कोलकाता डॉक्टर से बलात्कार और हत्या का मामला: सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता का नाम, तस्वीर, वीडियो हटाने का आदेश दिया
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि यौन उत्पीड़न की पीड़िता की पहचान का खुलासा निपुण सक्सेना मामले में पारित उसके आदेश का उल्लंघन है।
सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की उस प्रशिक्षु डॉक्टर का नाम, फोटो और वीडियो मंगलवार को सभी सोशल मीडिया मंच से हटाने का आदेश दिया, जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई।
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि यौन उत्पीड़न की पीड़िता की पहचान का खुलासा निपुण सक्सेना मामले में पारित उसके आदेश का उल्लंघन है।
पीठ ने कहा, ‘‘पीड़िता के शव की तस्वीरों और वीडियो क्लिप का सोशल मीडिया पर प्रसार हो रहा है... हम निर्देश देते हैं कि पीडिता का नाम, फोटो और वीडियो क्लिप को सभी सोशल मीडिया मंच से तुरंत हटाया जाए।’’
पीठ में न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा भी शामिल हैं। शीर्ष अदालत पीड़िता की पहचान का सोशल मीडिया पर खुलासा किए जाने के खिलाफ वकील किन्नोरी घोष और अन्य द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
इससे पहले दिन में, न्यायालय ने कहा कि वह इस बात से बहुत चिंतित है कि पीड़िता, जिस पर हमला किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, उसका नाम सभी सोशल मीडिया मंचों पर प्रकाशित किया गया।
शीर्ष अदालत ने कहा, ‘‘तस्वीरें और वीडियो क्लिप मीडिया में है। यह बेहद चिंताजनक है। हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मान्यता देते हैं, लेकिन इसके लिए बखूबी स्थापित मापदंड भी है। निपुण सक्सेना (मामले) जैसे न्यायालय के निर्णय हैं कि यौन उत्पीड़न पीड़ितों के नाम प्रकाशित नहीं किए जाएंगे।’’
निपुण सक्सेना मामले में, 2018 के अपने फैसले में शीर्ष अदालत ने कहा था, ‘‘कोई भी व्यक्ति प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया आदि में पीड़िता का नाम नहीं छाप या प्रकाशित कर सकता, या यहां तक कि अन्य तरीके से भी ऐसे किसी तथ्य का खुलासा नहीं कर सकता, जिससे पीड़िता की पहचान का खुलासा होता हो और जिससे उसकी पहचान व्यापक स्तर पर लोगों को पता चल जाए।’’
प्रशिक्षु डॉक्टर का शव 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। शव पर गंभीर चोटों के निशान थे। बलात्कार व हत्या की इस घटना में कथित संलिप्तता को लेकर अगले दिन कोलकाता पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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