नीतीश सरकार के रिकॉर्ड तोड़ ईमानदारी से तंग आकर 𝟏𝟓 दिन में 𝟏𝟎 पुलों ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली, तेजस्वी का तंज

तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, "और बिहार में आज का चौथा पुल गिरा। बीजेपी और नीतीश कुमार की बिहार में 𝟏𝟖 वर्षों की रिकॉर्ड तोड़ ईमानदारी से तंग आकर 𝟏𝟓 दिन में अभी समाचार लिखे जाने तक कुल 𝟏𝟎 पुलों ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली।"

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बिहार में पुलों के ढहने का सिलसिला जारी है। हर दिन कहीं न कहीं से पुल गे गिरने की खबरें आ रहा हैं। बीते 12 घंटों में ही राज्य में चार पुलों ने जलसमाधि ले ली। अकेले सिवाल जिले में तीन पुल ढह गए। कुछ दिन पहले भी यहां पुल गंडक नदी में समा गया था। पुल के ढहने के कारण गंडक और धमही नदी के किनारों के कई गांवों का संपर्क टूट गया है। वही महाराजगंज प्रखंड में पुल-पुलिया भी ध्वस्त होने लगे हैं। जिससे आम जनजीवन पर खासा असर पड़ रहा है। इन घटनाओं को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। वहीं बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने डबल इंजन की सरकार पर तंज कसा है।

तेजस्वी ने कहा कि बिहार में एक ही दिन में 4 पुल गिरे, लेकिन इस पर न मुख्यमंत्री मुंह खोल रहे हैं न दोनों उपमुख्यमंत्री। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "देखिए, कैसे आज 𝟑 जुलाई को बिहार में एक ही दिन में 𝟒 पुल गिरे? मुख्यमंत्री मौन, 𝟐-𝟐 उपमुख्यमंत्री गौण 𝟏𝟖 वर्षों की एनडीए सरकार बताए दोषी कौन? चूंकि बीजेपी बिहार में सत्ता है इसलिए भ्रष्टाचार और अपराध ना गोदी मीडिया के लिए मुद्दा है और ना जातिवादी मीडिया के लिए? वैसे 𝟔 दलों वाली डबल इंजन सरकार के लिए यह विचित्र स्थिति है कि 𝟏𝟓 दिन में हजारों करोड़ के 𝟏𝟎 पुल गिरने के बाद भी उन्हें विपक्ष को दोषी ठहराने के लिए कोई बहाना ही नहीं मिल रहा है।"


तेजस्वी ने अपने पोस्ट में जो वीडियो शेयर किया है, उसमें आज ढहे चार पुल दिखाए गए हैं। इसके उन्होंने बिहार की डबल इंजन सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

इससे पहले तेजस्वी यादव ने बिहार की एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, "और बिहार में आज का चौथा पुल गिरा। बीजेपी और नीतीश कुमार की बिहार में 𝟏𝟖 वर्षों की रिकॉर्ड तोड़ ईमानदारी से तंग आकर 𝟏𝟓 दिन में अभी समाचार लिखे जाने तक कुल 𝟏𝟎 पुलों ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली।"

बता दें कि, सारण के जनता बाजार में एक पुल ढह गया। राहत की बात यह रही कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई। इस पुल के ढह जाने से करीब 10 से अधिक गांव का संपर्क पुल के दूसरे हिस्से से कट गया है। इससे पहले सीवान में दो पुलों के ध्वस्त होने की खबर आई। महाराजगंज के देवरिया में गंडकी नदी पर बना पुल धंस गया जबकि दूसरा पुल नवतन में ध्वस्त होने की खबर है।

गौतलब है कि बीते 18 जून को अररिया में बकरा नदी पर निर्माणाधीन पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया था। पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया और उसके तीन पाये पानी में बह गए थे, इसके बाद बिहार में जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी भी जारी है। राज्य में बीते 15 दिन में 7 पुल ढह गए।

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