अमेरिका: 100 साल के इतिहास का सबसे भयावह तूफान, चक्रवात इडालिया से भीषण तबाही, अब तक 2 की मौत, 900 उड़ानें रद्द
तूफान की वजह से करीब 900 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा है। करीब 55 हजार सैनिकों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इडालिया चक्रवात फ्लोरिडा के 100 साल के इतिहास का सबसे भयानक तूफान है।
अमेरिका के चार राज्यों में चक्रवात इडालिया से भारी तबाही मची है। फ्लोरिडा के बिग बेंड में तूफान के लैंडफॉल के बाद अब तक 2 लोगों की जान जा चुकी है। लैंडफॉल के समय चक्रवात कैटेगरी 4 से कैटेगरी 3 में आ गया था। लैंडफॉल के समय हवा की रफ्तार 200 किमी/घंटा दर्ज की गई। तूफान फ्लोरिडा के बाद जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलिना और साउथ कैरोलिना की ओर बढ़ गया है। तूफान का जॉर्जिया और फ्लोरिडा का असर देखा जा रहा है। करीब साढ़े 4 लाख लोगों के घरों में बिजली गुल हो गई है।
आलम यह है कि तूफान की वजह से करीब 900 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा है। करीब 55 हजार सैनिकों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इडालिया चक्रवात फ्लोरिडा के 100 साल के इतिहास का सबसे भयानक तूफान है। तूफान को देखते हुए चारों राज्यों में इमरजेंसी लगा दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चक्रवात की वजह से कई पावरलाइंस को भारी नुकसान पहुंचा है। साथ ही कई काउंटीज में तेज हवाओं के चलते स्टोर्स तबाह हो गए। धवार को तूफान के लैंडफॉल से पहले फ्लोरिडा की 30 काउंटी में लोगों से घर छोड़ने की अपील की गई थी।
फ्लोरिडा के गवर्नर डिसेंटिस के अनुसार, फिलहाल उनका फोकस राहत कार्यों पर है। राज्य में तूफान की वजह से कितनी तबाही हुई है, इसका पूरा आंकलन किया जाना अभी बाकी है। फ्लोरिडा टैलहैसी में तूफान का असर डिसेंटिस और उनके परिवार ने भी महसूस किया। उनकी पत्नी ने कहा कि वह घर में अपने बच्चों के साथ थीं, तब उनके एक घर के ऊपर 100 साल पुराना बलूत का पेड़ टूटकर गिर गया। हालांकि, इससे कोई जनहानी नहीं हुई है।
इससे पहले पहले 1896 में इतना भीषण चक्रवात सीडर कीज आया था, जिसमें 70 लोगों की जान चली गई थी। यह बेहद शक्तिशाली और विनाशकारी तूफान था। बिग बेंड की स्थानीय मेयर ने बताया है की उनका परिवार कई पीढ़ियों से वहां रह रहा है, लेकिन उन्होंने कभी यहां इतना भयानक तूफान नहीं देखा।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia