लगातार 'मास शूटिंग' की घटनाओं के बाद जागा अमेरिका, प्रतिनिधि सभा ने 'गन पैकेज' कानून पास किया
अमेरिका में मास शूटिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं। हाल के दिनों में अमेरिका में मास शूटिंग की 11 घटनाओं में करीब 17 लोगों की मौत हो गई और 62 घायल हो गए। गन वॉयलेंस आर्काइव के अनुसार गत पांच माह में 251 मास शूटिंग घटनाओं में 18,900 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं।
अमेरिका में गत माह एक प्राइमरी स्कूल में हुई 'मास शूटिंग' के परिप्रेक्ष्य में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने 'प्रोटेक्टिंग ऑवर कीड्स ' अधिनियम के नाम से एक 'गन पैकेज' पारित किया है। चीन की संवाद समिति शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह विधेयक बुधवार को 223-204 वोट से पारित किया गया। हालांकि, इस विधेयक के सीनेट में पारित होने की संभावना बहुत ही कम है क्योंकि वहां डेमोक्रेटिक तथा रिपब्लिकन सदस्यों की संख्या लगभग समान है।
इस विधेयक में अमेरिका में सेमीऑटोमैटिक हथियारों को खरीदने की न्यूनतम आयु 18 से बढ़ाकर 21 कर दी गई है और नागरिकों के लिए बम्प स्टॉक पर प्रतिबंध लगाया गया है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों पार्टी के सदस्य इस विधेयक को लेकर चर्चा करते रहे और अंत में यह विधेयक पारित हो गया।
अमेरिका में इन दिनों फिर मास शूटिंग की घटनायें बढ़ गई हैं। गत माह 24 मई को टेक्सस के एक प्राथमिक स्कूल में हुई मास शूटिंग की घटना में 19 बच्चों और दो शिक्षकों की मौत हो गई थी। इसी स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ने वाली 11 साल की छात्रा मिया सेरिलो ने प्रतिनिधि सभा में विधेयक को लेकर जारी बहस के दौरान सदस्यों को बताने की कोशिश की गन कल्चर सुरक्षा के लिए किस तरह खतरनाक है। उसने बताया कि हमलावर ने उसके दोस्त को मार दिया था और उसने खुद को बचाने के लिए अपने दोस्त का खून अपने ऊपर लगा लिया और मरने का नाटक किया। उसने बताया कि वह स्कूल जाते समय खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाती है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ सप्ताह के दौरान अमेरिका में मास शूटिंग की 11 घटनाएं हुईं, जिनमें करीब 17 लोगों की मौत हो गई और 62 अन्य घायल हो गए। रविवार की सुबह टेनिसी के एक नाइटक्लब में हुई शूटिंग में तीन लोग मारे गए और 14 अन्य घायले हो गए। ऐसी ही घटनाएं फिलाडेल्फिया, पेनसिल्वेनिया में भी हुईं, जिनमें तीन लोग मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए। गन वॉयलेंस आर्काइव के ताजा आंकड़ों के अनुसार, गत पांच माह के दौरान 251 मास शूटिंग की घटनाओं में 18,900 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं।
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