रांची: हाई कोर्ट से लालू यादव को राहत, इलाज कराने के लिए मिली 6 हफ्ते की जमानत
जमानत मिलने से पहले 10 मई को लालू यादव को उनके बेटे तेजप्रताप यादव की शादी में शामिल होने के लिए 3 दिन की पैरोल मिली थी। पैरोल मिलने के बाद लालू यादव गुरुवार को पटना पहुंचे थे।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से इलाज कराने के लिए 6 हफ्ते की प्रोविजनल जमानत मिल गई है। फिलहाल वे तीन दिन के पैरोल पर हैं। उनके बड़े बेटे तेजप्रताप की 12 मई को शादी है। समारोह में हिस्सा लेने के लिए लालू यादव को 10 मई को पैरोल मिली थी।
लालू यादव की जमानत अर्जी पर झारखंड हाई कोर्ट में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बहस की। इस दौरान उन्होंने कोर्ट के समक्ष लालू यादव की खराब सेहत का हवाला देते हुए 12 हफ्ते की औपबंधिक जमानत देने की अपील की, लेकिन जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत ने उन्हें सिर्फ 6 हफ्ते की ही जमानत दी। जमानत की शर्तों के मुताबिक, लालू यादव को सिर्फ इलाज कराने के लिए यात्रा करने की छूट दी गई है। इस दौरान वे कोई राजनीतिक बैठक नहीं कर पाएंगे। साथ ही प्रेस से भी बात नहीं कर सकते।
योग गुरु रामदेव ने लालू यादव को जमानत मिलने पर खुशी जताई है। लालू यावद के बेटे तेजप्रताप की शादी के मौके पर कई अहम लोग पटना पहुंच रहे हैं। रामदेव भी पटना में लालू यादव के घर पहुंचे थे। योग गुरु ने कहा, “मैं लालू यादव से मिला और सबसे पहले मैंने उन्हें कोर्ट से 6 हफ्ते की जमानत मिलने पर बधाई दी। साथ ही मैंने उनसे कहा कि वे योगा करें और पूरी तरह से अपना ध्यान रखें।”
लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप की शादी में पैरोल मिलने पर पटना पहुंचने के बाद एक तरफ जहां उनके परिजन खुश हैं तो वहीं आरजेडी ने लालू की पैरोल की शर्तों पर सवाल उठाए हैं। आरजेडी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने पैरोल की शर्तों पर तंज कसते हुए कहा कि लालू प्रसाद को हाथ-पैर बांधकर पैरोल पर छोड़ा गया है। जेडीयू के नेता ने आरजेडी से पैरोल को राजनीतिक एजेंडा नहीं बनाने की सलाह दी है।
चारा घोटाले के मामले में रांची की जेल में सजा काट रहे लालू यावद इन दिनों अपने बेटे तेजप्रताप की शादी में शामिल होने के लिए पैरोल पर पटना में हैं। पैरोल मिलने के बाद 10 मई को लालू पटना पहुंचे थे, जहां उनका समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया था।
आरजेडी उपाध्यक्ष तिवारी ने कहा कि लालू प्रसाद ने 5 दिन की पैरोल की मांग की थी, लेकिन उन्हें तीन दिन की ही पैरोल दी गई। उन्होंने कहा, “पैरोल के लिए अजीब तरह की शर्तें लगाई हैं कि वह मीडिया से बात नहीं करेंगे, किसी अन्य समारोह में शामिल नहीं होंगे, कैमरे की नजर में रहेंगे। इस तरह की शर्तें हमने किसी पैरोल में नहीं देखी।” शिवानंद तिवारी ने यह भी कहा कि लालू को जितना दबाने की कोशिश की जाएगी उतना उनमें निखार आएगा।
वहीं, जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने शिवानंद तिवारी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि लालू को पैरोल पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए दी गई है, इसे राजनीति का एजेंडा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस चारा घोटाले के मामले में लालू को सजा मिली है, उस घोटाले की जांच की मांग को लेकर दी गई याचिकाकर्ताओं में शिवानंद तिवारी भी शामिल थे। अब वे ऐसे मामलों को एजेंडा बनाने पर तुले हुए हैं।
नीरज कुमार ने शिवानंद तिवारी को आरजेडी और लालू परिवार का दुश्मन बताते हुए कहा, “तिवारी राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। ऐसे में वे पैरोल को राजनीतिक एजेंडा बनाकर लालू परिवार को मुसीबत में डालने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों से आरजेडी को भी सावधान रहना चाहिए।”
इस बीच पटना में लालू यादव के घर पर जश्न का माहौल है। बुधवार को लालू यादव के घर पर संगीत की रस्म निभाई गई, जिसमें परिवार के सभी सदस्यों ने खूब डांस किया। सोशल मीडिया पर संगीत कार्यक्रम की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें राबड़ी देवी समेत परिवार के सभी सदस्य काला चश्मा पहनकर डांस करते हुए नजर आ रहे हैं।
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