तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी से मिले, मछुआरों की रक्षा के लिए दखल देने की मांग की

श्रीलंका की नौसेना के हाथों गिरफ्तार कर लिये जाने वाले तमिल मछुआरों के दुख:दर्द की चर्चा करते हुए स्टालिन ने मोदी से निजी दखल देने का अनुरोध किया और कहा कि मछली पकड़ने में इस्तेमाल 191 नौकाओं एवं 145 मछुआरों को पकड़ लिया गया है।

फोटो: PTI
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पीटीआई (भाषा)

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की और उनसे तमिल मछुआरों की रक्षा के लिए दखल देने के अलावा चेन्नई मेट्रो एवं समेकित शिक्षा पहलों के लिए लंबित धन को शीघ्र जारी करने की मांग की।

द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के अध्यक्ष स्टालिन ने इस भेंट को ‘उद्देश्यपूर्ण’ बताया और तीन मुख्य मुद्दों पर प्रधानमंत्री के सामने विस्तृत रिपोर्ट पेश की। भेंट के बाद स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री ने बहुत ध्यान से बातें सुनीं।’’

मुख्यमंत्री ने मोदी के समक्ष यह कहते हुए चेन्नई मेट्रो परियोजना के लिए कोष शीघ्र जारी की मांग की कि इस पर पहले ही 18,544 करोड़ रुपये अबतक खर्च हो चुके हैं।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार चेन्नई मेट्रो के दूसरे चरण पर काम शुरू करना चाहती है और लंबित बकाया राशि का भुगतान न किए जाने से ‘कार्य में देरी हो रही है।’


समेकित शिक्षा पहल के बारे में स्टालिन ने कहा कि केंद्र और राज्य के बीच 60: 40 अनुपात वाले इस कार्यक्रम की पहली किस्त रूकी हुई है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सकारात्मक तत्वों को अपनाया है लेकिन उसने त्रिभाषा नीति को नहीं स्वीकार किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने सहमति पत्र में सुधार की मांग की है ताकि स्पष्ट रूप से कहा जा सके कि इसमें कोई भाषा थोपी नहीं जाएगी।’’

श्रीलंका की नौसेना के हाथों गिरफ्तार कर लिये जाने वाले तमिल मछुआरों के दुख:दर्द की चर्चा करते हुए स्टालिन ने मोदी से निजी दखल देने का अनुरोध किया और कहा कि मछली पकड़ने में इस्तेमाल 191 नौकाओं एवं 145 मछुआरों को पकड़ लिया गया है।

उन्होंने अगले महीने कोलंबो में होने वाली भारत-श्रीलंका संयुक्त समिति की बैठक में इस मामले का समाधान निकालने की मांग की।

मोदी से मुलाकात के बाद स्टालिन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें तीनों मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।


मोदी से मुलाकात के बाद स्टालिन ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भेंट की। उनकी यह मुलाकात 28 सितंबर को कांचीपुरम में प्रस्तावित विपक्ष की एक रैली से पहले हुई है।

स्टालिन ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के दिवंगत नेता सीताराम येचुरी के परिवार से भी भेंट की। हाल में येचुरी का निधन हो गया था।

स्टालिन ने यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव डी राजा से भी भेंट की।

राजा ने ‘एक्स’ पर लिखा कि तमिलनाडु ने स्टालिन के नेतृत्व में सतत विकास किया है।

राजा ने लिखा, ‘‘ उनके नेतृत्व में तमिलनाडु धर्मनिरपेक्षता, राज्य के अधिकारों और संवैधानिक तथा लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने के लिए एक आदर्श राज्य बन गया है। मैंने उन्हें तमिलनाडु की उपलब्धियों के लिए बधाई दी और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।’’

स्टालिन बृहस्पतिवार की शाम को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे थे। यहां पहुंचने पर उनका सांसद टी आर बालू, तिरुचि शिवा, दयानिधि मारन, के कनिमोझी, टी सुमति समेत द्रमुक नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया था।

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