सीरिया: विद्रोहियों के गढ़ में ‘रासायनिक’ हमला, 70 लोगों की मौत
सीरिया की सरकार ने रासायनिक हमले के आरोप से इंकार किया है। सराकरी एजेंसी सना ने कहा कि सेना को रासायनिक चीज का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है, जैसा कि आतंकवादियों के मीडिया सहयोगी दावा कर रहे हैं।
सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी गौता के डोमा शहर में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए हैं। डॉक्टरों और बचाव कर्मियों ने यह जानकारी दी है।बीबीसी के मुताबिक, स्वयंसेवी बचाव दल व्हाइट हेलमेट्स ने ग्राफिक तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें शनिवार को हुए हमले के बाद बेसमेंट में पड़े कई शव नजर आ रहे हैं। इसमें कहा गया कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। कई मेडिकल, निगरानी और कार्यकर्ता समूहों ने रासायनिक हमले के बारे में जानकारी दी है, लेकिन इनके आंकड़ों में फर्क है और क्या घटित हुआ था यह निर्धारित होना अभी बाकी है।
विपक्ष समर्थक गोता मीडिया सेंटर ने कहा कि 75 से अधिक लोगों का दम घुट गया, जबकि हजारों लोगों को सांस लेने में तकलीफ से जूझना पड़ा। इसने आरोप लगाया कि हेलीकॉप्टर से विषाक्त नर्व एजेंट सरीन से युक्त बैरल बम गिराया गया।
सीरियाई अस्पतालों के साथ काम करने वाली एक अमेरिकी चैरिटी संस्था यूनियन मेडिकल रिलीफ ने बताया कि दमिश्क रूरल स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने 70 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
वहीं सीरियाई सरकार ने इन आरोपों से इंकार किया है। सराकरी एजेंसी सना ने एक आधिकारिक सूत्र के हवाले से बताया कि आतंकवादियों के गढ़ में उनसे निपटने के लिए आगे बढ़ रही सेना के अभियान में बड़ी बाधा डालने की खबरें मिली हैं। सना ने कहा कि सीरियाई अरब सेना को किसी रासायनिक चीज का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है, जैसा कि आतंकवादियों के मीडिया सहयोगियों द्वारा दावा किया गया है।
कथित हमलों पर प्रतिक्रिया में अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “हमने कई परेशान कर देने वाली रिपोर्ट देखी, सीरियाई सरकार का अपने लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों को इस्तेमाल करने का इतिहास रहा है।” सरीन नर्व एजेंट का इस्तेमाल सीरिया में पहले भी हो चुका है।
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