पाकिस्तान के इन 20 बड़े नेताओं की जान को खतरा, ज्यादातर विपक्षी दलों के
पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा (गृह) मंत्री शेख रशीद ने कम से कम 20 प्रमुख राजनेताओं की जान को खतरे से संबंधित चेतावनी जारी की है, जिनमें से अधिकांश विपक्षी राजनीतिक दलों का हिस्सा हैं, जो सत्ताधारी सरकार को गिराने के लिए रैली कर रहे हैं।
पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा (गृह) मंत्री शेख रशीद ने कम से कम 20 प्रमुख राजनेताओं की जान को खतरे से संबंधित चेतावनी जारी की है, जिनमें से अधिकांश विपक्षी राजनीतिक दलों का हिस्सा हैं, जो सत्ताधारी सरकार को गिराने के लिए रैली कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) प्रमुख को भी सूचित कर दिया गया है।"
रशीद ने पीडीएम के प्रमुख और जमीयत-उलेमा-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के नेता मौलाना फजल-उर-रहमान को व्यक्तिगत लाभ और स्व-केंद्रित लड़ाई के लिए सरकार-विरोधी आंदोलन को रोकने के लिए सलाह दी। गृह मंत्री शेख रशीद ने कहा, "उनका (फजल-उर-रहमान) कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है। वह सदन को नाजायज करार दे रहे हैं। वह एक बार उसी सदन में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। उनके सपने कभी पूरे नहीं होंगे।"
गृहमंत्री द्वारा जारी किया गया अलर्ट, ऐसे समय पर आया है, जब पीडीएम बढ़ती भीड़ और नोवेल कोरोनावायरस के डर के बीच सार्वजनिक सभा नहीं करने के सरकार के आदेशों को खारिज कर रहा है। पीडीएम प्रधानमंत्री इमरान खान के तत्काल इस्तीफे की मांग कर रहा है और उनकी प्रमुख मांग पूरी होने से पहले किसी भी तरह के संवाद में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
रशीद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना और न्यायपालिका सहित प्रमुख संस्थानों के साथ टकराव करके अपनी राजनीति दफन कर दी थी। उन्होंने कहा, "नवाज शरीफ से अनुरोध है कि लोगों के साथ परीक्षण न करें। इमरान खान ऐसा कानून बनाएंगे कि भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।"
दूसरी ओर, विपक्षी पार्टी गठबंधन पीडीएम ने कहा है कि सरकार पीडीएम की बढ़ती ताकत और सरकार के खिलाफ प्रभाव को रोकने के लिए नकली खतरे की चेतावनी दे रही है।
विपक्षी नेताओं ने कहा है कि पीडीएम आंदोलन को रोकने के लिए सरकार का हर प्रयास विफल हो रहा है। कुल 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पीडीएम ने कहा कि अब लोग सड़कों पर आ रहे हैं, क्योंकि वे अक्षम नेतृत्व से तंग आ चुके हैं।
पीडीएम ने राजधानी इस्लामाबाद की ओर एक लंबा मार्च शुरू करने की घोषणा की है। गठबंधन की मांग है कि प्रधानमंत्री इमरान खान इस्तीफा सौंपे और देश में जल्द ही चुनाव कराए जाएं। हालांकि, सत्तारूढ़ सरकार के नेताओं का कहना है कि पीडीएम सरकार पर दबाव बनाने के लिए लोगों की भावनाओं का उपयोग कर रही है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों से नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी को राहत देने की मांग कर रही है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia