ड्रोन हमले में मारा गया अल कायदा चीफ जवाहिरी कौन था, उस पर आरोप क्या थे, अमेरिका ने इस मिशन को कैसे दिया अंजाम?
अमेरिका का कहना है कि काबुल में जिस क्षेत्र में अल जवाहिरी छिपा था इसकी जानकारी तालिबान को थी। अमेरिका के मुताबिक, यह दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन है। अमेरिका ने कहा है कि तालिबान ने जवाहिरी की मौजूदगी छिपाने की कोशिश भी की।
अमेरिका ने ड्रोन हमले में अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी को मार गिराया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल जवाहिरी की मौत की पुष्टि की है। 71 साल का अल जवाहिरी, ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद से आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर था। बताया जा रहा है कि जवाहिरी जब ड्रोन से हमला हुआ उस समय वह काबुल में एक घर में था।
अल जवाहिरी को अमेरिका ने कैसे मारा?
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, जवाहिरी काबुल में एक घर में छिपा था। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, उसे मारने के लिए दो Hellfire मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। ड्रोन हमले को शनिवार रात 9:48 बजे अंजाम दिया गया। खबरों के मुताबिक, जवाहिरी को निशाना बनाने से पहले राष्ट्रपति बाइडेन ने अपनी कैबिनेट और सलाहकारों के साथ कई हफ्तों तक बैठक की। अहम बात यह है कि ड्रोन हमले के समय कोई भी अमेरिकी काबुल में मौजूद नहीं था।
जवाहिरी के छिपे होने की तालिबान को थी जानकारी
अमेरिका का कहना है कि काबुल में जिस क्षेत्र में अल जवाहिरी छिपा था इसकी जानकारी तालिबान को थी। अमेरिका के मुताबिक, यह दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन है। अमेरिका ने कहा है कि तालिबान ने जवाहिरी की मौजूदगी छिपाने की कोशिश भी की। तालिबान ने इस पर भी खास ध्यान दिया कि अल जवाहिरी के ठिकाने तक कोई न पहुंच सके। अल जवाहिरी के परिवार के सदस्यों की लोकेशन भी बदली गई। अमेरिका ने कहा कि इस हमले में उसके परिवार को न ही निशाना बनाया गया, न ही उसे कोई नुकसान पहुंचा है। अमेरिका ने इस खुफिया मिशन की जानकारी तालिबान को नहीं दी थी।
जवाहिरी कौन था?
जवाहिरी ने 11 सालों से अल कायदा की कमान को संभाल रहा था। वह कभी ओसामा बिन लादेन का पर्सनल फिजीशियन था। जवाहिरी इजिप्ट के प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखता था। उसके दादा रबिया अल-जवाहिरी काहिरा में अल-अजहर यूनिवर्सिटी में इमाम थे। उसके परदादा अब्देल रहमान आजम अरब लीग के पहले सचिव थे।
जवाहिरी पर आरोप क्या थे?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 हमले की साजिश में शामिल था। हमले में 2977 अमेरिकी मारे गए थे। आरोप है कि जवाहिरी ने अमेरिका पर इस आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की साजिश में मदद की थी। 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए हमलों के बाद जवाहिरी छिपकर रहता था। अफगानिस्तान के पहाड़ी तोरा बोरा क्षेत्र में वह अमेरिकी हमले में इससे पहले बच गया था। उस हमले में जवाहिरी पत्नी और बच्चों की जान चली गई थी।
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Published: 02 Aug 2022, 8:52 AM