डाटा, पर्चा, खर्चा सब कुछ ‘लीक’, राहुल बोले, और चौकीदार ‘वीक’ 

फेसबुक डाटा से लेकर पर्चे तक लीक हो रहे हैं। देश परेशान, दुनिया हैरान है। राजनीति भी हो रही है, और पेशबंदी की कवायद भी। एक के बाद एक आरोपों का दौर चल रहा है, और हाहाकार मचा हुआ है।

फाइल फोटो : सोशल मीडिया
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तसलीम खान

सब कुछ लीक हो रहा है। फेसबुक का डाटा लीक, कर्नाटक चुनाव की डेट लीक, सीबीएसई और एसएससी के पर्चे लीक। न जाने और भी क्या क्या लीक हो रहा है। देश से लेकर दुनिया तक में लीक से बवाल मचा हुआ है। इसी लीक में वीक का काफिया जोड़कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।

राहुल ने एक ट्वीट कर कहा है कि, “कितने लीक? डेटा लीक ! आधार लीक ! SSC Exam लीक ! Election Date लीक ! CBSE पेपर्स लीक ! हर चीज में लीक है , चौकीदार वीक है” राहुल गांधी ने इस ट्वीट के साथ एक हैशटैग भी इस्तेमाल किया है, जिसमें कहा गया है कि ‘बस एक साल और’

दअरसल, यह खबरें सामने आने के बाद कि कैंब्रिज एनालिटिका नाम की कंपनी ने फेसबुक से डाटा लेकर उसका अमेरिकी चुनाव में इस्तेमाल किया और डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव में जीतने में मदद की। साथ ही ये आरोप भी लगे कि इसी कंपनी ने भारत में कई राजनीतिक दलों के लिए भी काम किया, जबरदस्त बवाल मचा हुआ है। यहां तक कि केंद्र सरकार ने फेसबुक को नोटिस जारी कर दिया है और 7 अप्रैल तक जवाब भी मांगा है।

डाटा लीक का मामला चल ही रहा था कि कर्नाटक चुनाव की तारीखें चुनाव आयोग से पहले ही बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय और खुद को कर्नाटक कांग्रेस का नेता कहने वाले एक शख्स ने लीक कर दीं। जैसा कि अपेक्षित था, लीक पर चलते हुए चुनाव आयोग ने कह दिया कि जांच होगी और कड़ी कार्रवाई भी होगी।

इधर डाटा लीक से लोग परेशान हैं क्योंकि आधार डाटा लीक की खबरों के बीच इसे तमाम चीज़ों के लिए अनिवार्य कर दिया गया था, लेकिन भला हो सुप्रीम कोर्ट का कि फिलहाल तीन महीने की राहत मिल गई है।

बड़े तो इस लीक से परेशान थे ही कि सीबीएसई का पर्चा लीक हो गया, अब इकोनॉमिक्स और मैथ्य का पर्चा दोबारा होगा। बात फिर लीक पर आई, सीबीएसई ने जांच बैठाई, पुलिस ने एसआईटी बनाई, प्रधानमंत्री ने चिंता और नाराजगी जताई और मानव संसाधन मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। वैसे परीक्षाओं से पहले बच्चों के लिए पीएम ने ‘एक्जाम वारियर्स’ नाम की किताब तो लिख दी थी, लेकिन लीक करने वालों के मन की बात क्या है, शायद वे नहीं समझ पाए और उन्होंने इक्जाम वारियर्स बनने के बजाए इक्जाम पर ‘वार’ छेड़ दी।

इस लीक के दौर में आपने शायद वह वीडियो देखा हो जिसमें पानी की पाइपलाइन लीक होने के बाद कैसे भारी भरकम गाड़ी हवा में उड़ गई। इसलिए भाइयों संभल जाओ, एक पानी की पाइपलाइन लीक होने पर गाड़ी हवा में उछाल देती है, तो सोच लो अगर इस लीक के साइड इफेक्ट होने शुरु हो गए तो क्या क्या हवा में उड़ने लगेगा। वैसे भी बहुत कुछ पहले ही हवाई हो चुका है, वह 15 लाख का वादा हो, एक करोड़ रोजगार हों या और भी कुछ।

वैसे एक चीज़ और फिसल रही है। इसे भी लीक ही मान लें तो अपनी ही पार्टी, अपने ही नेताओं को कुछ पार्टियां और उनके कद्दावर नेता भ्रष्ट होने की बातें लीक कर रहे हैं। और हां, एक मठ के महंत की चिट्ठी भी लीक हो गई, जिससे धर्म संकट खड़ा हो गया है कुछ दलों के लिए।

वैसे एक पुरानी कहावत या तुकबंदी है, किसकी है, नहीं मालूम, लेकिन इसमें कुछ शब्दों को अपने हिसाब से बैठाकर इसे पढ़िए जरूर:

लीक लीक गाड़ी चले, लीकहि चले कपूत।

लीक छोड़ तीनों चलें, शायर सिंह सपूत।।

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Published: 29 Mar 2018, 11:39 AM