इस राज्य में टूटेगा कुदरत का कहर! चक्रवाती तूफान Amphan का मंडरा रहा खतरा, 12 जिलों को किया गया अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग की माने तो ओडिशा के उत्तरी और पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भागों में स्थित जिलों में इसका प्रभाव पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप तटीय क्षेत्रों में 19 मई से भारी बारिश का अनुमान है। ओडिशा सरकार ने 12 तटीय जिलों में चेतावनी जारी कर दी है।
एक ओर दुनियाभर में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है वहीं दूसरी ओर कई देशों को मौसम की भी मार झेलनी पड़ रही है। इन देशों में भारत भी है। कोरोना महामारी के बीच ओडिशा की तरफ एक और खतरा बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि चक्रवाती तूफान Amphan यहां के 12 जिलों में कहर ढा सकता है। इसे लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। ओडिशा के तटवर्ती जिलों में प्रशासन को संभावित तूफान से बचाव के लिए तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें लोगों के लिए आश्रय गृहों का निर्माण करना शामिल है। जानकारी के मुताबिक तूफान के संभावित खतरे को देखते हुए शुक्रवार को 12 तटीय जिलों में चेतावनी जारी की गई है।
इसके अलावा कलेक्टरों से लोगों के लिए वैकल्पिक आश्रय गृहों की व्यवस्था करने को कहा गया है। एक उच्च सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बन रहा है, जिसके तूफान का रूप लेने की प्रबल संभावना है। इस मामले में ओडिशा के राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि उन्होंने मुख्य सचिव असित त्रिपाठी के साथ तूफान की स्थिति और राज्य पर पड़ने वाले उसके प्रभाव की समीक्षा की है।
भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त प्राथमिक सूचना के अनुसार संभावित कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में घूमते हुए अपने पथ पर लौटेगा और बंगाल की खाड़ी की ओर मुड़ेगा। जेना ने बताया कि कम दबाव वाले क्षेत्र की गति अभी पता नहीं चल पाई है और संभावित तूफान तट पर कहां टकराएगा, इसकी जानकारी भी मौसम विभाग की ओर से ही दी जाएगी। उन्होंने बताया कि तूफान उत्तर ओडिशा, दक्षिणी बंगाल या बांग्लादेश से भी टकरा सकता है। उन्होंने कहा कि मछुआरों को शुक्रवार से समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
हालांकि इसे लेकर मौसम विभाग ने अभी कोई सटीक जानकारी नहीं दी है, लेकिन विभाग ने ये स्पष्ट कर दिया है कि कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को और बढ़ जाएगा और बाद में यह तूफान का रूप ले लेगा। भारतीय मौसम विभाग की माने तो ओडिशा के उत्तरी और पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भागों में स्थित जिलों में इसका प्रभाव पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप तटीय क्षेत्रों में 19 मई से भारी बारिश का अनुमान है। ओडिशा सरकार ने 12 तटीय जिलों में चेतावनी जारी कर दी है। इन जिलों में जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ और अग्निशमन सेवा समेत अन्य बलों की तैनाती भी की जा सकती है। विशेष राहत आयुक्त ने कहा कि ओडिशा पहले भी ऐसी स्थिति का सामना कर चुका है, इसलिए स्थिति का प्रबंधन सही तरीके से किया जाएगा।
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