प्रियंका गांधी का सवाल- क्या महत्वाकांक्षाओं को शिवाजी की विरासत से ऊपर रखने के लिए माफी मांगेंगे पीएम मोदी?
सिंधुदुर्ग की मालवण तहसील में राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को अपराह्न करीब एक बजे गिर गई थी। पिछले साल चार दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने को लेकर बुधवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को शिवाजी महाराज की विरासत से ऊपर रखा है।
मुख्य विपक्षी दल ने सवाल भी किया कि क्या प्रधानमंत्री इसके लिए शिवाजी महाराज से माफी मांगेंगे?
सिंधुदुर्ग की मालवण तहसील में राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को अपराह्न करीब एक बजे गिर गई थी। पिछले साल चार दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री जी ने पिछले साल सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की जिस प्रतिमा का अनावरण किया, वह महज 8 महीने में ढह गई। अयोध्या में भगवान का मंदिर, उज्जैन महाकाल लोक में सप्तर्षियों की मूर्तियां, नई संसद, राजमार्ग, पुल, सड़क, सुरंग जो भी बनाया, सबमें आए दिन खामी दिख जाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पंडित (जवाहर लाल) नेहरू के समय भाखड़ा नंगल और हीराकुंड जैसे एक दर्जन से ज्यादा बांध बने, आईआईटी, आईआईएम, एम्स, विश्वविद्यालय और तमाम अन्य संस्थान बने, सब के सब सलामत हैं और देश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।’’
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘बीजेपी को हमारी आस्था, हमारे महापुरुषों और देश के नाम पर किए गए हर भ्रष्टाचार का जवाब देना होगा।’’
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा ‘‘जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज के स्वराज्य, किसानों के कल्याण, अखंडता और पिछड़ों एवं वंचितों के समावेश के मूल्यों के खिलाफ खड़े थे, उनसे कभी भी उनकी विरासत का सम्मान करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की चिरपरिचित शैली में 3 महीने के नोटिस पर जल्दबाज़ी में एक मूर्ति का निर्माण करना था, ताकि चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जा सके। और तो और, इस घटिया काम की लागत 236 करोड़ रुपये आई।’’
वेणुगोपाल ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को शिवाजी महाराज की विरासत से ऊपर रखने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज से माफी मांगेंगे? उन्होंने कहा ‘‘क्या प्रधानमंत्री उस व्यापक भ्रष्टाचार पर सफाई देंगे जो हमने 2024 के चुनावों से पहले जल्दबाजी में किए गए उद्घाटन समारोह में देखा था?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी उद्देश्यों के लिए प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी द्वारा उद्घाटन की गई हर चीज अब ढह रही है।
पीटीआई के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia