भी प्रस्तुत किए। साथ ही यहां एक फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। दूतावास से मिली जानकारी मुताबिक इस कार्यक्रम में बच्चे, जवान, महिला, पुरुष बुजुर्गों समेत करीब 3000 लोग पहुंचे थे।
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