फेसबुक के इतिहास में हैकिंग की सबसे बड़ी घटना, 5 करोड़ यूजर्स का डेटा चोरी, कंपनी ने मांगी माफी
<b> </b>फेसबुक के 5 करोड़ यूजर्स के डाटा चोरी होने की बात सामने आ रही है। फेसबुक ने शुक्रवार को बताया कि एक सुरक्षा खामी के चलते ऐसा हुआ और इसके चलते हैकर्स को इन यूजर्स के खातों का अधिकार मिल गया।
सोशल नेटवर्किंग साइट्स फेसबुक पर डाटा की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने स्वीकार किया है कि सुरक्षा के उल्लघंन की वजह से 5 करोड़ यूजर्स के अकाउंट प्राभवित हुए है। फेसबुक ने डाटा की सुरक्षा को लेकर कहा कि उसकी सुरक्षा में सेंध मारी की वजह से 5 करोड़ यूजर्स के अकाउंट पर प्रभाव पड़ा है। यानी कि फेसबुक पर 5 करोड़ यूजरों की सुचानाएं चोरी होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि हैकरों कंप्यूटर नेटवर्क पर हमला करके यूजर्स की सूचनाएं हैक की है। फेसबुक के इतिहास में शुक्रवार की हैकिंग सबसे बड़ी घटना मानी जा रही है।
कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में बताया, “हमारी इंजिनियरिंग टीम फेसबुक के 'व्यू एज़' फीचर में एक खामी पाई है। बता दें कि इस फीचर के तहत आप यह देख सकते हैं कि आपकी प्रोफाइल दूसरे की आईडी के जरिए देखने पर कैसी दिखाई देती है।” कंपनी ने बताया कि अटैकर्स ने इस 'व्यू एज़' फीचर के जरिए फेसबुक ऐक्सेस टोकन चुरा लिए हैं, जिसके कारण ये अकाउंट प्रभावित हुए। ‘एक्सेस टोकंस’ एक प्रकार की डिजिटल चाबियां हैं जिससे हैकर उन अकाउंट तक पहुंच बनाने में सफल रहे। फेसबुक के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के उपाध्यक्ष गे रोसेन ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, “यह स्पष्ट है कि हमलावर फेसबुक का कोड भेदने में सफल रहे।”
कंपनी के सीईओ मार्क जुगरबर्ग ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है, “मैं आपको एक जरूरी सिक्योरिटी इश्यू के बारे में बताना चाहता हूं, जिसके बारे में कंपनी ने पता लगाया है। फेसबुक को कल रात इस बारे में पता चला, जिसके बाद हम उन लोगों के डेटा को बचाने का प्रयास कर रहे हैं, जिनके अकाउंट इस सेंधमारी से प्रभावित हो सकते हैं। हम अभी भी जांच कर रहे हैं, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमें अब तक क्या खामियां मिली हैं। मंगलवार को, हमने पाया कि अटैकर्स ने एक्सेस टोकन चोरी कर लिया, इसके जरिए वे फेसबुक पर लगभग 50 मिलियन लोगों के अकाउंट्स में लॉग इन करने में कामयाब हो गए। हमें अभी तक ये नहीं पता कि इन खातों का दुरुपयोग किया गया, लेकिन हम इसकी जांच कर रहे हैं, जैसे ही हमें पता चलेगा तो हम इसकी जानकारी देंगे।”
फेसबुक के सामने अभी सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह अपने यूजर्स को कैसे भरोसा दिलाए कि डेटा संभालने में वह सक्षम है। दुनिया में हर महीने 2 अरब से ज्यादा लोग फेसबुक यूज करते हैं। इससे अलग 2 अरब लोग व्हाट्सअप और फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम भी यूज करते हैं। ये दोनों कंपनियां फेसबुक की हैं।
इससे पहले मई महीने में एक बग (सॉफ्टवेयर संबंधी गलती) के कारण फेसबुक के 1.4 करोड़ यूजर प्रभावित हुए थे। फेसबुक की इस भूल के कारण उसके यूजर के पोस्ट को फेसबुक पर लॉग ऑन हुए बिना भी कोई देख सकता था।
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इससे पहले कैंब्रिज एनालिटिका स्कैंडल मामले में फेसबुक के चीफ एक्जक्यूटिव मार्क जकरबर्ग ने कहा था, “आपके डेटा सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी हमारी है। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो हम आपकी सेवा करने के लायक नहीं हैं।” डेटा शेयरिंग और प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर फेसबुक अभी कई सरकारी जांच का सामना कर रही है। कैंब्रिज एनालिटिका स्कैंडल सामने आने के बाद सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने फेसबुक के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है।
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