दुनिया की 5 बड़ी खबरें: जानें कहां से आया था फ्रांसीसी चर्च में हमला करने वाला शख्स और यूरोप में क्यों बढ़ रहा आतंकवाद?

एक समय था जब दुनिया भर से लोग यूरोप का रुख इसलिए करते थे कि वहां उन्हें सुरक्षा और सुकून की गारंटी मिलती थी, लेकिन मौजूदा हालात के मुताबिक दुनिया में सबसे असुरक्षित कोई जगह है तो वह यूरोप ही है।

फोटो : IANS
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नवजीवन डेस्क

यूरोप में बढ़ते आतंकवाद का जिम्मेदार कौन?


एक समय था जब दुनिया भर से लोग यूरोप का रुख इसलिए करते थे कि वहां उन्हें सुरक्षा और सुकून की गारंटी मिलती थी, लेकिन मौजूदा हालात के मुताबिक दुनिया में सबसे असुरक्षित कोई जगह है तो वह यूरोप ही है। पिछले कुछ सालों से यूरोप कठिनाइयों की बेड़ियों में ऐसा जकड़ा हुआ है कि अब तक उभर नहीं पाया है; इसकी वजह न केवल उसकी अर्थव्यवस्था का धीमा होना है बल्कि आतंकवाद रूपी राक्षस की चपेट में आना भी एक महत्वपूर्ण कारण है। आतंकी वारदातों और इस्लामी चरमपंथियों की धमकियों के चलते यूरोप के हालात बहुत खराब हो गये हैं। अभी एक दिन पहले फ्रांस के नीस शहर में नोट्र्रेडम चर्च के बाहर एक शख्स ने लोगों पर चाकू से हमला किया है, जिसमें कम से कम 3 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हो गए हैं। उस हमले में एक महिला का सिर काट दिया गया। वह हमलावर 'अल्लाह हू अकबर' के नारे लगा रहा था। अभी दो सप्ताह पहले, इसी तरह की एक और आतंकी वारदात सामने आई थी जब पैगंबर कार्टून विवाद में एक शिक्षक की गला रेत कर हत्या कर दी गई।

बीते माह ही ट्यूनीशिया से आया था फ्रांसीसी चर्च में हमला करने वाला


ट्यूनीशियाई व्यक्ति, जिसने फ्रांसीसी शहर नीस में एक चर्च के अंदर तीन लोगों की चाकू से वार कर हत्या कर दी थी, वो पिछले महीने एक प्रवासी नाव पर सवार होकर यूरोप से पहुंचा था। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

बीबीसी की रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि उसकी पहचान 21 वर्षीय ब्राहिम औइस्सौई के रूप में हुई है, जिसकी हालत फिलहाल गंभीर है, क्योंकि गुरुवार को हमले के बाद पुलिस की ओर से गोली मारे जाने के बाद वह घायल हो गया था। जब वह इतालवी द्वीप लैंपड्यूसा पहुंचा था तो उसे इतालवी रेड क्रॉस दस्तावेज जारी किया गया था।

एक बयान में, मुख्य आतंकवाद-रोधी अभियोजक जीन-फ्रैंकोइस रिकार्ड ने कहा कि ब्राहिम के कब्जे से एक कुरान की प्रति, दो फोन और 12 इंच का चाकू मिला है।


फिलीपींस : तूफान मोलावे से मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हुई


फिलीपींस में तूफान मोलावे से मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। वहीं चार अन्य अभी भी लापता हैं। घटना में 39 लोग घायल हो गए थे। सरकारी आपदा एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एजेंसी ने साथ ही चेतावनी दी कि एक अन्य तूफान भी जल्द ही देश में दस्तक देने वाला है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल डिजास्टर रिस्क रिडक्शन एंड मैनेजमेंट काउंसिल (एनडीआरआरएमसी) ने कहा कि मोलावे 17वां उष्णकटिबंधीय तूफान है, जो इस वर्ष फिलीपींस के तट से टकराया। तूफान की वजह से लुजोन और मध्य फिलीपींस के सात क्षेत्रों में 775,513 लोग विस्थापित हो गए।

तालिबान ने की बचे कैदियों की रिहाई की मांग


दोहा में अफगानिस्तान की सुलह जाल्मे खलीलजाद के लिए अमेरिका के एक विशेष प्रतिनिधि के साथ बैठक के दौरान तालिबान ने अफगानिस्तान के जेलों में फिलहाल बंद बाकी बचे कैदियों के लिए रिहाई की मांग की है। आतंकी समूह के एक प्रवक्ता के हवाले से इसकी जानकारी मिली है।

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को जारी एक बयान में तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा कि बुधवार को आयोजित बैठक में दोनों पक्षों ने अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते के कार्यान्वयन के मुद्दों पर चर्चा की।

अफगान सरकार अब तक 5,600 तालिबान कैदियों को रिहा कर चुकी है, जो कि 12 सितंबर को आधिकारिक तौर पर शुरू हुए शांति वार्ता से पहले की गई शर्तो का हिस्सा थी।


फ्रांस ने नफरत भरे ट्वीट के लिए महातिर का अकाउंट निलंबित करने की मांग की


मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के विवादित ट्वीट को ट्विटर ने हटा दिया गया है। इसके बाद भी फ्रांस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके अकाउंट को निलंबित करने की मांग कर रहा है। गौरतलब है कि पूर्व मलेशियाई प्रधानमंत्री ने गुरुवार को ट्वीट में कहा कि मुसलमानों को क्रोधित होने का और लाखों फ्रांसीसी लोगों को मारने का अधिकार है।

हालांकि ट्विटर ने प्लेटफॉर्म के नियमों का उल्लंघन करने वाला बता कर उनके विवादित ट्वीट को हटा दिया है। वहीं इससे पहले ट्विटर ने ट्वीट को सार्वजनिक हित के लिए प्लेटफॉर्म पर रहने की अनुमति दी थी।

फ्रांस के जूनियर डिजिटल मामलों के मंत्री सेड्रिक ओ ने गुरुवार रात कहा कि उन्होंने फ्रांस में ट्विटर के प्रबंध निदेशक के साथ बातचीत की है और महातिर के आधिकारिक अकाउंट को तत्काल निलंबित करने का आह्वान किया है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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