दुनिया की 5 बड़ी खबरें: पाकिस्तान नए सिरे से उठाएगा कश्मीर का मुद्दा, PIA के सभी कर्मियों की डिग्रियों की जांच का आदेश
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी नागरिक विमानन संस्था पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के सभी कर्मचारियों की शैक्षिक डिग्रियों की जांच का आदेश दिया है। पाकिस्तान साल 2019 में इस चिंता में रहा कि कश्मीर मुद्दे पर दुनिया उसकी बात क्यों नहीं सुन रही है और ‘चुप’ क्यों है।
पाकिस्तान : पीआईए के सभी कर्मियों की डिग्रियों की जांच का आदेश
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी नागरिक विमानन संस्था पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के सभी कर्मचारियों की शैक्षिक डिग्रियों की जांच का आदेश दिया है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट में पीआईए के कुछ कर्मचारियों की डिग्री के फर्जी होने के मामले में सुनवाई हुई। अदालत में कहा गया कि पीआईए के इन कर्मचारियों को 'आजाद कश्मीर' (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के निजी विश्वविद्यालयों से शैक्षिक डिग्रियां मिल गईं जबकि एयरलाइन के यह कर्मचारी कभी उन विश्वविद्यालयों में गए तक नहीं। यही नहीं, इनके बल पर इन्होंने नौकरी में प्रमोशन भी हासिल कर लिया।
पाकिस्तान : फिल्मकार ने 'डॉन' के सीईओ पर दुष्कर्म का आरोप लगाया
पाकिस्तान के फिल्मकार जमशेद महमूद ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है कि आज से 13 साल पहले जिस 'बड़ी मीडिया हस्ती' ने उनके साथ दुष्कर्म किया था, वह कोई और नहीं बल्कि देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र डॉन के मौजूदा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हमीद हारून हैं। हारून ने इस आरोप को गलत बताया है और कहा है कि वह इस मामले में फिल्मकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। 'डॉन' ने अपने पाठकों को आश्वस्त किया है कि वह इस मामले की अपने स्तर से मुकम्मल जांच कराएगा। 'डॉन' में प्रकाशित रिपोर्ट में जमशेद महमूद के आरोप और हमीद हारून के खंडन की जानकारी दी गई है। देश में जामी के नाम से मशहूर जमशेद महमूद ने बीते अक्टूबर महीने में यह चौंकाने वाला खुलासा किया था कि तेरह साल पहले एक नामी मीडिया हस्ती ने उनके साथ दुष्कर्म किया था लेकिन वह उसके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं कर सके थे। जामी ने शनिवार की रात ट्वीट कर बताया कि वह मीडिया हस्ती हमीद हारून थे। उन्होंने इस बात को फेसबुक पर भी साझा किया।
नए साल में दुनिया को कश्मीर मुद्दे पर नए सिरे से 'जगाएगा' पाकिस्तान
पाकिस्तान साल 2019 में इस चिंता में रहा कि कश्मीर मुद्दे पर दुनिया उसकी बात क्यों नहीं सुन रही है और 'चुप' क्यों है। साल 2020 में इस चिंता के निवारण के लिए उसने नई कवायद करने का फैसला किया है और वह कश्मीर मुद्दे पर 'दुनिया की चुप्पी' को तोड़ने के लिए नए सिरे से राजनयिक पहल व मीडिया अभियान शुरू करने जा रहा है। पाकिस्तान मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को विदेश मामलों की सलाहकार समिति की बैठक और एक अन्य मंत्रिस्तरीय कमेटी की बैठक में ऐसी राजनयिक पहल और मीडिया अभियान के बारे में विचार किया गया। दोनों बैठकों की अध्यक्षता विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने की।
रिपोर्ट में कहा गया है, "इन बैठकों में कश्मीर में लगातार खराब हो रही मानवाधिकारों की स्थिति, नियंत्रण रेखा पर भारत द्वारा संघर्षविराम के लगातार उल्लंघन और भारत के नागरिकता कानून पर विचार विमर्श किया गया।"
पाकिस्तान : धार्मिक नफरत फैलाने के लिए पत्रकार को जेल
पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने राष्ट्र विरोधी साहित्य रखने और धार्मिक नफरत फैलाने से जुड़े मामले में एक पत्रकार को पांच साल जेल की सजा सुनाई है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, नसरुल्ला खान चौधरी को अफगान जिहाद और पंजाबी तालिबान के बारे में कुछ पत्रिकाओं व पुस्तिकाओं को रखने के आरोप में कराची गार्डेन इलाके में 11 नवंबर, 2018 को गिरफ्तार किया गया था। इन पत्रिकाओं और पुस्तिका में संप्रदाय के आधार पर फूट डालने के साथ-साथ लोगों को 'जिहाद' के लिए प्रेरित करने की सामग्री मौजूद थी। चौधरी, पत्रकार हैं, जो उर्दू भाषा के दैनिक 'नई बात' से जुड़े हैं।
चौधरी को 1997 के आतंकवाद विरोधी अधिनियम की धारा 11-एफ (आई) के तहत दंडनीय अपराध करने का दोषी पाया गया है।
न्यूयॉर्क : चाकू से हमले के संदिग्ध पर नफरत में अपराध का आरोप
न्यूयॉर्क में 28 दिसंबर को हनुक्का उत्सव के दौरान चापड़ और चाकू से हमला कर पांच यहूदियों को घायल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ आरोपों की सूची में संघीय अभियोजकों ने नफरत में अपराध का आरोप भी जोड़ दिया है। न्यूयॉर्क के दक्षिण जिले के संघीय अभियोजकों ने सोमवार को एक बयान में समाचार एजेंसी एफे से पुष्टि करते हुए कहा, "सोग्रेफ्टन थॉमस (37) घृणा अपराध के पांच मामलों में आरोपी है।"
संघीय अभियोजकों ने कहा कि थॉमस पर हत्या के प्रयास के पांच मामले, चोरी करने का एक मामला और खतरनाक हथियार से हत्या का प्रयास करते हुए धार्मिक उत्सव में बाधा डालने का और घायल करने का एक मामला दर्ज है। उनके अनुसार, सभी दंडनीय अपराध हैं और इनमें अधिकतम सजा आजीवन कारावास की है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia