दावे कुछ भी करे मोदी सरकार, लेकिन बढ़ ही रही हैं कश्मीर में आतंकी घटनाएं
मंगलवार को श्रीनगर हवाईअड्डे के पास बीएसएफ पर आतंकी हमला हुआ, इसमें तीन आतंकी और एक जवान मारा गया। आंकड़ों के मुताबिक केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद से घाटी में आंतकी घटनाओं में इजाफा हो रहा है।
आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर मंगलवार को बंदूक और विस्फोटक लेकर श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक शिविर में घुस गए। वहां हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इस हमले में एक जवान को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। हमले में घायल बीएसएफ के चार जवानों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। पिछले 30 वर्षो में यह पहला हमला है, जो हवाईअड्डे के इतने नजदीक हुआ है।
26 मई 2014 को मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद से पिछले 39 महीनों में 102 आतंकवादी घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें सुरक्षाबलों के 253 जवान शहीद हो चुके हैं और 124 नागरिकों की भी जान जा चुकी है।
मोदी सरकार का दावा है कि 2017 के पहले 7 महीनों में 109 आतंकवादियों को मारा गया है। साफ है कि जम्मु-कश्मीर में इस दौरान बहुत बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है और आतंकवादियों ने एयर फोर्स बेस, सीआरपीएफ कैंप, सेना और पुलिस स्टेशनों पर हमला किया है।
2014 के बाद से बड़े आतंकवादी हमले:
जुलाई 2015- गुरदासपुर के दीनानगर पुलिस थाने में हमला,10 नागरिक और 7 सुरक्षाकर्मी समेत पंजाब पुलिस के अधीक्षक की मौत
अगस्त 2015- उधमपुर के एक बीएसएफ काफिले पर हमला, 2 जवान शहीद और 10 घायल
जनवरी 2016- पठानकोट के एयरफोर्स बेस स्टेशन पर हमला, 7 जवान शहीद और एक नागरिक की मौत
फरवरी 2016- श्रीनगर से जम्मू को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर भारतीय अर्धसैनिक बलों के काफिले पर पंपोर में हमला, 2 सैनिक शहीद और 1 नागरिक की मौत
जून 2016- सीआरपीएफ के काफिले पर पंपोर में हमला, 8 सीआरपीएफ जवान शहीद
सितंबर 2016- उरी में सेना के बेस पर कायरतापूर्ण हमला, 20 भारतीय जवान शहीद
नवंबर 2016- नागरौटा और सांबा हमले में सेना के 7 जवान शहीद
दिसंबर 2016- पंपोर में सेना के काफिले पर हमला, 3 जवान शहीद
13 फरवरी 2017-कुलगाम एनकाउंटर, दक्षिण कश्मीर में 2 जवान शहीद
14 फरवरी 2017- हंदवाड़ा के हजिन इलाके में मुठभेड़ के दौरान 4 जवान समेत एक आर्मी मेजर शहीद
26 अप्रैल 2017- सेना के कैंप पर आतंकवादी हमले में तीन जवान समेत आर्मी कैप्टन शहीद
1 मई 2017- उधमपुर (जम्मू-कश्मीर) में पाक की ओर से फायरिंग, सीजफायर का उल्लंघन, 2 जवान शहीद, शहीद जवानों के शव के साथ बर्बरता
17 जून 2017- कई जगहों पर हमलों में 14 लोगों की मौत, 6 पुलिसकर्मी और 1 सेना का जवान भी शहीद
10 जुलाई 2017- अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमला, 8 तीर्थयात्रियों की मौत और 18 घायल
3 अक्टूबर 2017- श्रीनगर एयरपोर्ट के पास बीएसएफ कैंप पर हमला, एक जवान शहीद और 2 घायल
मंगलवार को बीएसएफ कैंप पर हुए हमले के बारे में अधिकारियों ने बताया कि सेना की वर्दी पहने आतंकवादी बीएसएफ की 182वीं बटालियन के शिविर में सुबह 4.30 बजे घुसे। आतंकवादियों ने अत्यधिक सुरक्षित क्षेत्र में चार स्तरीय सुरक्षा का घेरा तोड़कर हमला किया। अधिकारियों का कहना है कि आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं और बीएसएफ शिविर में घुसने से पहले सुरक्षा चौकियों पर ग्रेनेड फेंके। जिस समय हमला किया गया, उस समय अंधेरा था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों के शिविर में घुसने के बाद उनमें से एक को उसी वक्त मार गिराया गया, जबकि बाद में दो और आतंकवादी मारे गए। यह मुठभेड़ दोपहर तक जारी रही। तलाशी के दौरान बीएसएफ के सहायक उपनिरीक्षक का शव मिला।
हवाईअड्डे से दिन के समय उड़ानों की आवाजाही बंद कर दी गई थी और हवाईअड्डे की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया था। एहतियात के तौर पर स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था।
पुलिस का कहना है कि सुरक्षाकर्मियों ने आतंकवादियों के खात्मे के लिए एक सुरक्षा अभियान शुरू किया, जिसमें सेना के पैरा कमांडोज, बीएसएफ, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बस (सीआरपीएफ) और राज्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई है।
बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक मुनीर खान ने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि यह हमला जेईएम के आतंकवादियों द्वारा किया गया।" उन्होंने आगे कहा, "यह वही समूह है, जिसके आतकंवादियों ने इसके पहले पुलवामा शहर में हमला किया था।" पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आतंकवादी संगठन के सदस्यों ने जुलाई-अगस्त में भारत में घुसपैठ की थी।
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Published: 03 Oct 2017, 6:22 PM